जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया और धर्म पूछकर गोलियां बरसाकर कम-से-कम 26 लोगों हत्या कर दी है। लेकिन इस कायराना हरकत का जवाब देशवासी अपने अडिग हौसले और एकजुटता से दे रहे हैं। खासकर धर्म की नगरी काशी में, जहां लोग ‘हिंदू टैटू’ बनवाकर आतंकियों को साफ संदेश दे रहे हैं कि वे न डरेंगे, न झुकेंगे। पहलगाम में आतंकियों ने अपने नापाक मंसूबों से लोगों के बीच दहशत फैलाने की कोशिश की लेकिन उनकी यह साजिश नाकाम रही है।
वाराणसी में पहलगाम हमले के बाद से ही गुस्सा और आक्रोश का माहौल है। इस घटना के विरोध में काशीवासियों ने अनोखा तरीका अपनाया है। शहर के टैटू पार्लरों में इन दिनों ‘हिंदू’ टैटू का क्रेज चरम पर है। हर दिन 40 से 50 लोग अपने हाथों पर ‘हिंदू’ नाम का टैटू गोदवा रहे हैं। लोगों का कहना है कि आतंकियों ने पहलगाम में हिंदू धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या की लेकिन काशीवासी अपने धर्म को छुपाने के बजाय इसे गर्व के साथ प्रदर्शित कर रहे हैं। टैटू बनवाने वालों का कहना है, “हमारे हाथ देखकर ही पता चल जाए कि हम हिंदू हैं।”
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, केक टैटू पार्लर पर ‘हिंदू’ टैटू बनवाने वाले सुनील कुमार उपाध्याय ने कहा, “पहलगाम की आतंकी घटना से हम बहुत व्यथित हैं। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन आतंकियों ने हिंदुओं को निशाना बनाया। इसके विरोध में हमने अपने हाथों पर ‘हिंदू’ टैटू बनवाया है। अब उन्हें पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर हिम्मत है तो सामने से आएं, 140 करोड़ हिंदू उनकी औकात बता देंगे। हम गर्व से कहते हैं कि हम हिंदू हैं।” इसी तरह, टैटू बनवाने वाली रीना ने बताया, “पहलगाम की घटना से हमारे दिल में बहुत गुस्सा है। लोग सड़कों पर विरोध कर रहे हैं, लेकिन हमने आतंकियों के मंसूबे नाकाम करने के लिए यह रास्ता चुना। हमने अपने हाथों पर ‘हिंदू’ टैटू बनवाया ताकि आतंकियों को लगे नहीं कि हम डर गए हैं। चाहे जान चली जाए, हम अपने धर्म को नहीं छुपाएंगे।”