बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमलों के साथ-साथ हिंदुओं की आवाज उठाने वाले लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डाला जा रहा है। अब इस्कॉन के एक और साधु श्याम दास प्रभु को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के साथ ही इस्कॉन से जुड़े 16 अन्य लोगों के बैंक अकाउंट भी फ्रीज कर दिए गए हैं।
इस मामले में इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने एक्स पर साधु की गिरफ़्तारी को लेकर पोस्ट लिखा है। इसमें उन्होंने श्याम दास प्रभु की फ़ोटो शेयर करते हुए लिखा, “एक और ब्रह्मचारी श्याम दास प्रभु को शुक्रवार को चटगांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।”
Another Brahmachari Sri Shyam Das Prabhu was arrested by Chattogram Police today. #ISKCON #Bangladesh#SaveBangladeshiHindus pic.twitter.com/DTpytXRQeP
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 29, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कथित तौर पर श्याम दास प्रभु देश द्रोह के आरोप में जेल में बंद चिन्मय कृष्ण दास से मिलने गए थे। इसके बाद बिना किसी वारंट के गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरफ़्तारी को लेकर बांग्लादेश और भारत समेत दुनिया भर के हिंदुओं में गुस्सा है।
प्रथम आलो की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (BFIU) ने गुरुवार (28 नवंबर, 2024) को विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों को निर्देश भेजकर इस्कॉन से जुड़े 17 लोगों के खाते एक महीने के लिए फ्रीज करने के लिए कहा है। केंद्रीय बांग्लादेश बैंक के तहत बांग्लादेश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने बांग्लादेश के बैंकों और वित्तीय संस्थानों से इन सभी 17 लोगों के लेन-देन की जानकारी 3 दिन के भीतर भेजने का आदेश दिया है। इसके अलावा, इस्लामी भीड़ ने बांग्लादेश के भैरव में स्थित इस्कॉन के एक सेंटर में हमला कर तोड़फोड़ की है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
Another ISKCON center in Bhairav, Bangladesh, has been vandalized. No respite in sight. #SaveBangladeshiHindus pic.twitter.com/ut7CMRb4mn
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 30, 2024
जुमे की नमाज के बाद इस्लामी भीड़ ने 3 मंदिरों में की तोडफोड
बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद से हिंदुओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार (29 नवंबर, 2024) को जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर इस्लामिक भीड़ हिंसक हो गई और हिंदुओं पर हमले किए। इस दौरान 3 मंदिरों में भी तोड़फोड़ की गई। यह पूरी घटना चटगांव जिले के पाथरघाटा की है। इसके अलावा, पुलिस ने इस्कॉन के एक और साधु को श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार किया है।
बांग्लादेशी मीडिया पोर्टल ‘बीडी24’ की रिपोर्ट के अनुसार, हिंसक इस्लामिक भीड़ ने पाथरघाटा के शांतनेश्वरी मातृ मंदिर, शोनी मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर पर हमला कर तोडफोड की। मंदिर प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि नारे लगाते हुए सैकड़ों लोगों की भीड़ ने मंदिरों पर ईंटें फेंकी, जिससे मंदिरों को काफी नुकसान हुआ है।
बता दें कि यह हमला जुमे की नमाज़ के तुरंत बाद हुआ है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नमाज के बाद मस्जिद से बाहर आए मुस्लिमों ने नारेबाजी करते हुए पाथरघाटा के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में स्थित मंदिरों पर हमला बोल दिया। इस दौरान, इस्लामिक भीड़ ने इस्कॉन को भी गालियाँ दीं। शांतिनेश्वरी मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य तपन दास का कहना है, “जुमे की नमाज़ के बाद सैकड़ों लोग आए और उन्होंने हिंदू और इस्कॉन विरोधी नारे लगाने शुरू कर दिए। हमलावरों ने शांतनेश्वरी मंदिर के मुख्य द्वार पर हमला करना शुरू कर दिया और ईंट-पत्थर फेंके। इस दौरान उन्होंने शोनी मंदिर और काली मंदिर पर भी हमला किया।”
तपन दास ने आगे कहा, ” इस्लामिक भीड़ ने आस-पास की कई दुकानों को भी निशाना बनाया गया। हमने हमलावरों को नहीं रोका। जब स्थिति बिगड़ गई तो हमने सेना को बुलाया। इससे स्थिति नियंत्रित हुई। दोपहर से पहले सभी मंदिरों के द्वार बंद कर दिए गए थे। भीड़ बिना किसी उकसावे के हमला करने के उद्देश्य से ही आई थी।” इस घटना की पुष्टि स्थानीय कोतवाली पुलिस के प्रमुख अब्दुल करीम ने की है। करीम ने स्थिति नियंत्रण में होने की भी बात कही है।
A massive rally of Islamists had attacked Hindus in the #Patharghata region of Chattagram
The Shantanushwari Kaali Baari, the Durga Mandir in Brickfield road & the Jagatbandhu Ashram were attacked
Army has been deployed in Chattagram. pic.twitter.com/5p0MBVLGSU
— Vladimir Adityanath (@VladAdiReturns) November 29, 2024
इस घटना के कई वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें टोपी लगाए लोगों को पत्थर बरसाते हुए देखा जा सकता है। बता दें कि बांग्लादेश में बीते कई सालों से हिंदुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने और उसके बाद मोहम्मद यूनुस के सत्ता में आने से लेकर अब तक लगातार हिंदू और उनके मंदिर इस्लामिक भीड़ का शिकार बन रहे हैं। इतना ही नहीं, हिंदुओं की आवाज उठाने वाले लोगों को यूनुस सरकार जेल में डाल रही है। इस्कॉन से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास इसका बड़ा उदाहरण हैं, जिन्हें देश द्रोह के आरोप में बांग्लादेश पुलिस ने जेल में डाल दिया है। Three Hindu temples in Bangladeshs Chattogram vandalised ISKCON iskcon chinmoy das After Chinmoy Krishna Das, Bangladesh arrests another ISKCON priest Shyam Das Prabhu without warrant