प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के 50वें दौरे पर एक बार फिर साबित कर दिया कि देश के विकास की धड़कन अब काशी से सुनाई देती है। इस अवसर पर उन्होंने 3,880 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 44 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें बिजली, सड़क, शिक्षा और पर्यटन जैसे ज़मीनी मुद्दों पर केंद्रित काम शामिल हैं। यहीं नहीं इसके बाद मेहदीगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम ने हर हर महादेव का उद्घोष से भाषण शुरू किया और नमो पार्वती नमः, हर-हर महादेव से खत्म किया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष की वंशवादी राजनीति पर जमकर निशाना है। उन्होंने कहा, “हमारा रास्ता है – सबका साथ, सबका विकास। और उनका रास्ता है – परिवार का साथ, परिवार का विकास।”
खास बात ये रही कि वाराणसी पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने हाल ही में हुई एक छात्रा के साथ आपराधिक घटना को लेकर पुलिस कमिश्नर से व्यक्तिगत रूप से बात की। उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि कानून का डर दिखना चाहिए और दोषियों को बख्शा न जाए। एक जननेता का यही मानवीय चेहरा लोगों के मन में भरोसा जगाता है।
विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम मोदी वाराणसी एयरपोर्ट से सीधे हेलिकॉप्टर के जरिए मेहंदीगंज पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका आत्मीय स्वागत किया और उन्हें पारंपरिक “कमल छतरी” भेंट की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने 3,884 करोड़ रुपये की लागत वाली 44 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया एक ऐसा क्षण जो न सिर्फ काशी के लिए, बल्कि पूरे पूर्वांचल के लिए विकास के नए युग की शुरुआत का संकेत था।
देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है- सबका साथ सबका विकास। जो लोग सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए दिन-रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है- परिवार का साथ, परिवार का विकास। pic.twitter.com/sZWNhSTyZ9
— Narendra Modi (@narendramodi) April 11, 2025
इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने करीब 35 मिनट तक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने काशी में तेजी से हो रहे विकास कार्यों की चर्चा की और यह भी बताया कि कैसे ये योजनाएं ज़मीनी हकीकत को बदल रही हैं।यही नहीं इसी दौरान उन्होंने विपक्ष की अवसरवादी राजनीति पर तीखा हमला भी बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जो लोग सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए दिन-रात खेल खेलते रहते हैं, उनका एक ही सिद्धांत है – परिवार का साथ, परिवार का विकास।”
मिशन ओलिंपिक
पीएम मोदी ने युवाओं के भविष्य की ओर भी इशारा करते हुए कहा, “2036 में ओलिंपिक भारत में हो, इसके लिए हम प्रयासरत हैं। ओलिंपिक में मेडल के लिए काशी के नौजवानों को अभी से तैयारी शुरू करनी होगी।”
10 वर्षों में बनारस के विकास ने पकड़ी नई गति
अपने उद्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को बड़े गर्व से रेखांकित किया कि बीते 10 वर्षों में बनारस ने विकास की नई रफ्तार पकड़ी है। उन्होंने कहा, “काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखे हैं। आज काशी सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है।”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में महात्मा ज्योतिबा फुले को भी श्रद्धापूर्वक स्मरण किया, जिनकी जयंती भी इसी दिन थी। उन्होंने कहा, “आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर नारी शक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया।”
बीते वर्षों में काशी के तेज इंफ्रास्ट्रक्चर विकास से यहां कमाई-दवाई और आवाजाही की सुविधा बहुत बढ़ी है। इसीलिए यहां आने वाला हर यात्री कह रहा है… pic.twitter.com/VjHvzDPelI
— Narendra Modi (@narendramodi) April 11, 2025
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि आज केंद्र सरकार उन्हीं विचारों को आगे बढ़ा रही है और, “हम उनके संकल्पों को, नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई ऊर्जा दे रहे हैं।”