महाकुंभ 2025 – यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सनातन एकता, उत्तर प्रदेश सरकार की प्रबंधन क्षमता और केंद्र में स्थिर मोदी सरकार के नेतृत्व में देश की बढ़ती शक्ति को दुनिया के सामने पेश करने का एक ऐतिहासिक अवसर है। जहां केंद्र और प्रदेश सरकारें मिलकर इस आयोजन को और भव्य बनाने में जुटी हैं, वहीं महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज में अतीक अहमद के पोस्टर विवाद ने तूल पकड़ लिया है।
संगम की रेती पर आयोजित हो रहे महाकुंभ मेले में कुख्यात माफिया अतीक अहमद से जुड़े पोस्टर लगाए जाने से माहौल गर्म हो गया है। अतीक की हत्या के बाद उसकी चर्चा लगातार जारी रही है और अब यह मामला महाकुंभ में भी उठ खड़ा हुआ है। राष्ट्रीय हिंदू दल ने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के शिविर के पास एक बैनर लगाया, जिसमें अतीक की तस्वीर पर क्रॉस लगाकर, उसके तीन हत्यारों को ‘देवदूत’ के रूप में सम्मानित करने का ऐलान किया गया। फिलहाल सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बैनर को हटा दिया है।
राष्ट्रीय हिंदू दल अध्यक्ष ने बताया क्यों अतीक के हत्यारों को कहा ‘देवदूत’
पोस्टर विवाद पर TFI के साथ बातचीत करते हुए राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने कहा, “हां, हमने ही वह पोस्टर लगाया था जिसे पुलिस प्रशासन ने हटाया है। माफिया अतीक अहमद महाकुंभ में आने वाली महिलाओं से छेड़छाड़ करता था और वहां दुकान लगाने वाले गरीब व्यापारियों से अतीक के नाम पर गुंडा टैक्स वसूला जाता था। ऐसे में, हमारे तीनों भाई जिन्होंने प्रयागराज को इस राक्षस से मुक्ति दिलाई, वे हमारे लिए देवदूत के समान हैं।”
बातचीत के दौरान आगे जब उनसे पूछा गया कि क्या इस तरह के और पोस्टर भविष्य में देखने को मिल सकते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, “जी हां, हमारे दल द्वारा हिन्दू जागरण के लिए संवैधानिक भावनाओं को आहत किए बिना उचित कदम उठाए जाएंगे।”
बनवाऊंगा अतीक के मंदिर- रोशन पांडेय
राष्ट्रीय हिंदू दल के अध्यक्ष रोशन पांडेय ने पुलिस प्रशासन द्वारा पोस्टर हटाए जाने पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा, “यह पोस्टर तो प्रशासन को खुद ही लगवाना चाहिए था। हालांकि, उनके द्वारा पोस्टर हटाने की जो कार्रवाई की गई है, हम उसका विरोध करते हैं।” इस मुद्दे पर आगे बोलते हुए पांडेय ने बड़े ही चुटीले अंदाज में कहा, “अगर पुलिस प्रशासन ने इस मामले में हम पर कोई सख्ती की या मुकदमा दर्ज किया, तो हम पूरे जिले में अतीक के छोटे-छोटे मंदिर बनवाकर उनसे सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करेंगे।”