सीरिया के इस हिस्से लोग सिर्फ हसन नसरल्लाह की मौत का ही जश्न नहीं मना रहे, बल्कि ये भी कह रहे हैं कि बशर अल असद भी एक दिन इसी तरह मारे जाएँगे।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण और योगी आदित्यनाथ का सक्रिय नेतृत्व

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

हिज़्बुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर क्यों मुस्लिम ही मना रहे जश्न, असद-ईरान कनेक्शन में छिपा है राज़

अरब जगत भी हुआ दो फाड़

TFI Desk द्वारा TFI Desk
1 October 2024
in भू-राजनीति, विश्व
सीरिया, जश्न, हसन नसरल्लाह की मौत

सीरिया के इदलिब में हसन नसरल्लाह की मौत का जश्न मनाते लोग

Share on FacebookShare on X

इजरायल ने लेबनान के आतंकी संगठन हिज़्बुल्ला के मुखिया हसन नसरुल्ला को मार गिराया। इसके बाद अरब जगत में भी दो फाड़ नज़र आ रहा है। जहाँ एक तरफ सऊदी अरब और UAE जैसे शक्तिशाली इस्लामी देश हैं जिन्होंने हिबजुल्ला चीफ की मौत पर चुप्पी साध रखी है, वहीं दूसरी तरफ सीरिया और ईरान जैसे देश हैं जो खुल कर इजरायल की निंदा कर रहे हैं। सुन्नी मुल्कों ने खासकर के इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। इससे पता चलता है कि मुस्लिम जगत में भी इस मुद्दे को लेकर एकता नहीं है। असल में इसका भी कारण है।

कारण ये है कि हिज़्बुल्ला को ईरान का खुला समर्थन प्राप्त था, ईरान एक शिया मुल्क है। इस घटना के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। ईरान के विरोध में जितने भी देश हैं उन सबने इस पर चुप रहना ही बेहतर समझा है। हाँ, सऊदी अरब ने ज़रूर इस पर बयान दिया लेकिन उसने सिर्फ कहा कि वो लेबनान में स्थितियों को लेकर चिंतित है और मुल्क की संप्रभुता को बनाए रखना होगा। इस बयान न तो कहीं हिज़्बुल्ला का जिक्र था और न ही कहीं इसका मुखिया रहा हसन नसरल्लाह का।

संबंधितपोस्ट

इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

बाबा वेंगा की भविष्यवाणी फिर चर्चा में: 2025 में ‘विश्व युद्ध’ और यूरोप पर इस्लामी शासन का दावा

सुहागरात पर हो गई दूल्हा-दुल्हन की मौत, बेड पर पत्नी-फंदे पर लटका मिला पति का शव…एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार

और लोड करें

असल में 2016 में खाली देशों और अरब लीग ने हिज़्बुल्ला को आतंकी संगठन घोषित कर रखा था, लेकिन पिछले वर्ष दबाव के कारण उन्होंने ये फैसला हटा दिया। क़तर, UAE और बहरीन ने भी अब तक इस पर कुछ नहीं कहा है। बहरीन में तो एक शिया मौलवी को सिर्फ इसीलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उसने हसन नसरल्लाह की मौत पर शोक जता दिया था। इजिप्ट के पीएम ने ज़रूर लेबनान के अपने समकक्ष से बातचीत की, लेकिन उन्होंने भी न तो हिज़्बुल्ला का नाम लिया और न ही हसन नसरल्लाह का। यानी, इस्लामी मुल्कों में विभाजन साफ़ दिख रहा है।

हसन नसरल्लाह की मौत का सबसे अधिक जश्न मनाया गया सीरिया के उत्तर-पश्चिम में स्थित इदलिब शहर में। ये शहर फ़िलहाल बागियों के नियंत्रण में है। इस जश्न के पीछे का परिदृश्य समझने के लिए हमें सीरिया की राजनीति को समझना पड़ेगा। बशर अल असद सीरिया के राष्ट्रपति हैं। वो जुलाई 2000 से ही इस पद पर हैं। उससे पहले 29 वर्षों तक उनके अब्बा जनरल हाफ़िज़ अल असद इस पद पर थे। इस तरह से सीरिया में पिछले 52 वर्षों से बाप-बेटे की ही सत्ता रही है। अरब स्प्रिंग में लीबिया सहित कई मुल्कों में तख्तापलट हुआ लेकिन सीरिया बचा रहा।

इसका कारण है – सीरिया को ईरान और रूस का समर्थन। ऐसा नहीं है कि बशर अल असद के खिलाफ बगावत नहीं हुई, बल्कि अरब स्प्रिंग के दौरान वहाँ भी गृह युद्ध हुआ। 2011 में शुरू हुए इस गृह युद्ध में रूस और ईरान ने बशर अल असद को सैन्य समर्थन भी मुहैया कराया। इसके बाद सीरिया के बागी और आम लोग ईरान को अपना दुश्मन मानने लगे। ईरान से ही हिज़्बुल्ला को ही हथियारों की सप्लाई होती थी। ईरान का सहयोगी हिज़्बुल्ला भी सीरिया के युद्ध में कूद गया और ईरान की सेना के साथ मिल कर बागियों से लड़ने लगा।

बशर अल असद ने सीरिया के आम लोगों का कत्लेआम कराया। उन्हें उठा लिया जाता है, प्रताड़ित किया जाता है और मार डाला जाता है। यही कारण है कि सीरिया के इस हिस्से लोग सिर्फ हसन नसरल्लाह की मौत का ही जश्न नहीं मना रहे, बल्कि ये भी कह रहे हैं कि बशर अल असद भी एक दिन इसी तरह मारे जाएँगे। सीरिया के लोगों को इस बात का अफ़सोस है कि हिज़्बुल्ला के मुखिया को इजरायल ने मारा, उन्होंने नहीं। इदलिब में लोग हॉर्न बजा रहे हैं, चॉकलेट बाँट रहे हैं, पटाखे फोड़ रहे हैं और फायरिंग कर रहे हैं।

एक शख्स ने तो बताया कि वो इस घटना के बाद ख़ुशी के मारे रोने लगा। ऊपर से इदलिब जैसे शहरों की स्थिति भी तो देखिए। वहाँ न इंफ़्रास्ट्रक्चर है और न ही किसी योजना का लाभ वहाँ तक पहुँचता है। इसके लिए लोग सत्ताधीश को ही दोषी मानते हैं। अलेप्पो समेत कई शहरों का नियंत्रण बशर अल असद को वापस दिलाने में हिज़्बुल्ला का भी हाथ था। पहले हिज़्बुल्ला ने शिया मजहबी स्थलों की सुरक्षा के लिए अपनी उपस्थिति का दावा किया, लेकिन फिर सुन्नी लोगों का अत्याचार शुरू हो गया। इसीलिए, आज झंडा लिए सीरिया के लोग खुश होकर सड़कों पर हैं।

इदलिब में अधिकतर ऐसे लोग हैं जो पलायन कर के आए हैं। ये लोग केवल आज ही जश्न नहीं मना रहे, बल्कि कुछ दिनों पहले जब हजारों पेजरों में एक साथ इजरायल ने ब्लास्ट कराया था और हिज़्बुल्ला के कई सदस्य घायल हुए थे और कई मारे गए थे – तब भी सीरिया के इस हिस्से में लोग जश्न मनाने के लिए उतरे थे। सीरिया में कई ऐसे लोग हैं जो बशर अल असद के नियंत्रण वाले इलाक़ों में होने के कारण खुल कर ख़ुशी नहीं मना सकते, लेकिन वो इस घटना से खुश हैं।

भारत, जिसका इस घटना से कुछ लेना-देना नहीं है – वहाँ जम्मू कश्मीर से लेकर लखनऊ तक मुस्लिम भीड़ सड़कों पर हसन नसरल्लाह की तस्वीरों के साथ उतर कर शोक मना रही है और नारे लगा रही है। जबकि सीरिया जैसे इस्लामी मुल्कों में अलग नज़ारा है। अगर लेबनान की ही बात करें तो वहाँ शिया और सुन्नी समुदाय की जनसंख्या 30-30 प्रतिशत है, वहाँ के सुन्नी भी इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं, शांत हैं। दुनिया भर के मुस्लिम समाज की बात करें तो अनुमानों के हिसाब से सुन्नी जहाँ 87% हैं वहीं शिया 13% – शिया बहुल कुछ ही मुल्क हैं।

Festive holiday atmosphere in Idlib: people hit the streets celebrating the killing of mass murder Hassan Nasrallah. pic.twitter.com/27TdebPuQR

— Cc00l Memukad 🌹 الاغتيال المستهدف (@Cc00lM) September 28, 2024

ये चीजें बताती हैं कि ये मामला सिर्फ इस्लाम का नहीं बल्कि पॉलिटिकल इस्लाम का है, जहाँ स्वार्थ पहले है। बशर अल असद भी शिया समुदाय से हैं, और उनके समाज की जनसंख्या सीरिया में काफी कम है। जहाँ सुन्नी 75% से भी अधिक हैं, शिया 15% से भी कम। हालाँकि, फिर भी ये मुस्लिम इजरायल की निंदा करने के लिए समय-समय पर एक हो जाते हैं। लेकिन, इस बार जो विभाजन इनमें दिख रहा है आगे इसमें अभी बहुत कुछ घटनाक्रम बाकी है। सऊदी अरब और UAE जैसे अमीर मुल्कों के रुख पर नज़र है।

स्रोत: Syria, Celebrate, Hasan Nasrallah, Death, Israel, सीरिया, जश्न, हसन नसरल्लाह, इजरायल, Bashar Al Asad, बशर अल असद
Tags: CelebrationdeathHassan NasrallahHezbollahSyriaजश्नमौतहसन नसरल्लाहहिज्बुल्ला
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

J&K चुनाव: कश्मीर घाटी नहीं, जम्मू की मैदानी सीटें तय करेंगी सरकार!

अगली पोस्ट

‘वेट्टैयन’ की रिलीज से पहले अस्पताल में भर्ती हुए रजनीकांत, जानिए क्या होता है इलेक्टिव प्रोसीजर

संबंधित पोस्ट

मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़
चर्चित

मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

11 September 2025

11 सितम्बर 1950। महाराष्ट्र के चंद्रपुर की गलियों में जन्मा एक बालक आने वाले समय में भारतीय समाज और राजनीति की सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ बनेगा,...

नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे
चर्चित

नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

11 September 2025

भारत की राजनीति में विपक्ष का सबसे बड़ा सपना नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करना है। लेकिन पिछले एक दशक ने बार-बार साबित किया...

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच
चर्चित

नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

11 September 2025

काठमांडू की गलियों में अक्सर यह वाक्य सुनाई देता है-“भारत हर जगह घुस आता है।” यह कोई मज़ाक भर नहीं है, बल्कि दशकों से गढ़ा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited