भजन गायिका शहनाज अख्तर ने कहा है कि सनातन धर्म अपनाने और भजन गाना शुरू करने के बाद उन्हें और उनके परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा है कि भजन गाने को लेकर इस्लामी कट्टरपंथियों ने उनके घर पर हमलाकर मारपीट की थी। इसके चलते उन्हें व उनके परिवार के लोगों को 4 दिन तक हॉस्पिटल में रहना पड़ा। इस दौरान उनके परिवार के लोग भूखे-प्यासे तड़पते रहे। लेकिन किसी ने मदद नहीं की।
शहनाज अख्तर का जन्म मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के बरघाट में मुस्लिम परिवार में हुआ था। वह बचपन में भगवान गणेश के मंदिर में प्रसाद लेने गईं थीं। इसके बाद से उनके जीवन में बदलाव आना शुरू हुआ और फिर उन्होंने सिर्फ 10 साल की उम्र में न केवल भजन गाने शुरू किए बल्कि सनातन धर्म भी अपना लिया।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के बांदा में ‘बांदा महोत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में अपने मनमोहक भजन से लोगों को सारबोर करने के बाद शहनाज अख्तर ने कहा, “मेरी पहचान सनातन धर्म से है। मैं हिंदू देवी-देवताओं के भजन गाती हूं, उनकी पूजा करती हूं। लेकिन इसके लिए मुझे और मेरे परिवार को बहुत कुछ सहना पड़ा।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब उन्होंने सनातन धर्म को अपनाया और भजन गाना शुरू किया, तो इस्लामी कट्टरपंथियों ने उनका बहुत विरोध किया। उन्हें और उनके परिवार को कई तरह की धमकियां दी गईं। हालात यहां तक बिगड़ गए थे कि उनके घर पर हमला हुआ। उनके परिवार को बेरहमी से पीटा गया। वो कहती हैं, “हम चार दिन तक अस्पताल में रहे। भूखे-प्यासे तड़पते रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की।”
शहनाज का कहना है कि कई मुस्लिमों ने उन्हें और उनके परिवार को धमकी देते हुए कहा था कि हिंदू देवी-देवताओं के भजन गाने से वो नर्क में जाएंगी। लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। शहनाज कहती हैं, “अगर मैं हिंदू धर्म की भक्ति से नर्क में जा सकतीं हों, तो आपके अब्बा ने कौन सी जन्नत पेश कर रखी है।” शहनाज कहती हैं, “मैं भगवा रंग में रंग चुकी हूं। सनातन धर्म ही मेरी पहचान है।”
बता दें कि आए दिन सोशल मीडिया पर भी शहनाज को ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ता है। हाल ही में एक रील भी वायरल हुई थी, जिसमें उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई थी। इसके खिलाफ उन्होंने FIR भी दर्ज कराई है। शहनाज कहती हैं, “मैंने अपना नाम नहीं बदला, क्योंकि मेरी शख्सियत सनातन धर्म ने बनाई है। जो मुझे परेशान करेंगे, उनके खिलाफ कानून का सहारा लूंगी।”