भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में लगातार तीसरी बार ऐतिहासिक जनादेश पाकर सत्ता में है। लगातार तीसरी जीत और व्यापक जनसमर्थन के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं का ही नहीं, पदाधिकारियों और आलाकमान का उत्साह भी शिखर पर है, लेकिन इसके बावजूद निकाय चुनावों के लिए प्रत्याशियों का चयन पहेली की तरह उलझता जा रहा है।
हरियाणा में नगर निगम, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के लिए 2 मार्च को मतदान होने हैं (पानीपत नगर निगम के लिए 9 मार्च को वोटिंग होगी) और 17 फरवरी नामांकन का आखिरी दिन है। ऐसे में उम्मीदवारों और उनके समर्थकों को उम्मीद थी कि आज पार्टी की तरफ़ से लिस्ट जारी कर दी जाएगी। नगर निगम के 9 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी भी कर दी गई और न सिर्फ जारी की गई, बल्कि हरियाणा भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल और फ़ेसबुक से इसे साझा भी कर दिया गया, लेकिन कुछ मिनट के अंदर ही इस लिस्ट को ग़लत बताते हुए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से डिलीट कर दिया गया।
![](https://tfipost.in/wp-content/uploads/sites/2/2025/02/WhatsApp-Image-2025-02-14-at-2.47.40-PM-191x300.jpeg)
इस लिस्ट में 6 महिलाओं समेत 9 उम्मेदवारों के नाम शामिल थे। इसको लेकर भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया ने कहा कि ये लिस्ट ग़लत है, और इसे सही न माना जाए, सही लिस्ट दोबारा जारी की जाएगी। हालांकि हरियाणा बीजेपी की तरफ़ से जो पोस्ट की गई थी, उसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा के साथ विमर्श बाद 9 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने की बात स्पष्ट रूप से लिखी गई थी। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की तरफ़ से जारी की गई इस लिस्ट में न तो उनके हस्ताक्षर थे और न ही आधिकारिक मुहर लगी थी। लेकिन पार्टी के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट होते ही लिस्ट वायरल हो गई।
वायरल हो रही लिस्ट में: BJP की ओर से फरीदाबाद से प्रवीन जोशी, हिसार से प्रवीन पोपली, करनाल से रेणुबाला गुप्ता, पानीपत से कोमल सैनी, रोहतक से रामअवतार वाल्मीकि, यमुनानगर से सुमन बहमनी, सोनीपत से राजीव जैन, अंबाला से शैलजा सचदेवा और गुरुग्राम से ऊषा प्रियदर्शी के नाम का ऐलान किया गया है।
सोनीपत से जिस राजीव जैन को उम्मीदवार बनाने की बात कही गई, वो पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं। इसके अलावा वो पूर्व मंत्री कविता जैन के पति भी हैं। वहीं, करनाल से रेणुबाला गुप्ता का नाम था, जो वर्तमान में भी करनाल की मेयर हैं।
चूंकि लिस्ट पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स द्वारा जारी की गई थी, लिहाजा उम्मीदवारों ने बकायदा जश्न मनाने के साथ नामांकन की तैयारी भी शुरू कर दी, लेकिन जैसे ही स्थिति स्पष्ट हुई उनकी ख़ुशी काफूर हो गई।
सूत्रों के मुताबिक़ इस लिस्ट को लेकर प्रदेश नेतृत्व भी हैरान है और ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आख़िर ये लिस्ट कहां से और किसकी तरफ़ से जारी की गई। अब भले ही प्रदेश नेतृत्व दोबारा संशोधित लिस्ट जारी करने का दावा कर रहा हो, लेकिन इस घटना ने कई प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए हैं।
पहला- आख़िर सत्ताधारी पार्टी होने के बावजूद हरियाणा भाजपा को निकाय चुनाव के प्रत्याशियों के चयन में इतना समय क्यों लग रहा है?
दूसरा- अगर ये लिस्ट ग़लत थी तो ये पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कैसे और किसके द्वारा पोस्ट कर दी गई ?
तीसरा- अगर ये लिस्ट वाक़ई सही थी, तो फिर इसे दोबारा डिलीट करने की नौबत क्यों आई ?
हालांकि अब जबकि बीजेपी के सीनियर पदाधिकारी दोबारा नई लिस्ट जारी करने की बात कह रहे हैं, तो ये भी देखना होगा कि बीजेपी की नई लिस्ट और इस वायरल लिस्ट में कितना अंतर दिखाई देता है?