प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं, जहां वे आध्यात्मिकता और पर्यावरण संरक्षण, दोनों को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। दौरे के पहले दिन, रविवार को, उन्होंने सौराष्ट्र स्थित प्राचीन श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन कर देश की समृद्धि और उन्नति की प्रार्थना की। वहीं, सोमवार को विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर वे गिर नेशनल पार्क पहुंचे, जहां हाथ में कैमरा लिए और आर्मी की कस्टम ड्रेस में उन्होंने जंगल सफारी(PM Modi Gir Safari) का अनुभव लिया।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एशियाई शेरों के संरक्षण को लेकर हो रहे प्रयासों की सराहना की और X पर लिखा कि “सामूहिक प्रयासों के चलते एशियाई शेरों की आबादी में लगातार इजाफा हो रहा है।” उन्होंने विशेष रूप से गिर के आसपास रहने वाले आदिवासी समुदायों और महिलाओं के योगदान को सराहा, जो इस पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
This morning, on #WorldWildlifeDay, I went on a Safari in Gir, which, as we all know, is home to the majestic Asiatic Lion. Coming to Gir also brings back many memories of the work we collectively did when I was serving as Gujarat CM. In the last many years, collective efforts… pic.twitter.com/S8XMmn2zN7
— Narendra Modi (@narendramodi) March 3, 2025
इसके अलावा, सोमवार शाम प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की सातवीं बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे। इस बैठक में सेना प्रमुख, विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि, पर्यावरणविद्, गैर-सरकारी संगठनों के सदस्य, मुख्य वन्यजीव वार्डन और राज्यों के सचिव शामिल होंगे। बैठक के दौरान देश की जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी सासण में महिला वन कर्मचारियों से भी मुलाकात करेंगे, जो वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
क्यों ख़ास है गिर नेशनल पार्क
गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गिर नेशनल पार्क पहुंचे, जहां उन्होंने प्रोजेक्ट लायन की शुरुआत की। यह पहल एशियाई शेरों के संरक्षण को और मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। गिर नेशनल पार्क न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में एशियाई शेरों का आखिरी प्राकृतिक आवास है, जहां ये शान से विचरण करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी 18 साल बाद गिर पहुंचे, और इस दौरान जंगल सफारी के दौरान उन्होंने अपने कैमरे में इन दुर्लभ शेरों को कैद किया।
भारत के सबसे प्रतिष्ठित वन्यजीव अभयारण्यों में शामिल गिर नेशनल पार्क 1,412 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। 1965 में स्थापित इस पार्क ने एशियाई शेरों को विलुप्ति के कगार से बचाया और आज यहां 600 से अधिक शेर निर्भय होकर विचरण कर रहे हैं। कभी ये शेर मध्य एशिया और मध्य पूर्व के घने जंगलों में पाए जाते थे, लेकिन अब गिर ही इनका आखिरी घर बन गया है। यह जंगल सिर्फ शेरों का ही नहीं, बल्कि 2,375 से अधिक प्रजातियों के जीव-जंतुओं का बसेरा है, जिनमें नीलगाय, सांभर, चीतल, बारहसिंगा और चिंकारा शामिल हैं। इसके अलावा, यहां तेंदुए, भालू, लकड़बग्घे और मगरमच्छ भी बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। यही नहीं, गिर पक्षी प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं, क्योंकि यहां 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी देखे जा सकते हैं।
गिर के घने जंगलों को जीवन देने के लिए यहां धतरवाड़ी, शिंगोडा, हिरण, शेत्रुंजी, रावल, मछुंदरी और अंबजल जैसी सात प्रमुख नदियां और झीलें बहती हैं, जो यहां के वन्यजीवों के लिए जल का प्रमुख स्रोत हैं। इस समृद्ध प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करना सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और प्रोजेक्ट लायन का शुभारंभ वन्यजीवों के संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गिर केवल एक जंगल नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय धरोहर है, जहां प्रकृति, परंपरा और आधुनिक संरक्षण प्रयास मिलकर एशियाई शेरों के भविष्य को सुरक्षित कर रहे हैं।
पीएम मोदी का ये लुक हो रहा वायरल
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