आरोपों और विवादों से घिरे आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हत्या के प्रयास के आरोपी और भगोड़े शाहबाज़ खान को पुलिस से बचाने और क्राइम ब्रांच पर कथित हमले के मामले में उनकी भूमिका अब उन्हें भारी पड़ रही है। पिछले 48 घंटे से फरार चल रहे अमानतुल्लाह खान का फोन स्विच ऑफ है, और दिल्ली पुलिस(Delhi Police) उनकी गिरफ्तारी के लिए उत्तरप्रदेश से राजस्थान तक उनके ठिकानों पर दबिश दे चुकी है।
इस बीच, मंगलवार को अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर दावा किया कि वह विधानसभा क्षेत्र में मौजूद हैं। हालांकि, दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने देर शाम उनके घर पर उनसे पूछताछ करने के लिए दस्तक दी, लेकिन वह वहां नहीं मिले। अब सवाल यह है कि अगर अमानतुल्लाह सच में विधानसभा में हैं, तो वह खुद सामने आकर पुलिस के सामने अपना पक्ष रखने का साहस क्यों नहीं दिखा रहे? क्या यह उनके द्वारा प्रशासन से बचने की एक सोची-समझी रणनीति है?
इसी मामले को लेकर आप विधायक ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में गुहार लगाई है, जिसपर आज (गुरुवार, 13 फरवरी 2025) को राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है। अमानतुल्लाह पर आरोप है कि उन्होंने भगोड़े शाहबाज कहना को बचाने में मदद की, जो हत्या के प्रयास के एक मामले में आरोपी है और अब कोर्ट से भगोड़ा घोषित हो चुका है।
जिस शाहबाज को भगाया, कोर्ट ने उसे किया भगोड़ा घोषित
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ लगे आरोप तब और गंभीर हो जाते हैं, जब यह स्पष्ट होता है कि जिस शाहबाज को उन्होंने पुलिस से बचाया, उसे अदालत ने भगोड़ा करार दिया है। शावेज एक हत्या के प्रयास के मामले में मुख्य आरोपी है, और पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी।
अमानतुल्लाह ने यह दावा किया था कि 2018 में शाहबाज़ खान को जमानत मिल चुकी थी। हालांकि, पुलिस के मुताबिक, जमानत मिलने के बावजूद वह कानून से बचता रहा। मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा जब जामिया नगर में शाहबाज़ खान को पकड़ने आई पुलिस टीम पर कथित तौर पर अमानतुल्लाह और उनके समर्थकों ने हमला किया और शावेज को मौके से फरार करा दिया।
ओखला से विधायक अमानतुल्लाह और उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस टीम पर हमला करने, दंगा फैलाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। लेकिन अमानतुल्लाह का कहना है कि दिल्ली पुलिस अपनी गलतियां छुपाने के लिए उन्हें बेवजह फंसा रही है और यह मामला झूठा है।