असम-मेघालय कैडर से होने के चलते पूर्वोत्तर के बारे में अजय भल्ला की समझ बहुत अच्छी है
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    मोहन भागवत: 75 की उम्र में भारत की सभ्यतागत आवाज़

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    नेपाल से पहले इन देशों मे हो चुका है तख्तापलट- जानिए क्या थी वजह और और अब कहां है उन देशों के नेता?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मणिपुर और मिज़ोरम में दो नए ‘ताकतवर’ राज्यपाल, क्या है केंद्र का संदेश?

असम-मेघालय कैडर से होने के चलते पूर्वोत्तर के बारे में अजय भल्ला की समझ बहुत अच्छी है

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
25 December 2024
in चर्चित
पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह (बाएं) और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला (दाएं)

पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह (बाएं) और पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला (दाएं)

Share on FacebookShare on X

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कुछ दिनों पहले त्रिपुरा के अगरतला में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) की बैठक में शामिल हुए थे। यह परिषद पूर्वोत्तर के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी है। इस दो दिवसीय हाई प्रोफाइल सम्मेलन में पूर्वोत्तर राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। शाह के इस बैठक से लौटने के कुछ ही समय बाद केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर के 2 राज्यों समेत 5 राज्यों में राज्यपाल बदल दिए हैं। इनमें सबसे अधिक चर्चा मणिपुर और मिज़ोरम के राज्यपाल बदले जाने को लेकर है। पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को लंबे समय से अशांत मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया है जबकि पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह को मिज़ोरम का राज्यपाल बनाया गया है। गैर राजनीतिक लोगों को राज्यपाल बनाए जाने का इतिहास लंबा रहा है लेकिन जब मणिपुर लंबे समय से हिंसा की चपेट में है और बांग्लादेश-म्यांमार में हालात गंभीर हैं तो सैन्य व प्रशासनिक अनुभव से दक्ष लोगों को पूर्वोत्तर में भेजे जाने के कई निहितार्थ हैं।

अशांत मणिपुर में शाह के पसंदीदा ‘अफसर’

मणिपुर में मई 2023 में जो जातीय हिंसा शुरू हुई थी वो अभी तक जारी है। इस हिंसा में 200 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है और हजारों लोग जख्मी हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि मणिपुर में हज़ारों लोग अपने घरों को छोड़कर राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। ऐसे में जब स्थितियां पूरी तिथि से माकूल नहीं हैं और विपक्ष द्वारा लगातार मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाकर वहां राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की जा रही है तो भल्ला की नियुक्ति अहम हो जाती है। भल्ला ना केवल पूर्व गृह सचिव रहे हैं बल्कि सेवा के दौरान केंद्र सरकार ने उन्हें 4 बार सेवा विस्तार भी दिया था। भल्ला को लंबा प्रशासनिक अनुभव है और वे पिछले 52 साल में ऐसे दूसरे गृह सचिव थे जिन्होंने 5 वर्ष या इससे अधिक समय इस पद पर बिताया हो।

संबंधितपोस्ट

नेपाल की सड़कों से उठी पीएम मोदी की गूंज: विपक्ष के सपने फिर अधूरे

मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

जेन-ज़ी की डिजिटल क्रांति: क्या सोशल मीडिया नेपाल में सरकार बदल सकती है-और भारत को क्या करना चाहिए?

और लोड करें

खास बात यह भी है कि मणिपुर हिंसा पर काबू पाने के लिए सरकार ने जो शांति प्रक्रिया तैयार की उसमें भल्ला की भूमिका बेहद अहम थी, उस समय भल्ला ही गृह सचिव थे। अजय भल्ला को गृह मंत्री शाह का करीबी अफसर माना जाता है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के करीब एक हफ्ते बाद उन्हें गृह सचिव बनाया गया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर 2019 में हुए दंगों के दौरान शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, असम-मेघालय कैडर से होने के चलते पूर्वोत्तर के बारे में अजय भल्ला की समझ बहुत अच्छी है। एक नौकरशाह का कहना है, “कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की तरह उनमें अहंकार नहीं है। वे कभी भी यह नहीं कहते कि ‘मैं बेहतर जानता हूं’। उन्हें पता है कि अगर मंत्री ने कोई निर्णय लिया है, तो उसे लागू किया जाना चाहिए। वे बहुत मेहनती भी हैं। दिन के अंत में आपको शायद ही कभी उनकी टेबल पर कोई लंबित फाइल मिलेगी।”

हालांकि, दैनंदिन प्रशासनिक कार्यों और कानून-व्यवस्था के मामलों में राज्यपाल का हस्तक्षेप नहीं रहता है लेकिन भल्ला जैसे अधिकारी का होना राज्य में शांति स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। मणिपुर में केंद्र सरकार अजय भल्ला के प्रशासनिक अनुभव के ज़रिए मणिपुर के बेकाबू हालातों को और तेज़ी से संभालना चाहती है।

बांग्लादेश से सटे मिज़ोरम में मोदी के ‘जनरल’

केंद्र सरकार ने डॉ. हरि बाबू कंभमपति की जगह पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह को मिज़ोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया है। वे इससे पहले केंद्र की सरकार में विदेश मंत्रालय में राज्यमंत्री समेत अन्य मंत्रालय में मंत्री भी रह चुके हैं और लंबे सैन्य अनुभव के साथ-साथ उन्हें प्रशासनिक अनुभव भी है। बांग्लादेश में तख्तापल्ट के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं और बड़ी संख्या में लोग देश छोड़ने को मजबूर नज़र आ रहे हैं। बांग्लादेश के साथ मिज़ोरम की 318 किलोमीटर लंबी सीमा है और ऐसे में सैन्य और प्रशासनिक अनुभव वाले वी.के. सिंह की नियुक्ति अहम हो जाती है।

मिज़ोरम की सीमा बांग्लादेश के साथ-साथ म्यांमार से भी लगती है। म्यांमार में भी गृह युद्ध जैसे हालात हैं और वहां भी शरणार्थियों का बड़ा संकट है। साथ ही, म्यांमार के विद्रोही गुटों से जुड़े लोग भी अब वापस लौटने लगे हैं और उनके मिज़ोरम में घुसने का खतरा भी बना हुआ है। सीमा पर स्थिति के नियंत्रण के लिए वी.के. सिंह का अनुभव सुरक्षाबलों के भी बड़े काम आ सकता है।

मिज़ोरम के मुख्यमंत्री पीयू लालदुहोमा ने कुछ हफ्तों पहले अमेरिका में एक भाषण देते हुए ‘चिन-कुकी-जो की एकजुटता और एक देश’ का आह्वान किया था। चिन-कुकी-जो भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में रहने वाली ईसाई जनजातियां हैं और सीएम के इस भाषण के बाद अलगाव के एक नए एजेंडे को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में शामिल रहे वीके सिंह को मिज़ोरम भेजे जाने के पीछे का मकसद स्थिरता को बढ़ावा देना और उनके अनुभव के ज़रिए अलगाव की स्थितियां ना आने देना है।

स्रोत: अजय भल्ला, वीके सिंह, अमित शाह, नरेंद्र मोदी, मणिपुर, मिज़ोरम, बांग्लादेश, म्यांमार, Ajay Bhalla, VK Singh, Amit Shah, Narendra Modi, Manipur, Mizoram, Bangladesh, Myanmar,
Tags: Ajay BhallaAmit ShahBangladeshManipurMizoramMyanmarNarendra ModiVK Singhअजय भल्लाअमित शाहनरेंद्र मोदीबांग्लादेशमणिपुरमिजोरमम्यांमारवीके सिंह
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

बागेश्वर धाम में वैवाहिक बंधन में बंधेंगे 251 जोड़े, आटा चक्की और सिलाई मशीन देकर नई-नवेली दुल्हनों को सशक्त बनाएंगे धीरेन्द्र शास्त्री

अगली पोस्ट

गाँधी ने ठुकराया, महामना ने अपनाया… एक दशक बाद पहना वकील वाला चोला, पंडित मालवीय ने बचाई 150 क्रांतिकारियों की जान

संबंधित पोस्ट

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न
चर्चित

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

12 September 2025

पुस्तक का नाम: खजाने की शोधयात्रा लेखक: प्रशांत पोल प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन, दिल्ली पृष्ठ: 221 मूल्य: 450 (प्रिंट) क्या आप जानते हैं कि विश्व का...

सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज
क्राइम

सीवान की जलती रातें: चंचल की आंखों से देखें बिहार का जंगलराज

11 September 2025

साल 1999 की ठंडी शाम। सीवान की गलियों में दीपावली के बाद की चहल-पहल धीरे-धीरे थम रही थी। चंचल अपने दोनों भाइयों—गिरीश और सतीश—के साथ...

मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?
इतिहास

मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

10 September 2025

लगभग चार हजार साल पहले मोहनजोदड़ो में मिली पत्थर की एक छोटी सी मूर्ति को लोग “पुजारी-राजा” (Priest King) कहते हैं। ये मूर्ति वर्ष 1925-26...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited