उत्तर प्रदेश के संभल (Sambhal) में विवादित ढांचे के ASI सर्वे के दौरान हुए दंगे को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। अब खुलासा हुआ है कि हिंसा के दौरान दंगाई हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन की हत्या करना चाहते थे। इसके लिए दंगाइयों के बीच हथियार भी बांटे गए थे। यह खुलासा दंगे की साजिश रचने वाले शारिक साठा के गुर्गे वारिस ने किया है। पुलिस पूछताछ में वारिस ने 2 युवकों की हत्या करने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने की बात भी स्वीकार की है।
संभल में हुई हिंसा के आरोपित दंगाई वारिस को पुलिस ने 25 जनवरी को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में वारिस ने खुलासा किया है कि दुबई में शारिक साठा गैंग ने एडवोकेट विष्णु शंकर जैन की हत्या के लिए हथियार मुहैया कराए थे। साठा के कहने पर ही वारिस ने गोली चलाई थी, जिससे दो लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने वारिस के पास से दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। इन मोबाइल की भी जांच की जा रही है।
इस मामले में सदर कोतवाली में ASP श्रीश चंद्र का कहना है कि 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार आरोपित वारिस का मकसद बड़े स्तर पर धार्मिक भावनाओं को भड़काकर देश भर में दंगा फैलाना था। ASP ने यह भी कहा कि वारिस शारिक साठा गैंग से जुड़ा है और वहीं से उसे हथियार मिले थे। वारिस ने पुलिस से कहा है, “हमको अपनी मस्जिद की हिफाजत करनी है और बाहर से आए वकील को मार देना है, जो हमारे नबी की शान में गुस्ताखी कर रहा है। उसे मार कर मस्जिद की हिफाजत करनी है।” संभल ((Sambhal Violence) में हुई हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 72 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।