अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा ‘टैरिफ वॉर’ बढ़ता जा रहा है। अमेरिका के 104% टैरिफ के जवाब में चीन ने 84% टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया है। ऐसे में यह युद्ध कहां तक जाएगा यह कहना बेहद मुश्किल है। लेकिन बढ़ते टैरिफ के बीच चीन ने भारत से साथ आने की गुहार लाकर वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति एक बार फिर स्पष्ट कर दी है।
चीनी वित्त मंत्रालय ने बुधवार (9 अप्रैल, 2025) को एक बयान जारी कर कहा है कि अब वह अमेरिकी वस्तुओं पर 84% टैरिफ वसूल करेगा। नया टैरिफ 10 अप्रैल से शुरू होगा। बता दें कि पिछले महीने तक यानी मार्च 2025 तक अमेरिका चीन से आयातित सामानों पर 10% टैरिफ लेता था। लेकिन फिर, 2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप ने 60 देशों पर पारस्परिक (रेसिप्रोकल) टैरिफ लागू किया, जिसमें चीन पर 34% का अतिरिक्त टैरिफ शामिल था, जिससे चीन पर कुल टैरिफ 44% हो गया था।
इतना ही नहीं, इसके बाद अमेरिका ने यह भी ऐलान किया था कि वह पूरी दुनिया से 10% अतिरिक्त गैर-पारस्परिक (नॉन-रेसिप्रोकल) टैरिफ वसूलेगा, जिससे चीन पर टैरिफ बढ़कर 54% हो गया था। इसके जवाब में, चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 34% टैरिफ लगा दिया था। इस घोषणा के 48 घंटों से भी कम समय में ट्रंप ने फिर से कदम उठाते हुए चीनी उत्पादों पर टैरिफ को 50% और बढ़ा दिया था, जिससे कुल टैरिफ 104% तक पहुंच गया। अब आज, चीन ने एक बार फिर जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ को बढ़ाकर 84 प्रतिशत कर दिया।
पहले आलोचना फिर पलटवार
बता दें कि इससे पहले चीन ने नए टैरिफ को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने अमेरिका की ओर से 104% टैरिफ बढ़ाने को आर्थिक दबाव डालने की कोशिश करार देते हुए कहा था कि चीन किसी भी बाहरी दबाव का डटकर मुकाबला करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा था कि बाहरी चुनौतियों के बावजूद चीन अपनी आर्थिक नीतियों को स्थिर रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इसके बाद अब पलटवार करते हुए अमेरिका पर टैरिफ बढ़ाकर 84% कर दिया है।
भारत से लगाई साथ आने की गुहार
इसी बीच, भारत में चीनी दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने भी अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाए जाने की निंदा की। उन्होंने इसे वैश्विक व्यापार के लिए अस्थिरता का कारण बताया और टैरिफ के इस इस्तेमाल को अनुचित ठहराया। इतना ही नहीं यू जिंग ने चीन और भारत के बीच आर्थिक व व्यापारिक रिश्तों पर बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंध आपसी लाभ पर आधारित और एक-दूसरे के पूरक हैं।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि दोनों देशों को इस चुनौती का मिलकर सामना करना चाहिए। उनका तर्क था कि अमेरिका का यह कदम विकासशील देशों के विकास के अधिकार को कमजोर करता है। यू जिंग ने आगे कहा कि सभी देशों को बहुपक्षीयता का समर्थन करना चाहिए और एकतरफावाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ट्रेड वॉर और टैरिफ वॉर में कोई विजेता नहीं होता है।
अमेरिका ने किन देशों पर लगाया है टैरिफ?
- भारत: 26% टैरिफ
- वियतनाम: 46%
- कंबोडिया: 49%
- पाकिस्तान: 29%
- बांग्लादेश: 37%
- इंडोनेशिया: 32%
- ताइवान: 32%
- जापान: 24%
- दक्षिण कोरिया:
- यूरोपीय संघ: 20%
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE): 20%
कनाडा और मैक्सिको: दोनों पर पहले से 25% टैरिफ लागू था, जो USMCA के तहत कुछ छूट के साथ अब भी जारी है। नए टैरिफ में इन्हें अतिरिक्त बढ़ोतरी से छूट दी गई है।