प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 मार्च को महाराष्ट्र के नागपुर का दौरा करेंगे। नागपुर इन दिनों दंगे और हिंसा को लेकर चर्चा में है। अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी माधव नेत्रालय के भवन विस्तार की आधारशिला भी रखेंगे और इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा, RSS प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय भी पहुंचेंगे जहां वह संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ बैठक कर सकते हैं। कुछ ही दिनों में बीजेपी के नए अध्यक्ष के नाम का भी एलान होना है और ऐसे में यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने प्रधानमंत्री मोदी की नागपुर यात्रा पर प्रतिक्रिया दी है।
प्रधानमंत्री की यात्रा पर क्या बोला संघ?
बेंगलुरु में होने वाली RSS की 3 दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा (21, 22, 23 मार्च) की बैठक को लेकर सुनील आंबेकर ने बुधवार (19 मार्च) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान आंबेकर से पीएम मोदी की नागपुर यात्रा को लेकर सवाल पूछा गया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकार ने उनसे पूछा कि ‘यह पहला मौका है जब भारत के कोई सर्विंग प्रधानमंत्री नागपुर जा रहे हैं उसको किस तरह से देखते हैं’। इस पर आंबेकर ने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी जी जब प्रधानमंत्री थे तो रेशीमबाग गए थे। आप रिकॉर्ड देख लीजिएगा और इसे ऐसा सोचना ठीक नहीं होगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर RSS की तारीफ कर चुके हैं और बीते दिनों भी एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने RSS की तारीफ की थी। पीएम मोदी ने इस पॉडकास्ट में खुद के RSS से जुड़ने का किस्सा भी साझा किया था। पीएम मोदी ने कहा, “मेरे यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा चलती थी, शाखा में तो खेल-कूद होता, लेकिन देशभक्ति के गीत होते थे। तो मन को बड़ा मजा आता था। ऐसे ही करके हम संघ में आ गए। अब संघ एक बहुत बड़ा संगठन है। यह संघ का सौवां वर्ष है।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “दुनिया में इतना बड़ा स्वयंसेवी संगठन कहीं होगा, ऐसा मैंने तो नहीं सुना है। करोड़ों लोग उसके साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन संघ को समझना इतना सरल नहीं है।” उन्होंने कहा कि संघ जीवन के एक उद्देश्य, एक दिशा देता है। कुछ स्वयंसेवकों ने सेवा भारती नामक संगठन खड़ा किया। यह सेवा भारती उन झुग्गी-झोपड़ियों और बस्तियों में सेवा प्रदान करती है, जहां सबसे गरीब लोग रहते हैं। वे किसी सरकारी मदद के बिना, समाज की मदद से समय देने, बच्चों को पढ़ाने, उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने, और स्वच्छता के काम करते हैं।
इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि संघ वनवासी कल्याण आश्रम चलाता है और वे जंगलों में रहकर आदिवासियों की सेवा करते हैं। उन्होंने कहा, “70,000 से ज़्यादा एकल स्कूल चलाते हैं। कुछ स्वयंसेवकों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए ‘विद्या भारती’ नाम का संगठन खड़ा किया। उनके देश में करीब 25,000 स्कूल चलते हैं। ‘भारतीय मजदूर संघ’ के 55,000 के करीब यूनियन हैं और करोड़ों की तादाद में उनके सदस्य हैं।” पीएम मोदी ने कहा, “100 साल में RSS ने चकाचौंध दुनिया से दूर रहते हुए, एक साधक की तरह समर्पित भाव से काम किया है। मेरा यह सौभाग्य रहा कि ऐसे पवित्र संगठन से मुझे जीवन के संस्कार मिले।”