महाकुंभ 2025 में, जहां मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, वहीं आज (30 जनवरी 2025) मेला क्षेत्र से बाहर आग लगने की खबर सामने आ रही है। लेकिन प्रशासन की तत्परता और सतर्कता ने इस गंभीर स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए एक बड़े हादसे को टाल दिया है। इस घटना में राहत की बात यह रही कि किसी भी प्रकार की हताहत की सूचना नहीं मिली है हालांकि, आग ने 10 टेंटों और उनके अंदर रखे रजाई-गद्दों को पूरी तरह से जलाकर राख कर दिया है।

प्रशासन की तत्परता ने टाला बड़ा हादसा
महाकुंभ 2025 में आज एक गंभीर घटना सामने आई, जहां मेला क्षेत्र से बहार पड़ने वाले सेक्टर 22, झूंसी, छतनाग घाट में आग लगने की खबर आई। यह घटना एक बड़ी चिंता का विषय बन सकती थी, लेकिन प्रशासन की त्वरित और सतर्क प्रतिक्रिया ने इसे एक बड़ा हादसा बनने से रोक लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।
ये पंडाल आम तौर पर यात्रियों के रुकने के लिए बनाए जाते हैं। आग ने अब तक 10 टेंटों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, लेकिन सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि प्रशासन की मुस्तैदी से इस हादसे में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई। प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई की, जिससे एक और बड़ा संकट टल गया और श्रद्धालुओं में राहत की लहर दौड़ गई।
आग बुझाने के बाद कुछ ऐसा है अंदर का नजारा
महाकुंभ में एक बार फिर से आग लगने की खबर!
सेक्टर 22 (झूँसी) स्थित छतनाग घाट का मामला, 10 टेंट जल कर स्वाहा।
किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है, स्थिति को प्रशासन ने तेज़ी से नियंत्रित कर लिया है।
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— The Frustrated Indian (@FrustIndian) January 30, 2025
आग बुझाने के बाद, हमारे ग्राउंड टीम से मिली वीडियो में पंडालों के अंदर का दृश्य दिखता है, जहां अब जलकर राख हो चुके टेंट और उनके भीतर पड़े रजाई-गद्दे बिखरे हुए हैं। हालांकि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है और प्रशासन ने इसे बड़ी तत्परता से संभाला लिया है।