भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 286 दिन बिताने के बाद अपने अनुभव साझा किए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे पूछा गया कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है, तो उन्होंने कहा, “अद्भुत, बिल्कुल अद्भुत।” विलियम्स ने बताया कि उन्हें हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं का दृश्य विशेष रूप से प्रभावित करता था। उन्होंने कहा, “जब भी हम हिमालय के ऊपर से गुजरे, बुच (साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर) ने अविश्वसनीय तस्वीरें लीं।”
विलियम्स को अपनी भारतीय विरासत को साझा करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अंतरिक्ष से भारत का दृश्य उन्हें अपनी भारतीय विरासत से जुड़े रहने का अहसास कराता था। उन्होंने भारत के रात्रि दृश्य का भी उल्लेख किया, जिसमें बड़े शहरों की रोशनी से लेकर छोटे कस्बों की चमक तक सब कुछ स्पष्ट दिखाई देता था। उन्होंने इसे एक ‘अविश्वसनीय अनुभव’ बताया है।
भारत के अंतरिक्ष मिशन पर प्रतिक्रिया
59 वर्षीय विलियम्स ने आगामी नासा एक्सिओम मिशन को लेकर उत्साह जताया, जिसमें भारतीय वायु सेना के परीक्षण पायलट और इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा, “यह शानदार है। शुक्ला भारत के ‘होमटाउन हीरो’ हैं।” विलियम्स ने कहा कि उन्हें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से मिलने की उम्मीद है।
भारत यात्रा की योजना
विलियम्स ने जल्द ही भारत आने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने अपने साथी बुच विल्मोर के साथ भारत यात्रा पर चर्चा की और मज़ाक में कहा, “आप भारत में अलग दिख सकते हैं, लेकिन कोई बात नहीं, हम आपको मसालेदार भारतीय खाना खिलाएंगे।” उन्होंने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान देने की भी इच्छा जताई और कहा, “मैं इसका हिस्सा बनना और उनकी मदद करना पसंद करुंगी।”
राकेश शर्मा ने क्या कहा था?
भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल 1984 को सोवियत संघ के सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष की ऐतिहासिक यात्रा की थी। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनसे फोन पर बात की और पूछा, “अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है?” इसके जवाब में शर्मा ने कहा, “सारे जहां से अच्छा,”। यह मशहूर शायर मोहम्मद इकबाल का एक कलाम था जिसे राकेश स्कूल के दिनों में गाया करते थे।
राकेश ने बीबीसी के साथ बातचीत के दौरान इस वाकये को याद किया था। राकेश शर्मा ने बीबीसी से कहा, “यह मुझे अच्छी तरह से याद है। इसमें कुछ भी देशभक्ति के उन्माद जैसा नहीं था। वाकई में अंतरिक्ष से भारत बहुत मनमोहक दिख रहा था।” राकेश ने इस इंटरव्यू के दौरान दोबारा से अंतरिक्ष में जाने की इच्छा भी जताई थी।
(एजेंसी से इनपुट के साथ)