गणतंत्र दिवस(Republic Day) जैसे गौरवशाली दिन पर, अमृतसर में एक दुखद और शर्मनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। पंजाब(Punjab) के हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर(Dr. B.R. Ambedkar) की 30 फीट ऊंची प्रतिमा को एक SC समुदाय से आने वाले युवक ने हथौड़े से तोड़ने की कोशिश की। यह प्रतिमा न केवल दलित समाज के गौरव का प्रतीक है, बल्कि संविधान और भारतीय लोकतंत्र की भावना का प्रतीक भी है।
आरोपी, जिसकी पहचान मोगा निवासी आकाशदीप सिंह के रूप में हुई है, ने दिनदहाड़े इस शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया। यह घटना अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से महज कुछ मिनट की दूरी पर, हाई-सिक्योरिटी क्षेत्र में हुई, जहां गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रतिमा को माला पहनाने के लिए सीढ़ी लगाई गई थी।
यह घटना केवल एक मूर्ति को नुकसान पहुंचाने तक सीमित नहीं है, बल्कि संविधान के मूल्यों और बाबा साहब की विचारधारा पर हमला है। यह सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर पंजाब(Punjab) की आप सरकार और प्रशासन इतनी बड़ी सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार क्यों नहीं है?
ऐसी घटनाओं से यह सवाल उठता है कि क्या हमारी राजनीतिक पार्टियों और सरकारों ने समाज में ऐसा माहौल बना दिया है, जहां बाबा साहब जैसे महान नेताओं के प्रति सम्मान को चोट पहुंचाई जा रही है। आम आदमी पार्टी की सरकार, जो पंजाब की कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम साबित हो रही है, पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।
पंजाब सरकार की नाकामी
यह शर्मनाक घटना अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास हाई-सिक्योरिटी क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई, लेकिन प्रशासन इसे रोकने में पूरी तरह असफल साबित हुआ। सीढ़ी, जिसे गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के बाद हटा दिया जाना चाहिए था, वहीं छोड़ दी गई, जिससे आरोपी को यह घृणित कार्य करने का मौका मिला।
पंजाब(Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाने की बात कही। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब भगवंत मान सरकार की नाकामी उजागर हुई है। सवाल यह है कि जिस आम आदमी पार्टी ने बाबा साहब आंबेडकर को अपनी वैचारिक प्रेरणा बताया, उसी पार्टी के शासन में बाबा साहब की मूर्ति पर हमला कैसे हुआ?
इस घटना के बाद दलित संगठनों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया और इसे संविधान और दलित समाज का अपमान बताया। हालांकि, सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी आकाशदीप सिंह स्वयं अनुसूचित जाति से है। यह घटना बताती है कि कैसे पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के तहत सामाजिक और सांस्कृतिक विघटन हो रहा है।
भाजपा ने साधा निशाना
इस शर्मनाक घटना को लेकर भाजपा ने आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा नेता ने आम आदमी पार्टी को “संविधान विरोधी” और “आंबेडकर विरोधी” करार दिया।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ANI से इस मुद्दे पर बातचीत करते हुए कहा, “आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और INDI गठबंधन के कुछ लोग संविधान और आंबेडकर जी की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। लेकिन जिस तरह गणतंत्र दिवस के दिन पंजाब में एक पुलिस स्टेशन के पास दिनदहाड़े बाबा साहब की प्रतिमा को हथौड़े से नुकसान पहुंचाया गया, यह दिखाता है कि उनकी सोच अनुसूचित जाति, संविधान और अंबेडकर के खिलाफ है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान अनुसूचित जाति समुदाय से किए गए वादों को पूरा नहीं किया। भाजपा ने सवाल उठाया कि ऐसी घटनाएं आम आदमी पार्टी के शासन में क्यों बार-बार हो रही हैं और इस घटना ने उनकी असली मानसिकता को उजागर कर दिया है।