TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संघ के 100 वर्ष

    संघ के 100 वर्ष: डॉ. हेडगेवार को भारत रत्न से सम्मानित कर शताब्दी समारोह को ख़ास बनाएगी मोदी सरकार ?

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    उत्तर प्रदेश में विकास बनाम झूठ: योगी सरकार में विपक्ष के दावों की निकली हवा

    उत्तर प्रदेश में विकास बनाम झूठ: योगी सरकार में विपक्ष के साजिशों की निकली हवा

    ओम शांति नहीं, अब ओम क्रांति का समय: जानें गिरिराज सिंह ने क्यों दिया ऐसा बयान

    ओम शांति नहीं, अब ओम क्रांति का समय: जानें गिरिराज सिंह ने क्यों दिया ऐसा बयान

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    भारत ने दिखाई दोस्ती, अब ट्रंप की बारी, गाजा प्लान से बदलेगा समीकरण?

    भारत ने दिखाई दोस्ती, अब ट्रंप की बारी, गाजा प्लान से बदलेगा समीकरण?

    टैरिफ वार में खुद फंस गया अमेरिका, जानें क्या कह​ रहे वहां के किसान

    टैरिफ वार में खुद फंस गया अमेरिका, जानें क्या कह​ रहे वहां के किसान

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    बलूचिस्तान में आतंक का खौफ: क्वेटा एफसी मुख्यालय पर विस्फोट में 19 की मौत

    बलूचिस्तान में आतंक का खौफ: क्वेटा एफसी मुख्यालय पर विस्फोट में 19 की मौत

    पाकिस्तान-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने लॉन्च किया एआई से लैस नया कमांड-कंट्रोल सिस्टम

    पाकिस्तान-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने लॉन्च किया एआई से लैस नया कमांड-कंट्रोल सिस्टम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    मोहसिन नकवी का घमंड टूटा, भारत के आगे झुके पाकिस्तान के एसीसी अध्यक्ष

    मोहसिन नकवी का घमंड टूटा, भारत के आगे झुके पाकिस्तान के एसीसी अध्यक्ष

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजयादशमी, राम की रावण पर विजय और भगवद्गीता में अर्जुन को दिए गए कृष्ण के उपदेश के माध्यम से चित्रित — जो धर्म पर अधर्म की शाश्वत विजय का प्रतीक है।

    अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी को भागवद्गीता की दृष्टि से देखने पर क्या मिलता है?

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

    राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी

    राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    संघ के 100 वर्ष

    संघ के 100 वर्ष: डॉ. हेडगेवार को भारत रत्न से सम्मानित कर शताब्दी समारोह को ख़ास बनाएगी मोदी सरकार ?

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    उत्तर प्रदेश में विकास बनाम झूठ: योगी सरकार में विपक्ष के दावों की निकली हवा

    उत्तर प्रदेश में विकास बनाम झूठ: योगी सरकार में विपक्ष के साजिशों की निकली हवा

    ओम शांति नहीं, अब ओम क्रांति का समय: जानें गिरिराज सिंह ने क्यों दिया ऐसा बयान

    ओम शांति नहीं, अब ओम क्रांति का समय: जानें गिरिराज सिंह ने क्यों दिया ऐसा बयान

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    भारत ने दिखाई दोस्ती, अब ट्रंप की बारी, गाजा प्लान से बदलेगा समीकरण?

    भारत ने दिखाई दोस्ती, अब ट्रंप की बारी, गाजा प्लान से बदलेगा समीकरण?

    टैरिफ वार में खुद फंस गया अमेरिका, जानें क्या कह​ रहे वहां के किसान

    टैरिफ वार में खुद फंस गया अमेरिका, जानें क्या कह​ रहे वहां के किसान

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    बलूचिस्तान में आतंक का खौफ: क्वेटा एफसी मुख्यालय पर विस्फोट में 19 की मौत

    बलूचिस्तान में आतंक का खौफ: क्वेटा एफसी मुख्यालय पर विस्फोट में 19 की मौत

    पाकिस्तान-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने लॉन्च किया एआई से लैस नया कमांड-कंट्रोल सिस्टम

    पाकिस्तान-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ ने लॉन्च किया एआई से लैस नया कमांड-कंट्रोल सिस्टम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    मोहसिन नकवी का घमंड टूटा, भारत के आगे झुके पाकिस्तान के एसीसी अध्यक्ष

    मोहसिन नकवी का घमंड टूटा, भारत के आगे झुके पाकिस्तान के एसीसी अध्यक्ष

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका में शटडाउन: अमेरिका में फंडिंग बिल पास नहीं करा पाए ट्रम्प, ठप हुआ सरकार काम कामकाज, जानें अब क्या?

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    अमेरिका ने भारत को सौंपा चौथा GE-F404 इंजन, तेजस Mk1A प्रोग्राम को मिलेगी रफ्तार

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजयादशमी, राम की रावण पर विजय और भगवद्गीता में अर्जुन को दिए गए कृष्ण के उपदेश के माध्यम से चित्रित — जो धर्म पर अधर्म की शाश्वत विजय का प्रतीक है।

    अधर्म पर धर्म की विजय के पर्व विजयदशमी को भागवद्गीता की दृष्टि से देखने पर क्या मिलता है?

    शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

    राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी

    राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

चिपको आंदोलन: गौरा देवी का साहसिक नेतृत्व और पर्यावरण संरक्षण की ऐतिहासिक गाथा

पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के खिलाफ पहला बड़ा आंदोलन 5 सितंबर 1730 को राजस्थान के अलवर में इमरती देवी के नेतृत्व में हुआ था

TFI Desk द्वारा TFI Desk
26 March 2025
in इतिहास
गौरा देवी (Source: Copal/ Facebook)

गौरा देवी (Source: Copal/ Facebook)

Share on FacebookShare on X

संबंधितपोस्ट

उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

उत्तराखंड विधानसभा में पेश हुआ अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान विधेयक 2025, जानें क्या होगा इसका असर

उत्तराखंड में मदरसा एक्ट खत्म, अब गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यक संस्थान भी पाएंगे अल्पसंख्यक का अधिकार

और लोड करें

आज पूरी दुनिया बढ़ती वैश्विक तापमान को लेकर गंभीर चिंता में है। पर्यावरण असंतुलन, घटते हरे-भरे जंगल, बढ़ते सीमेंट और कंक्रीट के निर्माण, वाहनों की संख्या में लगातार इज़ाफा, एयर कंडीशनर और फ्रिज जैसे उपकरणों का बढ़ता उपयोग, पिघलते ग्लेशियर और उपभोक्तावादी जीवनशैली इसके प्रमुख कारणों में शामिल हैं। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के खिलाफ पहला बड़ा आंदोलन 5 सितंबर 1730 को राजस्थान के अलवर में इमरती देवी के नेतृत्व में हुआ था इस आंदोलन में 363 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इसी तरह का एक आंदोलन 26 मार्च 1974 को उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) के चमोली जिले में शुरू हुआ था। इस आंदोलन को ‘चिपको आंदोलन’ नाम दिया गया और इसका नेतृत्व रैणी गांव की एक साहसी महिला गौरा देवी ने किया था।

कौन थीं गौरा देवी?

गौरा देवी का जन्म 1925 में उत्तराखंड के जोशीमठ क्षेत्र के लाता गांव में हुआ था। उन दिनों शिक्षा को लेकर जागरुकता का अभाव था और वे स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकीं। उनका विवाह केवल 12 वर्ष की आयु में है रैणी गांव के मेहरबान सिंह से हुआ था। 19 वर्ष की उम्र में वे मां बनीं और 22 वर्ष की होते-होते उनके पति का निधन हो गया। पहाड़ी क्षेत्रों में जीवन उन दिनों आज के मुकाबले बहुत कठिन हुआ करता था। हालांकि, गौरा देवी ने कभी भी परिस्थितियों के सामने हार नहीं मानी, उन दिनों भारत-तिब्बत के बीच व्यापार हुआ करता था और उसी के सहारे उनकी आजीविका चला करती थी।

1962 में भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ तो यह व्यापार बंद हो गया। इसके बाद उनके बेटे ने ठेकेदारी और मजदूरी करने परिवार का खर्चा चलाना शुरू कर दिया। इस बीच अलकनंदा नदी में 1970 में भयंकर बाढ़ आ गई जिसके बाद लोगों में बाढ़ के कारण समझने के लिए जागरूकता बढ़नी शुरू हुई। इस बीच शासन ने 1973 में जंगलों को काटकर अकूत राजस्व बटोरने की नीति बनाई।

1973 की शुरुआत में वन विभाग ने सिमोन कंपनी के साथ 300 पेड़ों की कटाई का करार कर लिया। 24 मार्च 1973 को जब मंडल में ठेकेदार और श्रमिक पेड़ काटने पहुंचे, तो सैकड़ों ग्रामीणों ने ढोल-दमाऊ बजाते हुए उनका विरोध किया। इसके बावजूद, 20 जून 1973 को वन विभाग ने फाटा के जंगल में और अधिक पेड़ों की कटाई की अनुमति दे दी। जनवरी 1974 में, वन विभाग ने रैणी गांव के जंगलों में 2500 पेड़ों की कटाई के लिए निविदा जारी कर दी। 24 मार्च 1974 को पर्यावरणविद् चंडी प्रसाद भट्ट के नेतृत्व में रैणी गांव की महिलाएं विरोध के लिए जंगलों में पहुंचीं।

इसके दो दिन बाद 26 मार्च 1974 को गौरा देवी ने देखा कि मजदूर बड़े आरे लेकर ऋषिगंगा के पास देवदार के जंगल काटने जा रहे हैं। उस दिन गांव के सभी पुरुष किसी काम से जिला केंद्र चमोली गए हुए थे, जिससे पूरे विरोध की जिम्मेदारी महिलाओं पर आ गई। गौरा देवी ने तुरंत शोर मचाकर गांव की अन्य महिलाओं को बुला लिया, और सभी पेड़ों से लिपट गईं। उन्होंने ठेकेदार को साफ चेतावनी दी कि जब तक वे जीवित हैं, जंगल नहीं कटने देंगे। ठेकेदार ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की और फिर डराने के लिए बंदूक तक दिखा दी, लेकिन गौरा देवी अडिग रहीं। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि कुल्हाड़ी का पहला वार पेड़ पर नहीं, बल्कि उनके शरीर पर होगा। यह सुनकर ठेकेदार घबरा गया और पीछे हट गया।

चार जुलाई 1991 को चिपको आंदोलन की प्रमुख गौरा देवी का निधन हो गया। हालांकि, जंगलों की कटाई आज भी जारी है। विशालकाय बांधों और जल विद्युत परियोजनाओं के कारण पहाड़ों और वहां के निवासियों के अस्तित्व पर संकट गहरा रहा है। गंगा और यमुना जैसी प्रमुख नदियां भी इस खतरे से अछूती नहीं हैं। बावजूद इसके रैणी के जंगल अब भी हरे-भरे और जीवन से भरपूर हैं।

चिपको आंदोलन का प्रभाव

इस आंदोलन ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक नई जागरूकता फैलाई और दुनिया भर में चर्चित हुआ। इसके प्रभाव से कई अन्य पर्यावरणीय आंदोलनों को भी प्रेरणा मिली। इसके बाद भारत में वन संरक्षण से जुड़े कई कड़े कानून बनाए गए और स्थानीय समुदायों को जंगलों पर अधिक अधिकार दिए गए। चिपको आंदोलन केवल पेड़ों को बचाने की मुहिम नहीं थी, बल्कि यह आम लोगों की जागरूकता और उनके अधिकारों की रक्षा का प्रतीक भी था। यह आंदोलन दर्शाता है कि संगठित होकर और शांतिपूर्ण तरीके से भी बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। गौरा देवी और उनकी साथी महिलाओं की हिम्मत ने भारत के पर्यावरण आंदोलन को एक नई दिशा दी, जिसे आज भी याद किया जाता है।

स्रोत: उत्तराखंड, चमोली, चिपको आंदोलन, गौरा देवी, Uttarakhand, Chamoli, Chipko movement, Gaura Devi,
Tags: ChamoliChipko movementGaura DeviUttarakhandउत्तराखंडगौरा देवीचमोलीचिपको आंदोलन
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

INA की जासूस सरस्वती राजमणि: अंग्रेज़ों को छकाने वाली योद्धा जिन्हें भारत में पेंशन के लिए भटकना पड़ा

अगली पोस्ट

UP की 225625 से अधिक संपत्तियों पर वक्फ ने ठोंका दावा, अयोध्या से मथुरा और लखनऊ से आगरा तक जानिए कैसे फन पसार रहा WAQF

संबंधित पोस्ट

शताब्दी विजयादशमी : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक
इतिहास

शताब्दी समारोह : मोहन भागवत ने दिखाई भारत की राह, गांधी-शास्त्री से हिंदू राष्ट्र तक

2 October 2025

2 अक्टूबर 2025, नागपुर, यह तिथि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि इतिहास और वर्तमान का संगम बन गई। इस दिन भारत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान
इतिहास

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: शताब्दी की यात्रा और कश्मीर युद्ध में अमर योगदान

2 October 2025

भारत के इतिहास में कई क्षण ऐसे आए जब हमारे राष्ट्र की आत्मा संकट में थी। 1947 का वह समय भी ऐसा ही था, जब...

राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी
इतिहास

राम नवमी: दक्षिण एशिया का प्रमुख त्योहार, जानें रामायण के विश्वव्यापी प्रसार की कहानी

1 October 2025

राम नवमी हिंदू पंचांग के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे भारत में भक्ति और भव्यता के साथ मनाया जाता है। लेकिन,...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Narrative War in UP: Why Ecosystem Fears Yogi’s Bulldozer of Truth

Narrative War in UP: Why Ecosystem Fears Yogi’s Bulldozer of Truth

00:06:53

Why Electoral Roll Purification Is India’s National Priority? | Special Intensive Revision |

00:08:22

How Congress acted as BRITISH RAJ’S B-TEAM and Continues that legacy?

00:07:48

Why The Surgical Strikes in 2016 Paved the Way for Balakot and Beyond

00:07:28

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

00:05:11
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited