नौ महीने 13 दिन बाद, नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर पृथ्वी पर लौट रहे हैं। उनके साथ क्रू-9 मिशन के दो अन्य अंतरिक्ष यात्री, निक हेग और अलेक्ज़ांडर गोरबुनोव, भी आज, 18 मार्च, को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से प्रस्थान कर चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक क्षण पर सुनीता विलियम्स को विशेष पत्र लिखकर भारत आने का निमंत्रण दिया। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने पीएम मोदी के इस पत्र को साझा करते हुए ट्वीट किया और इसे भारत के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया।

पीएम मोदी का पत्र
पीएम नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को पत्र लिखकर न केवल उनकी साहसिक यात्रा और अदम्य इच्छाशक्ति की सराहना की, बल्कि भारत आने का स्नेहपूर्ण निमंत्रण भी दिया। उन्होंने लिखा, “पूरी दुनिया आपकी सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा कर रही है। इस बीच, भारत की यह बेटी हमारे लिए गर्व का प्रतीक है, और मैं आपकी कुशलता व भलाई को लेकर अपनी चिंता और स्नेह व्यक्त करना चाहता हूं।”
मोदी ने पत्र में यह भी लिखा, “भले ही आप हजारों मील दूर हैं, लेकिन आप हमारे दिलों के बहुत करीब हैं।” उन्होंने बताया कि हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो से हुई, जहां चर्चा के दौरान सुनीता विलियम्स का नाम गर्व से लिया गया। प्रधानमंत्री ने कहा, “आपकी उपलब्धियों पर हम सभी को गर्व है, और इसी भावना ने मुझे आपको यह पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया।”
मोदी ने यह भी साझा किया कि राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति बाइडन से हुई मुलाकातों के दौरान उन्होंने सुनीता विलियम्स की कुशलता और बेहतरी के बारे में विशेष रूप से बातचीत की। उन्होंने आगे लिखा, “1.4 अरब भारतीय हमेशा आपकी उपलब्धियों पर गर्व करते आए हैं। आपकी अद्वितीय दृढ़ता और अथक परिश्रम ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है। भारत के लोग आपकी सफलता और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने पत्र में बोनी पंड्या का जिक्र करते हुए लिखा कि वह निश्चित रूप से उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रही होंगी। उन्होंने स्वर्गीय दीपकभाई की यादें भी साझा कीं और कहा, “2016 में अमेरिका यात्रा के दौरान आपसे और दीपकभाई से हुई मुलाकात आज भी ताजा है।”
अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, “भारत को गर्व होगा कि वह अपनी एक प्रतिष्ठित बेटी की मेजबानी करेगा। हम आपकी वापसी के बाद भारत में आपका स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। मेरी ओर से माइकल विलियम्स को हार्दिक शुभकामनाएं, और आपको व बैरी विलमोर को सुरक्षित वापसी के लिए शुभकामनाएं।”
कल सुबह 3:27 बजे समुद्र में होगी लैंडिंग
9 महीने 13 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार पृथ्वी की ओर लौट रहे हैं। उनके साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के क्रू-9 के दो अन्य सदस्य, निक हेग और अलेक्सांद्र गोरबुनोव, भी 18 मार्च को स्पेस स्टेशन से रवाना हुए।
चारों एस्ट्रोनॉट्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट में सवार होने के बाद सुबह 08:35 बजे स्पेसक्राफ्ट का हैच बंद हुआ, और फिर 10:35 बजे इसे ISS से अलग कर दिया गया। अब यह स्पेसक्राफ्ट करीब 17 घंटे के सफर के बाद 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में लैंड करेगा।
नासा द्वारा जारी अनुमानित शेड्यूल के मुताबिक, 19 मार्च को सुबह 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू किया जाएगा। इसका मतलब है कि स्पेसक्राफ्ट का इंजन कक्षा से उल्टी दिशा में फायर होगा, जिससे उसकी गति नियंत्रित की जा सके और वह पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश कर सके। इसके बाद, समुद्र में सुरक्षित लैंडिंग होगी। हालांकि, मौसम की परिस्थितियों के आधार पर इस समय में बदलाव संभव है।