अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर के कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। हालांकि चीन के अलावा बाकी देशों से यह टैरिफ फिलहाल यानी 90 दिनों के लिए हटा लिया गया है। टैरिफ की इन बातों के बीच आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल से जुड़ी एक खबर भी सामने आई है। कहा जा रहा है कि Apple ने भारत से 600 टन यानी करीब 15 लाख iPhone अमेरिका भेज दिए हैं।
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ को लेकर ऐलान किए जाने के बाद से दुनियाभर के मार्केट में खलबली मची हुई है। हर जगह उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अमेरिका भी इससे अछूता नहीं है। अमेरिका में रहने वाले लोगों का मानना है कि आयात होकर आने वाली वस्तुओं की कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।
इसमें iPhones भी शामिल है। ऐसे में अमेरिकी बढ़ी संख्या में आईफोन की खरीदारी कर रहे हैं। एप्पल स्टोर पर लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं। Apple इसी बढ़ी हुई बिक्री के जरिए अच्छी खासी कमाई करने के लिए भारत का सहारा ले रहा है।
उल्लेखनीय है कि Apple चीन, भारत समेत कई देशों में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग करवाता है। चूंकि अमेरिका ने चीन पर 145% का टैरिफ लगाया हुआ है। ऐसे में चीन से कोई भी प्रोडक्ट मंगाना काफी महंगा साबित होता। इसलिए एप्पल टैक्स बचाने और बढ़ी हुई बिक्री का फायदा उठाने के लिए भारत से अब तक 15 लाख iPhone अमेरिका भेज चुका है।
दिलचस्प बात यह है कि अब तक पानी के जहाज यानी शिप के जरिए आईफोन भारत से अमेरिका जाते थे। लेकिन टैरिफ और बढ़ी हुई मांग के चलते एप्पल ने iPhones को एयरलिफ्ट कराकर अमेरिका भेजा है। रिपोर्ट्स की मानें तो Apple ने भारत सरकार और एयरपोर्ट अधिकारियों से अनुरोध किया कि चेन्नई एयरपोर्ट पर कस्टम क्लियरेंस का समय 30 घंटे से घटाकर 6 घंटे किया जाए साथ ही ‘ग्रीन कॉरिडोर’ सिस्टम लागू करने की मांग की थी। कहा जा रहा है कि एप्पल के लिए चीन में ऐसा ही होता है।
इतना ही नहीं, रिपोर्ट्स में सामने आया है कि मार्च 2024 से अब तक करीब 6 कार्गो फ्लाइट्स भारत से अमेरिका रवाना हो चुकी हैं, जिनमें से हर एक की क्षमता 100 टन थी। इनमें से एक फ्लाइट इसी हफ्ते भेजी गई है। इसका मतलब यह है कि Apple अब तक 600 टन आईफोन भारत से अमेरिका के एयरलिफ्ट कर चुका है। ऐसा करके एप्पल ने करीब ₹20 हजार करोड़ के आईफोन अमेरिका भेजे और करोड़ों का टैक्स भी बचा लिया है।