अखिलेश यादव के शासनकाल में 2013 के महाकुंभ में हुई भगदड़ में 42 लोगों की जान चली गई थी, और अब वही नेता महाकुंभ की तैयारियों पर सवाल उठा रहे हैं। ऐसा लगता है कि वे इस सवाल के माध्यम से अपनी सरकार के समय हुई नाकामियों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, आज जब हम महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर बात करते हैं, तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे भव्य और दिव्य बनाने के साथ-साथ सुरक्षा और प्रबंधन में भी ठोस कदम उठाए हैं।
आइए, हम जानते हैं कि महाकुंभ 2025 की तैयारियों में योगी सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोपरि रखते हुए कौन से महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, ताकि हर व्यक्ति इस महान धार्मिक अवसर का आनंद बिना किसी चिंता और डर के ले सके।
6 रंगों में जारी होंगे ई-पास
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, यूपी सरकार ने छह रंगों में ई-पास जारी करने की व्यवस्था की है। इन ई-पासों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, जैसे श्रद्धालुओं, पुलिस कर्मियों, अखाड़ों और वीआईपी के लिए अलग-अलग रंग तय किए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की असुविधा या गलती से बचा जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद, सभी सुरक्षा उपायों को प्रभावी तरीके से लागू किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित रहे। इसके अलावा, हर श्रेणी के श्रद्धालुओं के लिए एक निर्धारित कोटा तय किया जा रहा है, ताकि किसी को भी असुविधा न हो। विशेष रूप से देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए, नोडल अधिकारी नियुक्त किए जा रहे हैं, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि सब कुछ व्यवस्थित और बिना किसी परेशानी के चले।
वाहन ई-पास के लिए यूपीडेस्को द्वारा एक नया सिस्टम स्थापित किया गया है, जिससे सभी पासों का सत्यापन और वितरण तय प्रक्रिया के अनुसार होगा। इस तरह, सभी विभाग और मेला पुलिस मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी पासों का वितरण सही तरीके से और निर्धारित कोटा के हिसाब से किया जाए।
मजबूत सुरक्षा व्यवस्था
प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा को लेकर सरकार ने हर पहलू पर ध्यान दिया है। हर श्रद्धालु की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने सात स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था के तहत, शहर के प्रमुख स्थानों, रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल, हवाई अड्डे और प्रमुख मार्गों पर अस्थायी पुलिस चौकियां और स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इन सबका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और उनकी यात्रा सुरक्षित रहे।
इस साल के महाकुंभ के दौरान, कुल 53,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। इसमें 37,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी, 1,378 महिला पुलिसकर्मी, 6,887 कमिश्नरेट पुलिसकर्मी और 7,771 जीआरपी पुलिसकर्मी शामिल हैं। कुल मिलाकर, यह सुरक्षा तंत्र महाकुंभ 2025 में हर श्रद्धालु को न केवल एक भव्य, बल्कि पूरी तरह से सुरक्षित और आरामदायक अनुभव प्रदान करने के लिए तैयार है।