औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र में सोमवार को हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने गोबर के कंडों से भरा हरे रंग का कपड़ा जलाया, जिसे उन्होंने औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र बताया। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद देर शाम महाल इलाके में हिंसा भड़क उठी। अचानक हुई इस हिंसा में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी।
स्थिति उस वक्त और गंभीर हो गई जब पुलिस पर भी हमला किया गया। हिंसा के दौरान DCP निकेतन कदम पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ, जिसमें वे घायल हो गए। हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। रात करीब 10:30 से 11:30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में भी झड़पें हुईं।
Sick उलर हिन्दुओं सुन लो..
तुम्हें उजाड़ने के लिए एक ट्रॉली पत्थर जमा किए गए,
DCP लेवल के अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला हुआनागपुर में एक पूर्व नियोजित प्लानिंग के तहत दंगा किया गया- MH CM फड़नवीस
जाओ जाओ… भाईचारा निभाओ हिन्दुओं 🖐️ pic.twitter.com/7gw0jJm0IO
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) March 18, 2025
मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में हुई इस हिंसा को लेकर बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि यह घटना एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा लगती है और कोई भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस ने बताया कि अब तक 5 FIR दर्ज की गई हैं, 31 पुलिसकर्मी और 7 नागरिक घायल हुए हैं। इसके अलावा, हिंसा में कुल 33 पुलिसकर्मी जख्मी हुए, जिनमें 3 DCP स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। दंगाइयों ने 12 दोपहिया वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया।