TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मैतेई बनाम कुकी या ड्रग माफिया बनाम सरकार: मणिपुर हिंसा के पीछे का सच क्या?

जानें क्या है मणिपुर हिंसा का सच्चा जिसके चलते लगाना पड़ा राष्ट्रपति शासन

khushbusingh1 द्वारा khushbusingh1
15 February 2025
in क्राइम, राजनीति
मणिपुर में लगाया गया राष्ट्रपति शासन (Image source x)

मणिपुर में लगाया गया राष्ट्रपति शासन (Image source x)

Share on FacebookShare on X

लगभग 21 महीनों से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी जातीय हिंसा के कारण केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। हिंसा के कारण मणिपुर के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता एन बीरेन सिंह लगातार आलोचना का सामना कर रहे थे। इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर उन्होंने 9 फरवरी को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद हालात को संभालने के लिए मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरे की तलाश की जाने लगी, लेकिन बात नहीं बनी। बीरेन मैतेई समुदाय से आते हैं, जबकि कुकी समुदाय के लोग अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। इस कारण से भाजपा राज्य में नया मुख्यमंत्री देने में असफल रही और आखिरकार विधानसभा निलंबित करके वहाँ राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया है। राष्ट्रपति शासन की घोषणा के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

केंद्र सरकार की तरफ से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की घोषणा
केंद्र सरकार की तरफ से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की घोषणा

इंडीजिनियस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) के नेता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग का कहना है कि राष्ट्रपति शासन कुकी समुदाय के लोग खुश हैं। कुकी समुदाय के लोग अब राज्य में मैतेई मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “कुकी-ज़ो अब मैतेई पर भरोसा नहीं करते। इसलिए नए मैतेई मुख्यमंत्री का होना सुकून देने वाला नहीं होगा। राष्ट्रपति शासन कुकी-ज़ो के लिए उम्मीद की किरण जगाएगा और हमारा मानना ​​है कि यह हमारे राजनीतिक समाधान के एक कदम और करीब होगा।”

संबंधितपोस्ट

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

और लोड करें

हालत क्यों खराब हो चले हैं

मणिपुर के हालत क्यों खराब हो चले हैं, इसके पीछे वहाँ का जातीय बँटवारा एक बड़ा कारण है। इसको लेकर मई 2023 में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें अब तक 250 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। यह हिंसा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की माँग के बाद भड़की। दरअसल, मैतई समुदाय की माँग है कि उन्हें जनजाति का दर्जा फिर से बहाल किया जाए। उनकी दलील है कि 1949 में मणिपुर का भारत में विलय हुआ था और उससे पहले मैतेई को यहाँ जनजाति का दर्जा मिला हुआ था। उनकी जनजातीय स्थिति को बहाल करने के लिए मणिपुर हाई कोर्ट में एक याचिका भी दी हुई है। मैतेई लोगों का तर्क है कि मणिपुर उनके पूर्वजों की जमीन है और यहाँ की परंपरा, संस्कृति और भाषा की रक्षा के लिए मैतेई समाज को जनजाति का दर्जा देना ज़रूरी है।

इसके बाद मणिपुर हाई कोर्ट ने मैतेई ट्राइब यूनियन की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से कहा कि मैतई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने पर वह लेकर विचार करे। पिछले 10 सालों से यह माँग लंबित है। इस पर राज्य सरकार अगले 4 हफ्ते में जानकारी दे। इसके बाद राज्य सरकार ने मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा देने की प्रक्रिया में लग गई। इसी बीच कुकी समुदाय के लोगों ने मैतेई समुदाय के लोगों के हमला कर दिया। कुकियों का साथ दिया नागा समुदाय ने। दरअसल, नागा और कुकी एक दूसरे के विरोधी हैं, लेकिन जब बात मैतेई की आती है तो दोनों साथ आ जाते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ। इसका परिणाम ये हुआ कि लगभग 21 महीनों से पूर्वोत्तर राज्य हिंसा आग जल रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने का कहना है कि इस हिंसा में बाहर से आने वाले लोगों का बड़ा हाथ है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश म्यांमार से अवैध घुसपैठ हो रहा है और वे आकर मणिपुर की पहाड़ियों में बस रहे हैं। इसके कारण राज्य का सामाजिक ताना-बाना खतरे में पड़ रहा है। बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में कहा, “हमारी भूमि और पहचान खतरे में है। एक छोटी आबादी और सीमित संसाधनों के मद्देनजर हम बहुत संवेदनशील हैं। म्यांमार के साथ 398 किलोमीटर लंबी संवेदनशील सीमा होने और वहाँ से मुक्त आवागमन व्यवस्था (एफएमआर) होने के कारण मणिपुर में जनसांख्यिकीय संतुलन बदल रही है। यह कोई अटकलबाजी नहीं है। यह हमारी आँखों के सामने हो रहा है।”

ड्रग माफिया बनाम सरकार

साल 2023 में मुख्यमंत्री रहते हुए बीरेन सिंह ने कहा था कि मणिपुर हिंसा का मैतेई और कुकी के बीच का नहीं है। यह मामला ड्रग माफिया और सरकार के बीच का है। इसमें बाहरी ताक़तों का हाथ है। उन्होंने कहा था कि ड्रग्स के कारोबार और पोस्ता की खेती के कारण कुकी बहुल क्षेत्र चुराचांदपुर, चंदेल और कांगपोकपी में पिछले डेढ़ दशक में कई नए गाँव बसा दिए गए हैं। इन गाँवों में बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासी रह रहे थे। ये सभी तस्करी में भी शामिल हैं। दरअसल, पहाड़ी इलाकों में व्यापक पैमाने पर पोस्ता की खेती होती है। इन पहाड़ों पर कुकी और नागा समुदाय के लोग रहते हैं। पोस्ता की खेती के लिए पहाड़ों पर जंगलों को भी बड़े पैमाने पर नष्ट भी किया गया है। इन पोस्ता को म्यांमार के रास्ते थाईलैंड और लाओस तक भेजा जाता है।

यहाँ ये जानना जरूरी है कि मणिपुर की कुल आबादी 30 लाख के आसपास है। इसमें मैतेई समुदाय की संख्या सबसे अधिक तकरीबन 53 प्रतिशत है। वहीं लगभग लगभग 40 प्रतिशत आबादी कुकी और नागा समुदाय की है। यहाँ ये भी जानना जरूरी है कि आबादी अधिक होने के बावजूद मैतेई समुदाय के लोग मणिपुर के सिर्फ 10 प्रतिशत हिस्से पर रहते हैं। वहीं, नागा और कुकी लोगों का मणिपुर की 90 प्रतिशत हिस्से पर है। दरअसल, मणिपुर की बनावट एक क्रिकेट मैदान की तरह है। फील्ड में वाले 10 प्रतिशत हिस्से में मैतेई समुदाय के लोग रहते हैं और 90 प्रतिशत पहाड़ी यानी स्टेडियम के दर्शक दीर्घे में नागा और कुकी रहते हैं।

कुकी समुदाय को क्या है परेशानी

नागा और कुकी को जनजातीय दर्जा प्राप्त है। इस वजह से वे मणिपुर के मैदानी भाग में जमीन खरीद सकते हैं, जबकि मैतेई पहाड़ों पर जमीन नहीं खरीद सकते और ना ही वहाँ बस सकते हैं। इसमें एक बड़ा धार्मिक भी है, जो राजनीतिक बन गई है। मैतेई समुदाय मणिपुर के मूल निवासी हैं, जबकि कुकी ईसाई बन चुके हैं और नागा को बाहर से लाकर मैतेई राजा ने कुकी और मैतेई समाज के बीच में बसाया था। दरअसल, उस समय कुकी बदमाश मैतेई समाज पर हमला करते थे। इसलिए उन हमलों से बचने के लिए दोनों के बीच में नागा समाज को बसा दिया गया था। कुकी एक जनजाति है, जो भारत के मणिपुर और मिजोरम राज्य के दक्षिण पूर्वी भाग में निवास करती है। यह बांग्लादेश और म्यांमार में पाई जाती है। अरुणाचल प्रदेश को छोड़कर कुकी समुदाय के लोग पूर्वोत्तर के हर राज्य में मौजूद हैं।

अब अगर मैतेई को भी जनजातीय का दर्जा मिल जाता है तो वे मणिपुर में पहाड़ों पर भी जमीन खरीदने या बसने के लिए स्वतंत्र हो जाएँगे। कुकी समुदाय को यही समस्या है। कुकी अपने हिसाब से पहाड़ों को संचालित करते हैं जो ड्रग तस्करी और अवैध बसे गाँवों का अड्डा है। वहीं, मैतेई मुख्यत: हिंदू हैं और भाजपा का समर्थन करते हैं, जबकि कुकी-नागा स्थानीय ईसाई दल या फिर केंद्र में कॉन्ग्रेस को समर्थन देते हैं। राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद नागा-कुकी का मैतेई से विरोध बढ़ गया था। हिंसा का एक बड़ा कारण ये भी है। इस हिंसा में म्यांमार में प्रशिक्षित कई कुकी-नागा आतंकी कुकियों की मदद करने भी आए हैं। इस बात का जिक्र कई मीडिया रिपोर्ट में किया गया है। यही कारण है कि हिंसा के दौरान मुख्यमंत्री के रूप में बीरेन सिंह ने अवैध रूप से मणिपुर में बसे कुकियों के धर-पकड़ का अभियान भी चलाया था।

दरअसल, उत्तर पूर्व भारत म्यांमार के साथ 1,643 किलोमीटर की सीमा साझा करता है। आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार, म्यांमार के लगभग 52,000 शरणार्थी पूर्वोत्तर राज्यों में बसे हुए हैं। इनमें से 7800 मणिपुर में शरणार्थी हैं। इन्हें शरणार्थी का दर्जा मिला हुआ है। इसके अलावा, म्यांमार और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में अवैध प्रवासी भी मणिपुर में बसे हुए हैं। इनके आँकड़े सरकार का पास नहीं हैं। मैतेई संगठनों का दावा है कि म्यांमार और बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर अवैध आप्रवास के कारण उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

यही कारण है कि जब कोर्ट ने मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार को कहा तो कुकियों ने हमला करना शुरू कर दिया। उन्हें म्यांमार के कुकियों के अलावा ड्रग्स सिंडिकेट से भी सहयोग मिला। इसके कारण उनके अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक मिले, जिनका इस्तेमाल उन्होंने मणिपुर में हिंसा के दौरान किया। ईसाई कुकी और नागा को कुछ चर्चों की मदद मिली। अगर मैतेई को जनजाति का दर्जा मिल जाता तो 90 प्रतिशत पहाड़ों पर अतिक्रमण और अफीम की खेती में कुकी एवं नागाओं के एकाधिकार को चुनौती मिल जाती। म्यांमार से आने वाले अवैध आप्रवासियों पर भी मैतेई समुदाय निगाह रखता। यही कारण है कि सरकार के चाहने के बावजूद यह हिंसा अभी भी जारी है। यह ईसाई बनाम हिंदू, भाजपा बनाम विपक्ष, सरकार बनाम ड्रग्स माफिया, स्थानीय बनाम अवैध आप्रवासी की लड़ाई है। जनजाति का दर्जा तो बस बहाना है।

स्रोत: मणिपुर, राष्ट्रपति शासन, मैतेई बनाम कुकी, ड्रग माफिया बनाम सरकार, मणिपुर हिंसा, मणिपुर राष्ट्रपति शासन, बिरेन सिंह, Manipur, President's Rule, Meitei vs Kuki, Drug Mafia vs Government, Manipur Violence, Manipur President's Rule, Biren Singh
Tags: Biren SinghDrug Mafia vs GovernmentManipurManipur President's RuleManipur violenceMeitei vs KukiPresident's Ruleड्रग माफिया बनाम सरकारबिरेन सिंहमणिपुरमणिपुर राष्ट्रपति शासनमणिपुर हिंसामैतेई बनाम कुकीराष्ट्रपति शासन
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘जहाँ इनकी की संख्या बढ़ रही है, वहाँ…’: शब-ए-बारात के बाद मुस्लिम भीड़ ने मेट्रो स्टेशन में घुस कर किया हंगामा, वीडियो वायरल

अगली पोस्ट

हरियाणा निकाय चुनाव: BJP के उम्मीदवारों की सूची में जाति को प्रमुखता, कमज़ोर पड़ेगा हिंदू एकता का दावा!

संबंधित पोस्ट

नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है
चर्चित

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

1 December 2025

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 20 IAS-IPS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। यह फेरबदल...

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा
राजनीति

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

27 November 2025

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार में दिन-रात मेहनत कर विजय सुनिश्चित करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं के कंधों पर अब बंगाल फतह की सबसे...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited