“हम सभी मिलकर एक मजबूत भारत का निर्माण कर रहे हैं, जहां हर नागरिक का योगदान उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगा।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया यह वक्तव्य केवल एक चुनावी सभा का संबोधन नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत के उनके दूरदर्शी विज़न को मूर्त रूप देने का मूल मंत्र है। इस मंत्र के आधार पर, पीएम मोदी ने 2025 की शुरुआत को केवल 15 दिनों में एक नई दिशा में मोड़ा है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे, युवा सशक्तिकरण और सांस्कृतिक धरोहर के क्षेत्रों में उनकी पहलें एक आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत की दिशा में बड़े कदम साबित हो रही हैं।
आत्मनिर्भर और समृद्धि की ओर बढ़ता भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 की शुरुआत परिवर्तनकारी पहलों के साथ की है, जो उनके आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत के दृष्टिकोण को साकार करती हैं। इस समय में, पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए हैं, बल्कि विज्ञान, संस्कृति और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जो एक समृद्ध और सशक्त भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।
इस वर्ष की शुरुआत किसानों की भलाई पर ध्यान केंद्रित करते हुए हुई, जब 2025 की पहली कैबिनेट बैठक में सरकार ने डायमोनियम फॉस्फेट (DAP) के लिए विशेष पैकेज को मंजूरी दी, जिससे किसानों को सस्ती उर्वरक कीमतों की राहत मिली। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कला और खेल के क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की, यह दर्शाता है कि उनके लिए भारत की सांस्कृतिक विविधता और उत्कृष्टता कितनी महत्वपूर्ण है।
3 जनवरी को दिल्ली में प्रधानमंत्री ने 1,675 नए फ्लैट सौंपे, जो स्लम पुनर्वास परियोजना के तहत बनाए गए थे। इसके साथ ही, उन्होंने तीन महत्वपूर्ण शैक्षिक परियोजनाओं की नींव रखी, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर शिक्षा प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी। इस समय सरकार ने ग्रामीण भारत के उत्थान के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की, जो भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
4 जनवरी को ग्रामीण भारत महोत्सव में पीएम मोदी ने जीआई प्रमाणित उत्पादों को बढ़ावा दिया, जिससे देश के ग्रामीण उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहचान मिल सके। वहीं, उन्होंने दुनिया की तकनीकी कंपनियों से बातचीत की, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भारत में $3 बिलियन का निवेश करने की घोषणा की। यह कदम देश को तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
5 जनवरी को पीएम मोदी ने नर्मदा भारत ट्रेन कॉरिडोर का उद्घाटन किया और ओडिशा, तेलंगाना, और जम्मू-कश्मीर में कई रेल परियोजनाओं की शुरुआत की। इन प्रयासों से देश के बुनियादी ढांचे में तेजी से बदलाव आएगा। इसी तरह 7 जनवरी को आंध्र प्रदेश में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं, Bulk Drug Park और Green Hydrogen Hub का उद्घाटन किया, जो भारत को वैश्विक फार्मास्युटिकल और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाएंगे।
9 जनवरी को, पीएम मोदी ने जीनोम इंडिया परियोजना का उद्घाटन किया, जो भारतीयों की आनुवंशिक विविधता को समझने और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाने में मदद करेगा। उसी दिन, उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस पर भारतीय प्रवासियों की भूमिका को सराहा और उन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित किया।
12 जनवरी को पीएम मोदी ने युवा नेताओं के साथ संवाद किया, जिसमें उन्होंने स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवाओं से बातचीत की और उन्हें विकसित भारत की दिशा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में सोनमर्ग टनल का उद्घाटन कर पीएम मोदी ने कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा दिया और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी मजबूत किया।
15 जनवरी तक, पीएम मोदी ने भारतीय नौसेना के उन्नत जहाजों और पनडुब्बियों का कमीशन कर भारतीय समुद्री शक्तियों को मजबूत किया, जबकि 16 जनवरी को इसरो द्वारा उपग्रहों के अंतरिक्ष डॉकिंग का सफल परीक्षण भारत की अंतरिक्ष यात्रा को नई ऊंचाई पर ले गया। 15 दिनों में पीएम मोदी ने देश को एक नई दिशा दी है, जहां विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शैक्षिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में न केवल साकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं, बल्कि हर कदम भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत बना रहा है।