अपने बारह बच्चों की मौत के बाद पिता अपनी इस औलाद को नहीं खोना चाहते थे, इसलिए जन्म के समय ही अनेक पीर बाबाओं और फकीरों से इसकी हिफाजत के लिए दुआ पढ़वाई।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    “भारतीय सेना की शान बना अर्जुन Mk-1A

    अर्जुन Mk-1A: अगली पीढ़ी का कवच और बेहतर सुरक्षा, भारत के MBT को मिली नई ताकत

    छोटे मंदिरों के लिए खुशखबरी, TTD ने मूर्तियों और माइक सेट पर दी भारी छू

    TTD की बड़ी पहल: छोटे मंदिरों को रियायती दरों पर मिलेंगी मूर्तियां और माइक सेट

    सुप्रीमकोर्ट

    गिरफ्तारी से पहले जमानत से इनकार पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा—बोलने की आज़ादी पर नहीं लग सकती रोक

    बांग्लादेश

    हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    “भारतीय सेना की शान बना अर्जुन Mk-1A

    अर्जुन Mk-1A: अगली पीढ़ी का कवच और बेहतर सुरक्षा, भारत के MBT को मिली नई ताकत

    छोटे मंदिरों के लिए खुशखबरी, TTD ने मूर्तियों और माइक सेट पर दी भारी छू

    TTD की बड़ी पहल: छोटे मंदिरों को रियायती दरों पर मिलेंगी मूर्तियां और माइक सेट

    सुप्रीमकोर्ट

    गिरफ्तारी से पहले जमानत से इनकार पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा—बोलने की आज़ादी पर नहीं लग सकती रोक

    बांग्लादेश

    हिंदू दीपू दास की इस्लामी भीड़ के हाथों बर्बर हत्या उस्मान हादी हत्याकांड का ‘साइड इफेक्ट’ नहीं है, ये मजहबी कट्टरता को आत्मसात कर चुके बांग्लादेश का नया सच है

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जय बोलो किशन कन्हैया की… 12 बच्चों की मौत के बाद जन्मे ‘वली मुहम्मद’, हिन्दू त्योहारों के मुरीद थे ‘नज़्म के जनक’

आगरा से नजीर को इस हद तक लगाव हो गया था कि वे आगरा से दूर जाने की बात सोचने भर से विचलित हो जाते थे

architsingh द्वारा architsingh
25 October 2024
in इतिहास, ज्ञान, संस्कृति
नज़ीर अकबराबादी, श्रीकृष्ण

देख बहारें होली की... नज़ीर अकबराबादी ने लिखे एक से बढ़ कर एक नज़्म

Share on FacebookShare on X

1739 ई. में जब दिल्ली पर नादिरशाह का हमला हुआ, उसी के आस-पास दिल्ली में एक ऐसे शख्स का जन्म हुआ, जो आगे चलकर एक बेहद शानदार शायर के रूप में उभरा। आज भी तीज-त्योहारों पर उस शायर की नज्में पूरे भारत के दिल पर राज करती हैं। ये कोई और नहीं बल्कि प्रसिद्ध शायर नजीर ‘अकबराबादी’ थे।

दिल्ली में रहने वाले मुहम्मद फारूक के घर एक-एक करके बारह बच्चों ने जन्म लिया, किन्तु कोई भी बालक जीवित न रह सका। फिर सन् 1735 ई. में उनके घर में 13वें बालक ने जन्म लिया। अपने बारह बच्चों की मौत के बाद पिता अपनी इस औलाद को नहीं खोना चाहते थे, इसलिए जन्म के समय ही अनेक पीर बाबाओं और फकीरों से इसकी हिफाजत के लिए दुआ पढ़वाई। किसी भी खतरे से इसको बचाने के लिए नाक व कान छिदवाए। पिता ने इसको वली मुहम्मद नाम दिया। आगे चलकर यही वली मुहम्मद नजीर अकबराबादी बना।

संबंधितपोस्ट

सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ की रचनाओं का संकलन ‘रोचक बाल कहानियाँ’ बच्चों के लिए है उत्कृष्ट रचना

सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन: देश की स्वतंत्रता के लिए बम बनाने वाले शब्दों के संत ‘अज्ञेय’ की क्रांतिकारी कहानी

श्री औरोबिन्दो: निस्संदेह एक उत्तम भारतीय बुद्धिजीवी जिन्हे कभी उनका उचित सम्मान नहीं मिला

और लोड करें

वली मुहम्मद कैसे बने नजीर अकबराबादी

वली मुहम्मद के नजीर अकबराबादी बनने के पीछे की कहानी है इनका अकबराबाद (आगरा) में रहना और नजीर तखल्लुस के साथ शायरी लिखना। हालाँकि इनका जन्म दिल्ली में ही हुआ था किंतु इनके जन्म के समय दिल्ली पर एक के बाद एक मुसीबतों के पहाड़ टूट रहे थे। 1739 ई. में नादिरशाह का आक्रमण फिर 1748, 1751 और 1756 में अहमद शाह अब्दाली द्वारा लगातार किए जा रहे आक्रमणों के कारण दिल्ली पर संकट के बादल घिरे हुए थे। हर तरफ भय का माहौल था। यह सब देखकर अपने ननिहाल आ गए। नजीर का ननिहाल अकबराबाद (आगरा) में था और उनके नाना नवाब सुल्तान ख़ाँ आगरा के किलेदार थे। इस समय इनकी आयु करीब 22 से 23 वर्ष की रही होगी। वहाँ जाकर नजीर को आगरा से इस तरह प्रेम हुआ कि वहीं के होकर रह गए।

आगरा से नजीर को इस हद तक लगाव हो गया था कि वे आगरा से दूर जाने की बात सोचने भर से विचलित हो जाते थे। कहा जाता है कि एक बार वाजिद अली शाह ने नजीर को लखनऊ आने का निमंत्रण दिया। नजीर ने निमंत्रण स्वीकार करके लखनऊ की यात्रा प्रारम्भ तो की, किन्तु जैसे-जैसे आगरा की सीमा समाप्त होने लगी और ताजमहल आँखों से ओझल होना शुरू हुआ, उनका दिल घबराने लगा। अंततः उन्होंने अपने घोड़े को वापस लौटाया और आगरा छोड़कर कहीं भी न जाने का निश्चय किया। आगरा से इस तरह की आसक्ति थी कि वहीं आगरा में ही तहवरुन्निसा बेगम से निकाह कर लिया।

हालाँकि पूरा मध्यकाल ही मुगल आक्रमणों, धार्मिक उन्माद, हिंसा आदि के बीच ही गुजरा। ऐसी भयावह परिस्थितियों के बीच रहकर नजीर ने जो काव्य रचना की, वह बेहद अद्भुत है। इनकी कविताओं को पढ़कर यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि ये कविताएँ किसी कठिनतम दौर में लिखी गई होंगी। सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात इनकी रचनाओं के बारे में यह है कि इनमें धार्मिक कट्टरता का कोई तत्व दिखाई नहीं देता। जहाँ एक ओर मुस्लिम समुदाय के लोग हिंदुओं, उनके पर्वों और उनकी मान्यताओं आदि को हीनता के भाव से देखते थे, तो वहीं नजीर की कलम हिन्दू तीज-त्योहारों, परंपराओं आदि की खूबसूरती को दिखाने के लिए चलती थी।

जिस समय नजीर लिख रहे थे उस समय उर्दू साहित्य भी अच्छा-खासा लिखा जा रहा था, चूँकि नजीर स्वयं मुख्य रूप से एक उर्दू शायर थे, अतः स्वाभाविक है कि उन्होंने उर्दू में भी रचनाएँ कीं और उर्दू में नज़्म लिखने वाले तो ये पहले कवि माने जाते हैं। हालाँकि भाषा के क्षेत्र में वे उदारमना थे, इसीलिए उन्होंने अपनी रचनाओं में जन संस्कृति तथा विशेषकर हिन्दू संस्कृति के शब्दों का खूब प्रयोग किया। उस समय के तथाकथित साहित्यालोचकों ने नजीर को उपेक्षित भी किया, किन्तु आज नजीर का नाम बड़े शायरों में लिया जाता है।

हिन्दू तीज-त्योहारों पर नजीर की लेखनी

हिंदुओं के प्रमुख त्योहार दीपावली आने पर जिस तरह आज कुछ विशेष वर्ग के लोगों को वायु प्रदूषण की याद आती है, उस समय भी कट्टरता के चलते प्रकाश के इस पर्व को एक खास समुदाय हीनता की दृष्टि से देखता था। किंतु नजीर जन-सामान्य के कवि थे, तीज-त्योहारों की खूबसूरती को नकारना उन्हें नहीं आता था, अपितु वे तो स्वयं इन पर्वों में शामिल हो जाते थे और जिस तरह दीपावली पर लगने वाले बाजार का वर्णन वे करते हैं, उससे उनके उत्साह का अंदाजा लगाना कदापि मुश्किल नहीं है-

“मिठाईयों की दुकानें लगा के हलवाई।
पुकारते हैं कह–लाला दीवाली है आई।।
बतासे ले कोई, बरफी किसी ने तुलवाई।
खिलौने वालों की उन से ज्यादा है बन आई।।”

दीवाली ही नहीं, रंगों के पर्व होली पर भी उनका उत्साह ‘जब फागुन रंग झमकते हों, तब देख बहारें होली की’ जैसी पंक्तियों में देखा जा सकता है। जिस तरह होली के पर्व पर लोग ठंडाई और भांग पीकर प्रेम के नशे में डूबते हैं, उसका कितना सुंदर वर्णन नजीर की इस एक ही पंक्ति में मिलता है-

जब फागुन रंग झमकते हों तब देख बहारें होली की
और दफ़ के शोर खड़कते हों तब देख बहारें होली की
“महबूब नशे में छकते हों तब देख बहारें होली की।”

वास्तव में होली, दीपावली या अन्य किसी भी पर्व पर नजीर के गीत आज भी बजते हुए सुनाई देते हैं। नजीर भले ही मुस्लिम थे, किंतु उनमें यह कट्टरता बिल्कुल नहीं थी कि वे किसी और धर्म के देवी-देवताओं के सामने सर झुकाने वाले को काफ़िर समझें। वे स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की जय करते हैं और उनको प्रणाम करते हैं-

“यह लीला है उस नंद-ललन, मनमोहन, जसुमति-छैया की
रख ध्यान सुनो दंडौत करो, जय बोलो किशन कन्हैया की॥”

नजीर ने सिख धर्म के प्रति भी अपनी आस्था प्रकट की है। उनकी पंक्तियाँ “इस बख्शिस के इस अज़मत के हैं बाबा नानक शाह गुरु, सब सीस झुका अरदास करो और हरदम बोलो वाह गुरु।” यह बात प्रमाणित करती हैं कि कट्टरता उनके भीतर लेश मात्र भी नहीं थी। यही कारण है कि वे अन्य धर्मों के प्रति भी सम्मान का वही भाव रखते थे, जो सम्भवतः कोई अपने धर्म के प्रति रखता है।

इस तरह भक्ति, प्रेम, लोकसंस्कृति की छटा अपनी रचनाओं में बिखेरते हुए नजीर लगभग सौ वर्ष की आयु में परलोक सिधार गए। उनकी मृत्यु की तिथि क्या है, यह तो निश्चित नहीं है, किन्तु उनकी इन पंक्तियों को पढ़कर यह अनुमान लग जाता है कि वे सम्भवतः सौ वर्ष की आयु पार कर चुके थे-

“ऐ यार सौ बरस की हुई अपनी उम्र आकर।
और झुर्रियां पड़ीं हैं सारे बदन के ऊपर।”

स्रोत: Nazeer Akbarabadi, नज़ीर अकबराबादी, Father Of Nazm, नज़्म के जनक, History, इतिहास
Tags: literatureNazeer AkbarabadiNazmनज़ीर अकबराबादीनज़्मसाहित्य
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जो जीता कोल्हान, वो झारखंड की सत्ता में पहुँचा… समीकरण उस क्षेत्र का जहाँ BJP ने झोंकी पूरी ताक़त

अगली पोस्ट

अरबों के घोटाले में दोषी पाया गया कांग्रेस विधायक: MUDA और वाल्मीकि ट्रस्ट स्कैम से जूझती कर्नाटक सरकार को एक और झटका

संबंधित पोस्ट

21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध
इतिहास

21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

21 December 2025

अंग्रेज शासन के दौरान कई अधिकारी छोटी-छोटी बातों पर कठोर दंड देकर समाज में भय का वातावरण बनाते थे। इसका उद्देश्य जनता को आतंकित करना...

goa mukti diwas
इतिहास

गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

19 December 2025

19 दिसंबर केवल गोवा का ऐतिहासिक दिवस नहीं है, बल्कि यह भारत की उस दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है, जिसने औपनिवेशिक शासन के अंतिम अवशेष...

kakori hatyakand
इतिहास

क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

19 December 2025

पंडित रामप्रसाद बिस्मिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन तेजस्वी क्रान्तिकारियों में थे, जिन्होंने विचार, लेखनी और बलिदान—तीनों से राष्ट्र को दिशा दी। जीवन और संस्कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited