राज्यसभा (Rajyasabha) में कांग्रेस के सांसद अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) की सीट पर नियमित जांच के दौरान नोटों की गड्डी मिलने को लेकर शुक्रवार को सदन में हंगामा हो गया है। उप-राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) ने राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होने पर इस घटना की जानकारी दी। धनखड़ ने कहा, “गुरुवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद चेंबर की नियमित सुरक्षा जांच की गई जिसमें सुरक्षा अधिकारियों को सीट नंबर 222 से नोटों की गड्डी मिली है।” उन्होंने कहा, “वर्तमान में ये सीट अभिषेक मनु सिंघवी के पास है, जो 2024 से 2026 तक के कार्यकाल के लिए तेलंगाना से निर्वाचित हुए हैं। मामला मेरी जानकारी में लाया गया और मैंने प्रोटोकॉल के मुताबिक इसे आवश्यक समझा कि इस मामले में कानून के तहत जांच सुनिश्चित की जाए।” उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
खरगे ने जताई आपत्ति
इस घटना को लेकर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सदन में प्रतिक्रिया दी और उन्होंने धनखड़ द्वारा घटना में सिंघवी का नाम लिए जाने पर आपत्ति जताई है। खरगे ने कहा कि जब तक जांच में सब कुछ स्पष्ट नहीं हो जाता तब तक सिंघवी का नाम नहीं लिया जाना चाहिए था। इस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने हंगामा किया तो उन्होंने कहा कि ऐसा चिल्लर काम करके ही देश को बदनाम किया जा रहा है। खरगे के इन आरोपों पर सभापति धनखड़ ने जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ यह बताया है कि नोट कहां पर मिले हैं और वो सीट किसे दी की गई है।
संसदीय कार्य मंत्री ने क्या कहा?
राज्यसभा में इस मामले पर हंगामा बढ़ा तो संसदीय कार्य मंत्री किरने रिजिजू ने भी इस घटना को लेकर विस्तार से जानकारी दी। रिजिजू ने कहा कि सदन में कोई भी नोटों की गड्डियां नहीं लेकर आता है। उन्होंने कहा, “सदन की कार्यवाही खत्म करते समय प्रोटोकॉल के तहत एंटी-सैबोटेज टीम सभी सीटों की जांच कर रही थी और तभी नोट बरामद किए गए हैं। इस जांच के दौरान सदस्यों ने साइन भी किए थे लेकिन फिर भी सदस्य का नाम लेने पर आपत्ति क्यों है?” बकौल रिजिजू, डिजिटल दौर में नोटों के बंडल रखना कोई आम बात नहीं है और यह गंभीर चिंता की बात है।
सिंघवी ने क्या कहा?
मामले की जानकारी सामने आते ही कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने जवाब का एक वीडियो अपने ‘X’ अकाउंट पर शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं, “मैं कल (5 दिसंबर) दोपहर को 12:57 मिनट पर सदन में पहुंचा और एक बजे सदन स्थगित हो गया था। इसके बाद मैंने संगम कैंटीन में लंच किया और 1:30 बजे में वापस चला आया।” उन्होंने कहा, “मेरी सदन में मौजूदगी 3 मिनट तक ही रही। अगर यह मामला गंभीर ना होता तो मुझे बहुत हास्यास्पद लगता। संसद में सदस्य की सीट को लॉक किए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।”
My short statement in Hindi to some journalists. pic.twitter.com/p6TkYyBHHE
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) December 6, 2024
अब इस घटना को लेकर राजनीति तेज हो गई है। राज्यसभा में नोटों का मिलना कोई आम बात नहीं है जिसके चलते बीजेपी विपक्ष पर हमलावर है। वहीं, विपक्ष ने भी दबे स्वर में ही सही इस घटना की जांच कराने की मांग की है।