TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

Delhi Elections 2025 से पहले केजरीवाल और AAP का दोगला चेहरा उजागर: केंद्र से ‘मदद’ भी और ‘पलटवार’ भी

Neha Dhavan द्वारा Neha Dhavan
21 January 2025
in राजनीति
Delhi Elections 2025 AAP Vs BJP Arvind Kejriwal

Delhi Elections 2025 AAP Vs BJP Arvind Kejriwal

Share on FacebookShare on X

आपने हर मंच पर ‘आप मुखिया’ अरविंद केजरीवाल या यूं कहे कि आम आदमी पार्टी के सभी छोटे-बड़े नेताओं को केंद्र सरकार की बुराई करते, उनकी कमियां निकालते देखा, सुना होगा। ये एक तरह से आम आदमी पार्टी का केंद्रीय चरित्र बन गया है। दरअसल उनकी राजनीति केंद्र सरकार का विरोध कर के ही पनपी है। आम आदमी पार्टी के उदय के समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, उस वक्त केजरीवाल कांग्रेस के विरोध में बोलते थे। 2014 के बाद केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA की सरकार बनी तो अब केजरीवाल की पूरी राजनीति बीजेपी के खिलाफ शुरू हो गई है। ये भी सच है कि केंद्र सरकार की मुखालफत की राजनीति का फल भी उन्हें मिला है । इसलिए 2025 के विधानसभा चुनाव(Delhi Elections 2025) में भी आप पार्टी का केंद्र बनाम दिल्ली सरकार का खेल जारी है।

अक्सर मीडिया की सुर्खियों में, राजनीतिक मंचों पर हमने आम आदमी पार्टी के नेताओं को चाहे वह दिल्ली के हैं या पंजाब के, यह कहते सुना और देखा है कि केंद्र पंजाब और दिल्ली की राज्य सरकारों को बजट का पैसा नहीं देता है या सौतेलेपन के साथ व्यवहार करता है। क्या इन इल्जामों में वाकई सच्चाई है ? समरसता-समानता की बात रखने वाली भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर लगे यह इल्जाम सही हैं या इसके पीछे अरविंद केजरीवाल का कोई राजनीतिक खेल है? इसकी समीक्षा भी उतनी ही आवश्यक है।

संबंधितपोस्ट

भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

और लोड करें

दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री अतिशी मार्लेना सिंह ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 के अपने खर्चे पूरे करने के लिए राष्ट्रीय लघु बचत कोष (NSSF) यानी नेशनल स्मॉल सेविंग फंड से 10,000 करोड रुपए के उधार लेने के लिए एक प्रस्ताव भेजा। यह काफी चौकाने वाली बात थी, क्योंकि ये दिल्ली विधानसभा के पुनर्गठन के बाद 31 वर्षों में पहली बार प्रदेश सरकार के राजकोषीय घाटे की ओर बढ़ने का स्पष्ट प्रमाण था। यानी आज दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के पास राजकोष में इतना पैसा भी नहीं बचा है कि वह राज्य के खर्चों के साथ-साथ दिल्ली प्रदेश का विधानसभा चुनाव(Delhi Elections 2025) भी संपन्न करा सके।

2014 से 2024 तक एक चौंकाने वाला वाला सत्य यह भी है कि दिल्ली में मुफ्त की रेवड़ियां बांटने वाली ‘आप’ सरकार ने दिल्ली राज्य के राजस्व पर इतना अधिक खर्च बढ़ा दिया कि मुफ्त की रेवड़ियों की सब्सिडी का बोझ आज 607 % तक बढ़ गया है । पिछले 10 वर्षों में सब्सिडी बिल 1,554.72 करोड़ से बढ़कर 10,995.34 करोड रुपए हो गए हैं। मुफ्त पानी,बिजली, महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा जैसी मुफ्त वाली योजनाओं के बोझ से सरकारी राजस्व बुरी तरह दबाव में है। अनुमान है कि 2025-26 के अंत तक दिल्ली सरकार का कुल खर्च कमाई से कहीं ज्यादा होगा, ऐसे में ये वादे कहां से पूरे किए जाएंगे?

कहां गया तेरा वादा? 

शायद यही वजह है कि “कहां गया तेरा वादा” की तर्ज पर अरविंद केजरीवाल के बार-बार ज़ुबान देकर मुकरने की बात सामने आने लगी। वो कहते थे कि हमारे पास प्लान है और दिल्ली की कमाई से ही सब कुछ फ्री में भी देंगे साथ ही राज्य का खजाना भी भर देंगे। कहां गई वह बातें? न राजस्व बढ़ा और न ही राज्य की कमाई ? उल्टे राजकोषीय घाटा और कर्ज में भारी वृद्धि दर्ज की गई है।

पिछले 5 वर्षों में दिल्ली की वित्तीय सेहत कितनी खराब हुई है इसकी तस्वीर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने विधानसभा सत्र 2022 में CAG यानी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में स्वयं पेश की थी। कैग की रिपोर्ट के अनुसार साल दिल्ली का 2015-16 में कर्ज 32,497.9 करोड़ था जो 2019-20 में बढ़कर 34,766.84 करोड़ हो गया । यानी 4 वर्षों में ही 6.98 % कर्ज की वृद्धि हुई । आज दिल्ली प्रदेश की जीडीपी 3.9 % पर पहुंच गई है । जो कि देश में सबसे कम है वहीं भारत की औसतन जीडीपी 27.5 % है। दिल्ली सरकार पर कर्ज 2024- 2025 में अधिक होने के अनुमान हैं इसी वजह से आम आदमी पार्टी की सरकार ने कैग CAG की रिपोर्ट को 2023- 24 में पेश भी नहीं किया जिसके कारण भारतीय जनता पार्टी के 7 विधायकों को कोर्ट का रुख करना पड़ा। कोर्ट ने दिल्ली सरकार की आलोचना भी की। इस कैग रिपोर्ट में 14 विशेष मामलों पर खुलासा होने की संभावनाएं हैं ।

पिछले दिनों इस रिपोर्ट का कुछ अंश लीक हुआ, जिसमें नई शराब नीति के कारण दिल्ली सरकार दिल्ली प्रदेश को 2,026 करोड रुपए का वित्तीय नुकसान होने की बात सामने आई है। इसी वजह से दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की ईमानदारी पर और जवाबदेही पर प्रश्न उठने लगे हैं कि आखिर सीएजी की रिपोर्ट को विधानसभा सत्र में क्यों पेश नहीं किया गया? और आम आदमी पार्टी की सरकार इस पर चर्चा से क्यों बच रही है? कोर्ट में आप पार्टी की सरकार ने कहा कि विधानसभा का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है इसके लिए इस रिपोर्ट को रखना कोई लाभकारी नहीं । किसी सरकार का यह जवाब उसकी ईमानदारी पर प्रश्नचिन्ह जरूर खड़ा करता है।

इस सारे विषय से यह जरूर समझ आ रहा है कि अरविंद केजरीवाल की नीतियों और प्लानिंग में केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता तो लेना है, लेकिन उसी से पैसा लेकर और केंद्र की मदद से मुफ्त की योजनाएं चला कर केंद्र सरकार का ही विरोध भी करना है और ये नैरेटिव बनाना है कि केंद्र सरकार दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार करती है।

केंद्र सरकार ने वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की तरफ से दिल्ली को वन स्टॉप सेंटर के रख रखाव और सुचारू रूप से चलाने के लिए 12.19 लाख रुपए प्रति वन स्टॉप सेंटर के हिसाब से जारी किए। दिल्ली में कुल 11 वन स्टॉप सेंटर है, जिसके लिए कुल 1.34 करोड़ रुपए केंद्र द्वारा जारी किए गए, लेकिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसका इस्तेमाल ही नहीं किया। केवल 21% राशि का इस्तेमाल किया और 87% फंड केंद्र सरकार को वापस भेजना पड़ा ।

पूरे देश में करोड़ों कम आयवर्ग के लोगों को मोदी सरकार की आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है, परंतु अरविंद केजरीवाल की नीति की वजह से दिल्ली की आम गरीब जनता केंद्र की इस आयुष्मान कार्ड योजना के लाभ से वंचित रह गई, क्योंकि दिल्ली सरकार ने इसे दिल्ली में लागू ही नहीं किया।
इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना को भी दिल्ली सरकार ने अपने एजेंडा में नहीं रखा और झोपड़पट्टी में रहने वाली दिल्ली की जनता केंद्र की इस योजना से भी वंचित रह गई। यहां तक किसान हितैषी होने का ढोंग करने वाली आम आदमी पार्टी के नेताओं का असली चेहरा तो तब सामने आया जब दिल्ली प्रदेश के किसान तंग होकर केंद्रीय कृषि मंत्री से मिलने चले गए, इसलिए क्योंकि- दिल्ली प्रदेश के किसानों को केंद्र द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से वंचित रखा गया। दिल्ली सरकार ने उन्हें केंद्र द्वारा दिए जाने वाले लाभ नहीं पहुंचाए। क्या इसे न्याय संगत कहा जाना चाहिए?

दिल्ली प्रदेश में केंद्र की तरफ से वर्किंग वूमेन हॉस्टल के लिए फंड दिया गया , जमीन अलॉट हो गई पर आज तक उस वर्किंग वूमेन हॉस्टल की एक ईंट तक नहीं रखी गई। इन सब तथ्यों को देखते हुए यह बात सिद्ध होती है कि कहीं केंद्र सरकार की अच्छी नीतियों का लाभ दिल्ली प्रदेश की जनता को मिल गया तो अरविंद केजरीवाल के केंद्र को विलेन बनाने वाले, दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार करने वाला, खुद को बेचारा, आम आदमी और बीजेपी नेताओं को तानाशाह बताने वाला नैरेटिव गलत साबित हो जाएगा। लेकिन हर झूठ की तरह केजरीवाल के इस प्लान से भी पर्दा उठ गया। झूठ और फरेब के आधार पर की राजनीति लंबे समय तक नहीं चलती और शायद अरविंद केजरीवाल ये समझने से चूक गए।

शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

संगम नगरी के आकाश में होगी ‘मेक इन इंडिया’ की प्रस्तुति, जानें तीन दिवसीय ड्रोन शो में समुद्र मंथन की आध्यात्मिक गाथा के साथ और क्या क्या

अगली पोस्ट

कृष्ण नगरी द्वारका में 7 आइलैंड्स पर बने 36 अवैध मजहबी ढांचों पर चला बुलडोज़र, 8 दिनों में अतिक्रमण मुक्त की गई 100642 स्क्वायर मीटर जमीन

संबंधित पोस्ट

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत
इतिहास

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

22 October 2025

जून 2025 में सऊदी अरब ने आधिकारिक रूप से अपने विवादित कफाला प्रणाली को समाप्त करने की घोषणा की। यह एक ऐसा कदम था, जिसे...

महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने
चर्चित

महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

22 October 2025

बिहार की राजनीति इस वक्त फिर उसी पुराने मोड़ पर लौटती दिखाई दे रही है, जहां गठबंधन एकता का ढोल तो पीट रहा है, लेकिन...

राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प
इतिहास

राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

22 October 2025

गोरखपुर के पावन मंच से जब योगी आदित्यनाथ ने यह कहा कि राजनीतिक इस्लाम ने सनातन धर्म को सबसे बड़ा झटका दिया है, तो यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited