TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘महाराष्ट्र के मुखिया’: जिसने पास नहीं थे पढ़ने के पैसे वो कैसे बना राज्य का पहला CM, कहानी यशवंतराव चव्हाण की

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
29 October 2024
in इतिहास, राजनीति
‘महाराष्ट्र के मुखिया’: जिसने पास नहीं थे पढ़ने के पैसे वो कैसे बना राज्य का पहला CM, कहानी यशवंतराव चव्हाण की

महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

Share on FacebookShare on X

1947 में आजादी के बाद जहां भारत में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं के साथ नए देश के निर्माण की नींव रखी जा रही थी तो वहीं कई जगहों पर भाषाओं के आधार पर नए-नए राज्यों के गठन की मांग भी चल रही थी। तत्कालीन बॉम्बे राज्य भी इन्हीं भी शामिल था जिनसे अंतर्गत आज के महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के हिस्से आते थे।

पढ़ने के लिए नहीं थे पैसे

यशवंतराव चव्हाण का जन्म 12 मार्च 1913 को ‘देवराष्ट्र’ गांव में हुआ था तब ये सतारा जिले में आता थे और फिलहाल सांगली जिले के अंतर्गत आता है। चव्हाण ने अपना बचपन इसी गांव में बिताया और उनकी प्राथमिक शिक्षा भी यहीं शुरू हुई। देवराष्ट्र में जिस घर में उनका जन्म हुआ था, उस जगह पर आज एक स्मारक बनाया गया है। उनके पिता बलवंतराव चव्हाण का प्लेग महामारी के दौरान निधन हो गया था और मां विठाबाई ने यशवंतराव और उनके तीन भाई-बहन का पालन पोषण किया था। पिता के निधन के समय यशवंतराव केवल 5 वर्ष के थे।

संबंधितपोस्ट

भ्रामक चुनावी जानकारी का मामला: महाराष्ट्र पुलिस ने CSDS के सह निदेशक पर नागपुर-नासिक में दर्ज की FIR

महाराष्ट्र चुनाव के फ़र्ज़ी आंकड़े: आईसीएसएसआर देगा सीएसडीएस को नोटिस

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे अगले उपराष्ट्रपति! एनडीए ने घोषित किया उम्मीदवार

और लोड करें

 

यशवंतराव का जन्म इसी घर में हुआ था (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

उनके शुरुआती जीवन कष्टों में बीत रहा था और उन दिनों स्कूलों में फीस माफी के लिए किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति से ‘विद्यार्थी गरीब है’ का सिफारिश पत्र लेना पड़ता था और वे स्कूली पढ़ाई के लिए अपनी फीस माफ कराना चाहते थे। डॉ के.जी. कदम ने अपनी किताब ‘आधुनिक महाराष्ट्र के शिल्पकार- यशवंतराव चव्हाण’ में लिखा है, “एक दिन यशवंत गांव में एक खानदानी श्रीमंत के पास सिफारिश पत्र मांगने गए लेकिन उसने गरीबी का सिफारिश पत्र देना मना कर दिया और तिरस्कार के शब्द भी सुनाए। इस छोटी-सी घटना से यशवंत के मन को ठेस पहुंची थी।”

छात्र यशवंतराव 1927 में (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

वीर सावरकर और यशवंतराव की मुलाकात

हालांकि, उनके बड़े भाई और दोस्तों की मदद से उनकी शिक्षा चलती रही यशवंतराव ने 1934 में मैट्रिक की और कोल्हापूर के राजाराम कॉलजे से उन्होंने बीए कर लिया। इसके बाद वे एल.एल.बी करना चाहते थे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो ऐसे में खेत बेचकर उन्हें पूने के लॉ कॉलेज भेजा गया। 1939 में कानून की परीक्षा पास नहीं कर सके लेकिन वे फिर पढ़ने में जुटे और अगले 6 महीनों में परीक्षा पास कर ली। 26 जनवरी 1930 को उन्होंने कराड में झंडावंदन किया और स्वतंत्रता के लिए कोशिश करने की शपथ ली थी और यहीं से उनके जीवन में स्वतंत्रता आंदोलन और राजनीति की शुरुआत हुई थी। वे कांग्रेस से जुड़े हुए थे और एलएलबी की परीक्षा पूरी करने के दौरान इस दौरान उन्हें जिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।

यशवंतराव को अब वकालत भी करनी थी और राष्ट्रीय आंदोलन में भी हिस्सा लेना था तो ऐसे में उन्होंने कराड में एक घर किराए पर लेकर उसमें वकालत करनी शुरु कर दी और वे राष्ट्रीय आंदोलन में भी सक्रिय थे। उनमें स्वतंत्रता के प्रति जुनून किस कदर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जून 1942 में अपनी शादी का जो कार्ड छपवाया था उसमें तिरंगा झंडा लगाया गया था। वे लगातार राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े होने के चलते भूमिगत थे और इस दौरान उनके भाई की मृत्यु हो गई जिसकी जानकारी उन्हें करीब 15 दिनों बाद हुई। के.जी. कदम ने लिखा है कि स्वतंत्रता आंदोलन के लिए काम करने के दौरान रत्नागिरी में यशवंतराव की मुलाकात वीर सावरकर से हुई थी।

यशवंतराव की शादी का निमंत्रण पत्र (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

यशवंतराव पर रखा गया 1,000 रुपए का इनाम

1942 में जब महात्मा गांधी के करो या मरो नारे के साथ भारत छोड़ो आंदोलन शुरु हुआ तो यशवंतराव उसमें जुट गए। रंजन परमार ने अपनी किताब ‘यशवंतरावजी चव्हाण: व्यक्ति और कार्य’ में लिखा है कि 1942 के आंदोलन के दौरान यशवंतराव को पकड़ने के लिए अंग्रेज सरकार ने उन पर 1,000 रुपए का इनाम भी रखा था। उन्होंने लिखा है, “इस आंदोलन में भूमिगत काम करने के लिए नौजवानों का जो गुट तैयार हुआ था उसकी बागडोर यशवंतराव के हाथ में ही थी।”

इस दौरान जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर सकी तो उनके परिवार को परेशान किया गया और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच एक दिन उनकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई और वे जब उन्हें देखने आए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन पर एक जनसभा के दौरान भाषण देने के आरोप में जेल की सजा हुई और येरवडा जेल भेज दिया गया।

पत्नी के साथ यशवंतराव (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के बाद 1946 का चुनाव पहला चुनाव था। कांग्रेस ने इन चुनावों में जीत दर्ज की और बालासाहेब गंगाधर खेर बॉम्बे के प्रधानमंत्री चुने गए। इस दौरान यशवंतराव मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो सके लेकिन प्रधानमंत्री खेर ने उन्हें संसदीय सचिव बना दिया। हालांकि, वे इस पद पर नहीं जाना चाहते थे लेकिन जब उनके मां ने उनसे यह पद स्वीकार करने का आग्रह किया तो यशवंतराव ने उनकी बात मान ली। 1952 के चुनाव में वे कराड उत्तर की सीट से बॉम्बे विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और मोरारजी देसाई की सरकार में उन्हें नागरिक आपूर्ति और वन जैसे मामलों का मंत्री बनाया गया।

महाराष्ट्र के पहले CM बने चव्हाण

1956 में संसद से राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित किया और राज्यों की सीमाएं फिर से तय की गईं। राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत बॉम्बे राज्य का भी पुनर्गठन हुआ और मराठी-भाषी मराठवाड़ा और विदर्भ के साथ-साथ गुजराती-भाषी सौराष्ट्र और कच्छ को इसमें शामिल कर लिया गया। हालांकि, 1956 के बाद से ही संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के तहत नया मराठा भाषी राज्य और महागुजरात आंदोलन के तहत गुजराती भाषी लोगों के लिए गुजरात राज्य की मांग जोर पकड़ने लगी।

इस आंदोलन के बीच 1956 में मुंबई के फ्लोरा फाउंटैन (अब हुतात्मा चौक) पर आंदोलनकारी महाराष्ट्र राज्य की मांग को लेकर इकट्ठा हुए थे। इन प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोलीबारी कर दी गई जिसमें घटनास्थल पर ही 15 लोगों की मौत हो गई और इस आंदोलन में 106 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद मुख्यमंत्री मोरारजी देसाई को हटाकर केंद्र में भेज दिया गया और उनकी जगह यशवंतराव चव्हाण बॉम्बे के अगले मुख्यमंत्री नियुक्त किए गए।

द्विभाषी राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते यशवंतराव चव्हाण (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

1957 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की और यशवंतराव इस चुनाव में कराड उत्तर से विधायक बने। यशवंतराव को विधायक दल का नेता चुना गया और वे दूसरी बार बॉम्बे के मुख्यमंत्री चुन लिए गए। आंदोलन के चलते इन चुनावों में मराठी भाषी इलाकों में कांग्रेस को कम सीटें मिली थीं। माना जाता है कि चव्हाण ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को नए महाराष्ट्र राज्य की गठन के लिए मनाया था और उन्हें मराठी भाषा महाराष्ट्र का निर्माता माना जाता है।

संसद में 1960 में बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम पारित किया गया और 1 मई 1960 से बॉम्बे को महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में बांट दिया गया। यशवंतराव चव्हाण इस नए बने महाराष्ट्र राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे। चीन व भारत के 1962 के युद्ध के बाद रक्षा मंत्री वी.के. कृष्ण मेनन को पद से हटा दिया गया और यशवंतराव चव्हाण को उनकी जगह रक्षा मंत्री बनाया गया। वे तब तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे थे।

मुख्यमंत्री के तौर पर क्या-क्या किया?

मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सलाहकार मंडल की स्थापना की और उद्योग धंधों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए उन्होंने बम्बई राज्य फाइनेंसियल (अब महाराष्ट्र राज्य वित्तीय महामंडल) कार्पोरेशन की स्थापना की। बताते हैं कि जब वे किसी जिला या तहसील के कार्यक्रमों में जाते थे तो उस समय वहां के लोगों की शिकायतें सुनने के लिए वह एक-डेढ़ घंटे का समय निर्धारित रखते थे। चव्हाण ने शिक्षा के लिए कई कार्यक्रम शुरु किए थे। उन्होंने मराठवाडा के लिए स्वतंत्र विद्यापीठ की स्थापनी की और दक्षिण महाराष्ट्र के लिए कोल्हापुर में शिवाजी विद्यापीठ की शुरुआत की।

खेती के लिए कर्ज की पूर्ति, खेती विकास, खेत माल की बिक्री और दुग्ध उत्पादकों की संघटना जैसे कई काम यशवंतराव के शासन काल में शुरु किए गए थे। आज महाराष्ट्र को बॉलीवुड का केंद्र माना जाता है लेकिन इसके केंद्र बनने की शुरुआत 1957 में तब हुई थी जब मनोरंजन कर में छूट देने की नई पद्धति उन्होंने लागू की थी। यशवंतराव ने गांधी की हत्या के बाद महाराष्ट्र में दंगों में जिन ब्राह्मणों के घर, दुकान जलाए गए उनको सरकार की ओर से दिए गए कर्ज को भी यशवंतराव ने माफ कर दिया था।

देश के उप-प्रधानमंत्री बने यशवंतराव

1962 के उप-चुनाव से संसद पहुंचे यशवंतराव देश में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री के पदों पर रहे। माना जाता है कि कई लोग उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते थे, वे प्रधानमंत्री तो नहीं बने लेकिन चौधरी चरण सिंह के प्रधानमंत्री काल में देश के उप-प्रधानमंत्री रहे। 1980 के बाद इंदिरा गांधी की सरकार आने के बाद वित्त आयोग के अध्यक्ष भी रहे।

कराड में यशवंतराव की अंतिम यात्रा (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

‘आम लोगों के नेता’ नाम से मशहूर हुए यशवंतराव चव्हाण का 71 वर्ष का आयु में 25 नवंबर 1984 को दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कराड में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।

स्रोत: महाराष्ट्र, यशवंतराव चव्हाण, महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री, बॉम्बे, Bombay, First CM of Maharashtra, Maharashtra, Yashwantrao chavan
Tags: BombayFirst CM of MaharashtraMaharashtraYashwantrao chavanबॉम्बेमहाराष्ट्रमहाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्रीयशवंतराव चव्हाण
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कर्नाटक में तुष्टीकरण? वक्फ बोर्ड बोला- 1200 एकड़ हमारा, किसान सड़क पर उतरे तो नोटिस वापसी का एलान

अगली पोस्ट

कांग्रेसियों ने पत्रकार को पीटा तो चुप, महेश लांगा के समर्थन में एडिटर्स गिल्ड: ‘The Hindu’ की पूर्व अध्यक्ष ही अख़बार पर बरसीं

संबंधित पोस्ट

गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा
इतिहास

गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

15 September 2025

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में कई मोर्चे हैं—कुछ किताबों के पहले पन्नों पर दर्ज हैं, तो कुछ हाशिये पर दबे रह गए। 1947 में...

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक
चर्चित

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

15 September 2025

दिल्ली की अदालत में सोमवार सुबह का दृश्य किसी ऐतिहासिक मुकदमे जैसा था। खचाखच भरे कक्ष में वकीलों की फुसफुसाहट और दर्शकों की उत्सुक निगाहें...

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम
अमेरिकाज़

भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

15 September 2025

जब भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद भूमध्यसागर की लहरों पर उतरा, तो यह सिर्फ एक साधारण तैनाती नहीं थी। यह उस भारत की पहचान...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited