बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है। सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 26 नवंबर से मेलबर्न में खेला जाना है। अब तक इस सीरीज को लेकर मैदान के बाहर से कई विवाद सामने आ चुके हैं। हालांकि अब मैदान के भीतर से भी विवादों का सिलसिला शुरू हो चुका है। यह विवाद है पिच को लेकर। ऑस्ट्रेलिया हमेशा से ही तेज पिचों के लिए जाना जाता है। लेकिन प्रैक्टिस के लिए भारत को टर्निंग पिच दी गई है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्लेयर्स को तेज पिच दी गई है। विवाद भड़ता देख ऑस्ट्रेलिया की ओर से सफाई दी गई है।
दरअसल, मेलबर्न में होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से पहले दोनों ही टीमों ने जमकर अभ्यास कर रही हैं। भारतीय प्लेयर्स 21 और 22 दिसंबर को नेट पर पसीना बहाते नजर आए। हालांकि इस दौरान टीम इंडिया को प्रैक्टिस के लिए जो पिच दी गई थी, वह यूज़्ड पिच थी। एक तरीके से देखें तो यूज़्ड पिच टर्निंग ट्रैक की तरह होती हैं। वहीं, इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी नई पिच पर अभ्यास करते नजर आए।
चूंकि भारत को प्रैक्टिस के लिए पुरानी पिच दी गई थी, इसलिए बुमराह, सिराज और आकाश दीप जैसे तेज गेंदबाजों को पिच से मदद नहीं मिल रही थी। इतना ही नहीं शॉर्ट बॉल भी प्लेयर्स के कमर तक ही उछाल ले पा रही थी। जबकि आमतौर पर ये सीने के आसपास तक पहुंच जाती है। इस कारण ही थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट दयानंद गरानी की एक गेंद बेहद नीची रही और कप्तान रोहित शर्मा के घुटने पर जाकर लगी। इसके बाद वह बर्फ से सिकाई करते नजर आए।
हालांकि प्रैक्टिस के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेज गेंदबाज आकाश दीप ने कहा कि रोहित शर्मा अब ठीक हैं और किसी प्रकार की गंभीर चोट की आशंका नहीं है। वहीं पिच पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पिच सफेद गेंद (व्हाइट बॉल जिसका उपयोग वनडे और टी 20 में किया जाता है) के हिसाब से तैयार की गई है। इसलिए गेंद उछाल प्राप्त नहीं कर पा रही थी। विवाद को बढ़ाते हुए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउन्ड की ओर से सोमवार (23 दिसंबर, 2024) को ऑस्ट्रेलियन प्लेयर्स को तेज पिच दी गई है।
ऑस्ट्रेलिया ने दी सफाई:
पिच को लेकर बढ़ते विवाद के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउन्ड (MCG) के पिच क्यूरेटर मैट पेज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच शुरू होने से तीन दिन पहले ही प्रैक्टिस के लिए नई पिचें उपलब्ध कराते हैं पेज ने कहा, “हमें भारतीय टीम का कार्यक्रम पहले ही पता चल गया था। लेकिन हम आम तौर पर मैच से तीन दिन पहले ही मैच के हिसाब से पिच देते हैं। यह नियम सभी टीमों पर लागू होता है।”
इसे ऐसा समझा जा सकता है कि ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि यदि टीमों को पहले से ही नई पिचें उपलब्ध करा दी जाती हैं- उदाहरण के लिए, मैच शुरू होने से पांच दिन पहले तो टेस्ट के नज़दीक आते-आते पिच के खराब होने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे में ग्राउंड स्टाफ़ मैच शुरू होने से तीन दिन पहले नई प्रैक्टिस पिच देता है। भारत ऑस्ट्रेलिया पिच
ऑस्ट्रेलिया का मीडिया कर चुका है बवाल
बता दें कि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया मीडिया अपनी हरकतों के चलते चर्चा में रहा है। इसकी शुरुआत विराट कोहली से हुई थी। दरअसल, कोहली अपने परिवार के साथ मेलबर्न एयरपोर्ट पर थे। इस दौरान उनके मना करने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया के पत्रकार उनकी फोटो ले रहे थे। इसको लेकर विराट ने आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि मीडिया को लोगों की प्राइवेसी का ध्यान रखना चाहिए।
इसके बाद रवींद्र जडेजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद भी मीडिया ने बवाल किया था। जडेजा ने भारतीय पत्रकारों के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। लेकिन इसमें ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार भी शामिल हो गए थे। इसमें जडेजा हिंदी में जवाब देते रहे। इसके बाद अपनी बस पकड़ने की बात कहकर वहां से निकल गए। इस पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया टीम इंडिया के मीडिया मैनेजर पर भड़क गया। Tired pitches for India fresher ones for Australia MCG practice row