दिल्ली में बीजेपी के नए मुख्यमंत्री के नाम का इंतज़ार खत्म हो गया है। बुधवार (19 फरवरी) शाम को हुई बीजेपी के विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) को विधायक दल का नेता चुना गया है। पहली बार की विधायक रेखा कल (20 फरवरी) रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, RSS ने रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव दिया था जिसे बीजेपी ने स्वीकार कर लिया था। शालीमार बाग से बीजेपी की विधायक रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी (AAP) की बंदना कुमारी को करीब 30,000 वोटों से हराया था। बीजेपी में रेखा गुप्ता को ज़मीनी स्तर पर उनकी सक्रियता और संगठनात्मक कौशल के लिए पहचाना जाता है।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
वैश्य समुदाय से आने वालीं 50 वर्षीय रेखा गुप्ता वकील हैं और फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। करीब 30 वर्षों से RSS-BJP से जुड़ीं रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद ज़िले के नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था और जब वे दो वर्ष की थीं तो उनके पिता की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी के चलते उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया था। रेखा की पढ़ाई दिल्ली से ही हुई है और पढ़ाई के दौरान ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के छात्र संगठन (ABVP) में शामिल हो गई थीं और वहीं से उनके सामाजिक जीवन की शुरुआत हुई थी। रेखा गुप्ता 1996 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) की अध्यक्ष रह चुकी हैं।

2002 में वे बीजेपी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) में प्रदेश मंत्री बनीं और 2006 में उन्हें BJYM की राष्ट्रीय सचिव बनाया गया था। 2009 में रेखा को बीजेपी की दिल्ली इकाई के महिला मोर्चा में महामंत्री बनाया गया था और 2010 में वे बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बनाई गई थीं। रेखा गुप्ता लगातार RSS से भी जुड़ी रही हैं और वे उत्तरी पीतमपुरा क्षेत्र से दो बार और एक बार शालीमार बाग से नगर निगम की पार्षद भी रही हैं। रेखा गुप्ता ने 2015 और 2020 में बीजेपी के टिकट पर शालीमार बाग से चुनाव लड़ा था लेकिन इन दोनों चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। रेखा 2025 विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक चुनी गई हैं।
कैसे रेखा गुप्ता ने धुरंधरों को CM पद की रेस में दी मात?
रेखा गुप्ता के साथ-साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की रेस में नई दिल्ली से अरविंद केजरीवाल को मात देने वाले प्रवेश वर्मा और दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता समेत कई दिग्गजों का नाम लिया जा रहा था लेकिन रेखा इसमें सबसे आगे निकल गईं। वैश्य समाज से आने वाली रेखा लंबे समय से बीजेपी से जुड़ी रही हैं। दिल्ली में मध्यम वर्ग का बड़ा वोट बैंक है और रेखा गुप्ता उसी वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी का यह फैसला महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है जिससे पार्टी को आगामी चुनावों में महिलाओं का समर्थन और मजबूती से मिल सके।
महिलाओं को बीजेपी का मुख्य वोटर माना जाता है, बीजेपी और NDA की 20 से अधिक राज्यों में सरकार है लेकिन वहां कोई भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है, ऐसे में राजधानी दिल्ली में महिला को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी एक दूरगामी संदेश देना चाहती है। रेखा गुप्ता की पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है और वे दिल्ली को बखूबी समझती हैं। साथ ही, वे ABVP और RSS से जुड़ी रही हैं और BJP संगठन को भी अच्छी तरह समझती हैं, ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बनना संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल की दृष्टि से अहम माना जा रहा है।
20 फरवरी को भव्य शपथ ग्रहण समारोह
रेखा 20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। बीजेपी ने यह शपथ समारोह भव्य बनाने के लिए कई दिन से तैयारियां शुरू कर दी थीं। इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, देशभर के 20 राज्यों के मुख्यमंत्री, सभी केंद्रीय मंत्री और एनडीए के नेता शामिल होंगे। साथ ही, इस आयोजन में राजनीति, उद्योग, फिल्म और आध्यात्मिक जगत की कई दिग्गज हस्तियां भी शिरकत करेंगी। दोपहर करीब 12:30 बजे पीएम मोदी रामलीला मैदान में बने मंच पर पहुंचेंगे जिसके बाद रेखा शपथ लेंगी।