TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘महाराष्ट्र के मुखिया’: जिसने पास नहीं थे पढ़ने के पैसे वो कैसे बना राज्य का पहला CM, कहानी यशवंतराव चव्हाण की

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
29 October 2024
in इतिहास, राजनीति
‘महाराष्ट्र के मुखिया’: जिसने पास नहीं थे पढ़ने के पैसे वो कैसे बना राज्य का पहला CM, कहानी यशवंतराव चव्हाण की

महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

Share on FacebookShare on X

1947 में आजादी के बाद जहां भारत में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहलुओं के साथ नए देश के निर्माण की नींव रखी जा रही थी तो वहीं कई जगहों पर भाषाओं के आधार पर नए-नए राज्यों के गठन की मांग भी चल रही थी। तत्कालीन बॉम्बे राज्य भी इन्हीं भी शामिल था जिनसे अंतर्गत आज के महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के हिस्से आते थे।

पढ़ने के लिए नहीं थे पैसे

यशवंतराव चव्हाण का जन्म 12 मार्च 1913 को ‘देवराष्ट्र’ गांव में हुआ था तब ये सतारा जिले में आता थे और फिलहाल सांगली जिले के अंतर्गत आता है। चव्हाण ने अपना बचपन इसी गांव में बिताया और उनकी प्राथमिक शिक्षा भी यहीं शुरू हुई। देवराष्ट्र में जिस घर में उनका जन्म हुआ था, उस जगह पर आज एक स्मारक बनाया गया है। उनके पिता बलवंतराव चव्हाण का प्लेग महामारी के दौरान निधन हो गया था और मां विठाबाई ने यशवंतराव और उनके तीन भाई-बहन का पालन पोषण किया था। पिता के निधन के समय यशवंतराव केवल 5 वर्ष के थे।

संबंधितपोस्ट

सॉफ्टवेयर इंजीनियर से कट्टर जिहादी तक: जुबैर की गिरफ्तारी ने खोले अल-कायदा और आईएस के डिजिटल नेटवर्क के पते

अमेरिकी ‘मिशनरी’ या छुपा एजेंट? भीवंडी में गिरफ्तारी और विदेशी कनेक्शन वाली धर्मांतरण की घटना

महाराष्ट्र में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा: ‘बिज़नेस’ के नाम पर चल रहा था धर्मांतरण का एजेंडा

और लोड करें

 

यशवंतराव का जन्म इसी घर में हुआ था (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

उनके शुरुआती जीवन कष्टों में बीत रहा था और उन दिनों स्कूलों में फीस माफी के लिए किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति से ‘विद्यार्थी गरीब है’ का सिफारिश पत्र लेना पड़ता था और वे स्कूली पढ़ाई के लिए अपनी फीस माफ कराना चाहते थे। डॉ के.जी. कदम ने अपनी किताब ‘आधुनिक महाराष्ट्र के शिल्पकार- यशवंतराव चव्हाण’ में लिखा है, “एक दिन यशवंत गांव में एक खानदानी श्रीमंत के पास सिफारिश पत्र मांगने गए लेकिन उसने गरीबी का सिफारिश पत्र देना मना कर दिया और तिरस्कार के शब्द भी सुनाए। इस छोटी-सी घटना से यशवंत के मन को ठेस पहुंची थी।”

छात्र यशवंतराव 1927 में (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

वीर सावरकर और यशवंतराव की मुलाकात

हालांकि, उनके बड़े भाई और दोस्तों की मदद से उनकी शिक्षा चलती रही यशवंतराव ने 1934 में मैट्रिक की और कोल्हापूर के राजाराम कॉलजे से उन्होंने बीए कर लिया। इसके बाद वे एल.एल.बी करना चाहते थे घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो ऐसे में खेत बेचकर उन्हें पूने के लॉ कॉलेज भेजा गया। 1939 में कानून की परीक्षा पास नहीं कर सके लेकिन वे फिर पढ़ने में जुटे और अगले 6 महीनों में परीक्षा पास कर ली। 26 जनवरी 1930 को उन्होंने कराड में झंडावंदन किया और स्वतंत्रता के लिए कोशिश करने की शपथ ली थी और यहीं से उनके जीवन में स्वतंत्रता आंदोलन और राजनीति की शुरुआत हुई थी। वे कांग्रेस से जुड़े हुए थे और एलएलबी की परीक्षा पूरी करने के दौरान इस दौरान उन्हें जिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था।

यशवंतराव को अब वकालत भी करनी थी और राष्ट्रीय आंदोलन में भी हिस्सा लेना था तो ऐसे में उन्होंने कराड में एक घर किराए पर लेकर उसमें वकालत करनी शुरु कर दी और वे राष्ट्रीय आंदोलन में भी सक्रिय थे। उनमें स्वतंत्रता के प्रति जुनून किस कदर था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने जून 1942 में अपनी शादी का जो कार्ड छपवाया था उसमें तिरंगा झंडा लगाया गया था। वे लगातार राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े होने के चलते भूमिगत थे और इस दौरान उनके भाई की मृत्यु हो गई जिसकी जानकारी उन्हें करीब 15 दिनों बाद हुई। के.जी. कदम ने लिखा है कि स्वतंत्रता आंदोलन के लिए काम करने के दौरान रत्नागिरी में यशवंतराव की मुलाकात वीर सावरकर से हुई थी।

यशवंतराव की शादी का निमंत्रण पत्र (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

यशवंतराव पर रखा गया 1,000 रुपए का इनाम

1942 में जब महात्मा गांधी के करो या मरो नारे के साथ भारत छोड़ो आंदोलन शुरु हुआ तो यशवंतराव उसमें जुट गए। रंजन परमार ने अपनी किताब ‘यशवंतरावजी चव्हाण: व्यक्ति और कार्य’ में लिखा है कि 1942 के आंदोलन के दौरान यशवंतराव को पकड़ने के लिए अंग्रेज सरकार ने उन पर 1,000 रुपए का इनाम भी रखा था। उन्होंने लिखा है, “इस आंदोलन में भूमिगत काम करने के लिए नौजवानों का जो गुट तैयार हुआ था उसकी बागडोर यशवंतराव के हाथ में ही थी।”

इस दौरान जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर सकी तो उनके परिवार को परेशान किया गया और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच एक दिन उनकी पत्नी की तबीयत खराब हो गई और वे जब उन्हें देखने आए तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन पर एक जनसभा के दौरान भाषण देने के आरोप में जेल की सजा हुई और येरवडा जेल भेज दिया गया।

पत्नी के साथ यशवंतराव (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के बाद 1946 का चुनाव पहला चुनाव था। कांग्रेस ने इन चुनावों में जीत दर्ज की और बालासाहेब गंगाधर खेर बॉम्बे के प्रधानमंत्री चुने गए। इस दौरान यशवंतराव मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हो सके लेकिन प्रधानमंत्री खेर ने उन्हें संसदीय सचिव बना दिया। हालांकि, वे इस पद पर नहीं जाना चाहते थे लेकिन जब उनके मां ने उनसे यह पद स्वीकार करने का आग्रह किया तो यशवंतराव ने उनकी बात मान ली। 1952 के चुनाव में वे कराड उत्तर की सीट से बॉम्बे विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए और मोरारजी देसाई की सरकार में उन्हें नागरिक आपूर्ति और वन जैसे मामलों का मंत्री बनाया गया।

महाराष्ट्र के पहले CM बने चव्हाण

1956 में संसद से राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित किया और राज्यों की सीमाएं फिर से तय की गईं। राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत बॉम्बे राज्य का भी पुनर्गठन हुआ और मराठी-भाषी मराठवाड़ा और विदर्भ के साथ-साथ गुजराती-भाषी सौराष्ट्र और कच्छ को इसमें शामिल कर लिया गया। हालांकि, 1956 के बाद से ही संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन के तहत नया मराठा भाषी राज्य और महागुजरात आंदोलन के तहत गुजराती भाषी लोगों के लिए गुजरात राज्य की मांग जोर पकड़ने लगी।

इस आंदोलन के बीच 1956 में मुंबई के फ्लोरा फाउंटैन (अब हुतात्मा चौक) पर आंदोलनकारी महाराष्ट्र राज्य की मांग को लेकर इकट्ठा हुए थे। इन प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने गोलीबारी कर दी गई जिसमें घटनास्थल पर ही 15 लोगों की मौत हो गई और इस आंदोलन में 106 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद मुख्यमंत्री मोरारजी देसाई को हटाकर केंद्र में भेज दिया गया और उनकी जगह यशवंतराव चव्हाण बॉम्बे के अगले मुख्यमंत्री नियुक्त किए गए।

द्विभाषी राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते यशवंतराव चव्हाण (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

1957 के चुनाव में कांग्रेस ने फिर से पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की और यशवंतराव इस चुनाव में कराड उत्तर से विधायक बने। यशवंतराव को विधायक दल का नेता चुना गया और वे दूसरी बार बॉम्बे के मुख्यमंत्री चुन लिए गए। आंदोलन के चलते इन चुनावों में मराठी भाषी इलाकों में कांग्रेस को कम सीटें मिली थीं। माना जाता है कि चव्हाण ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को नए महाराष्ट्र राज्य की गठन के लिए मनाया था और उन्हें मराठी भाषा महाराष्ट्र का निर्माता माना जाता है।

संसद में 1960 में बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम पारित किया गया और 1 मई 1960 से बॉम्बे को महाराष्ट्र और गुजरात राज्य में बांट दिया गया। यशवंतराव चव्हाण इस नए बने महाराष्ट्र राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे। चीन व भारत के 1962 के युद्ध के बाद रक्षा मंत्री वी.के. कृष्ण मेनन को पद से हटा दिया गया और यशवंतराव चव्हाण को उनकी जगह रक्षा मंत्री बनाया गया। वे तब तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे थे।

मुख्यमंत्री के तौर पर क्या-क्या किया?

मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सलाहकार मंडल की स्थापना की और उद्योग धंधों की ज़रूरतें पूरी करने के लिए उन्होंने बम्बई राज्य फाइनेंसियल (अब महाराष्ट्र राज्य वित्तीय महामंडल) कार्पोरेशन की स्थापना की। बताते हैं कि जब वे किसी जिला या तहसील के कार्यक्रमों में जाते थे तो उस समय वहां के लोगों की शिकायतें सुनने के लिए वह एक-डेढ़ घंटे का समय निर्धारित रखते थे। चव्हाण ने शिक्षा के लिए कई कार्यक्रम शुरु किए थे। उन्होंने मराठवाडा के लिए स्वतंत्र विद्यापीठ की स्थापनी की और दक्षिण महाराष्ट्र के लिए कोल्हापुर में शिवाजी विद्यापीठ की शुरुआत की।

खेती के लिए कर्ज की पूर्ति, खेती विकास, खेत माल की बिक्री और दुग्ध उत्पादकों की संघटना जैसे कई काम यशवंतराव के शासन काल में शुरु किए गए थे। आज महाराष्ट्र को बॉलीवुड का केंद्र माना जाता है लेकिन इसके केंद्र बनने की शुरुआत 1957 में तब हुई थी जब मनोरंजन कर में छूट देने की नई पद्धति उन्होंने लागू की थी। यशवंतराव ने गांधी की हत्या के बाद महाराष्ट्र में दंगों में जिन ब्राह्मणों के घर, दुकान जलाए गए उनको सरकार की ओर से दिए गए कर्ज को भी यशवंतराव ने माफ कर दिया था।

देश के उप-प्रधानमंत्री बने यशवंतराव

1962 के उप-चुनाव से संसद पहुंचे यशवंतराव देश में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री, विदेश मंत्री के पदों पर रहे। माना जाता है कि कई लोग उन्हें देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते थे, वे प्रधानमंत्री तो नहीं बने लेकिन चौधरी चरण सिंह के प्रधानमंत्री काल में देश के उप-प्रधानमंत्री रहे। 1980 के बाद इंदिरा गांधी की सरकार आने के बाद वित्त आयोग के अध्यक्ष भी रहे।

कराड में यशवंतराव की अंतिम यात्रा (फोटो: यशवंतराव चव्हाण सेंटर)

‘आम लोगों के नेता’ नाम से मशहूर हुए यशवंतराव चव्हाण का 71 वर्ष का आयु में 25 नवंबर 1984 को दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कराड में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था।

स्रोत: महाराष्ट्र, यशवंतराव चव्हाण, महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री, बॉम्बे, Bombay, First CM of Maharashtra, Maharashtra, Yashwantrao chavan
Tags: BombayFirst CM of MaharashtraMaharashtraYashwantrao chavanबॉम्बेमहाराष्ट्रमहाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्रीयशवंतराव चव्हाण
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कर्नाटक में तुष्टीकरण? वक्फ बोर्ड बोला- 1200 एकड़ हमारा, किसान सड़क पर उतरे तो नोटिस वापसी का एलान

अगली पोस्ट

कांग्रेसियों ने पत्रकार को पीटा तो चुप, महेश लांगा के समर्थन में एडिटर्स गिल्ड: ‘The Hindu’ की पूर्व अध्यक्ष ही अख़बार पर बरसीं

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
चर्चित

विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

20 November 2025

20 नवंबर को एक ऐतिहासिक जवाब देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited