उत्तर प्रदेश के मेरठ में मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी। ऐसा ही एक मामला ओरैया से सामने आया है। यहां शादी के 15 वें दिन ही पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करा दी। मामले की जांच कर रही पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा है कि पत्नी ने शादी और मुंह दिखाई में मिले पैसे देकर पति की हत्या की सुपारी दी थी। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है मामला:
औरैया में 5 मार्च, 2025 को दिलीप यादव और प्रगति यादव की शादी हुई थी। दोनों के घरवालों ने बड़ी धूमधाम से यह शादी कराई थी। दिलीप के परिवार ने नई बहू का घर में स्वागत भी किया थी। दिलीप का अच्छा कारोबार था। प्रगति ने दिलीप की प्रॉपर्टी और पैसे के लिए ही यह शादी की थी। उसका प्लान था कि शादी के बाद वह अपने पति को मरवा देगी और प्रेमी अनुराग यादव से शादी कर लेगी।
इस मामले में ओरैया एसपी अभिजीत आर शंकर ने कहा है कि दुल्हन प्रगति यादव ने शादी से पहले ही प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया था। पूछताछ में उसने कहा कि घरवालों ने बिना मर्जी के दिलीप से शादी कराई। प्रगति की प्लानिंग थी कि विधवा होने के बाद वह पति की करोड़ों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर प्रेमी के साथ रहेगी।
सब ठीक था फिर…
शादी के शुरुआती दिनों में सब कुछ ठीक चल रहा था। कहा जा रहा है कि दिलीप भी अपनी शादी से संतुष्ट था। लेकिन 19 मार्च को दिलीप के परिवार में अचानक अफरा-तफरी मच गई। हुआ यूं कि दिलीप अपने कारोबार के सिलसिले में कहीं गया हुआ था। सहार थाना क्षेत्र के पलिया गांव के पास एक खेत में वह घायल हालत में ग्रामीणों को मिला। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जब यह खबर परिवार तक पहुंची, तो सभी के होश उड़ गए।
दिलीप तीन दिनों तक अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष करता रहा, लेकिन अंततः वह यह लड़ाई हार गया और उसकी मृत्यु हो गई। शुरू में पुलिस इसे एक हादसा मानकर जांच कर रही थी, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि दिलीप को गोली मारी गई थी। इसके बाद पुलिस ने हत्या की दृष्टि से जांच शुरू कर दी। युवक की मौत से उसके परिवार में मातम छा गया।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। सर्विलांस टीम भी जांच में जुटी हुई थी। आसपास के सीसीटीवी फुटेज की छानबीन की गई। इसी दौरान पुलिस को एक अहम सुराग मिला, CCTV फुटेज में एक व्यक्ति दिलीप को बाइक पर बैठाकर ले जाता दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस ने रामजी नागर नामक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। इसी दौरान पुलिस ने अनुराग यादव को भी हिरासत में ले लिया था। दोनों की तलाशी में एक तमंचा बरामद हुआ, जिससे पुलिस का शक और भी पक्का हो गया। इसके बाद दोनों से कड़ाई से पूछताछ शुरू हुई और उनके पिछले रिकॉर्ड की पड़ताल की गई।
जांच में पता चला कि अनुराग यादव और मृतक की पत्नी प्रगति यादव एक ही गांव के निवासी हैं और उनके घर भी पास-पास हैं। इससे प्रगति भी संदेह के दायरे में आ गई। पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ शुरू की।
प्रगति ने उगला सच:
पूछताछ के दौरान प्रगति ने सारा सच उगल दिया। प्रगति ने बताया कि उसके अनुराग के बीच कई साल से प्रेम संबंध थे। दोनों एक ही गांव के थे और पड़ोसी होने के कारण उनका संपर्क बना रहा। वे शादी करना चाहते थे, लेकिन दोनों के परिवार इसके खिलाफ थे। प्रगति अनुराग से बेहद प्यार करती थी और शादी के बाद भी उसे भुला नहीं पाई। उसने अपने पति दिलीप को रास्ते से हटाने की साजिश अनुराग के साथ मिलकर रची।
प्रगति ने अनुराग को लालच दिया था कि दिलीप के पास काफी पैसा है। अगर उसे रास्ते से हटा दिया जाए, तो वे दोनों सुखी जीवन जी सकेंगे। अनुराग ने रामजी नागर को 2 लाख रुपए में दिलीप की हत्या करने के तैयार किया था। इसमें से 1 लाख रुपये प्रगति ने दिए, जो उसे शादी में मुंह दिखाई के रूप में मिले थे। बाकी 1 लाख रुपये अनुराग ने जुटाए और यह राशि रामजी को सौंप दी गई।
इसके बाद 19 मार्च को दिलीप अपने व्यापार के काम से कन्नौज गया था। लौटते वक्त प्लानिंग के तहत आरोपितों ने दिलीप को एक होटल के पास रोक लिया। बहाने से कहा कि उनकी गाड़ी खराब हो गई है और उन्हें मदद चाहिए। दिलीप उनकी सहायता के लिए बाइक पर बैठ गया। सुनसान जगह पहुंचते ही आरोपितों ने उसे गोली मार दी और मरा समझकर उसे खेत में फेंक दिया। तीन दिन तक अस्पताल में इलाज के बाद 21 मार्च की रात दिलीप की मृत्यु हो गई।