केंद्र सरकार ने बुधवार को लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया है। विपक्ष इस बिल को लेकर विरोध कर रहा है जबकि सरकार इसे सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बता रही है। इस्लामी संगठन और नेताओं की राय भी इस बिल पर बटी हुई है कई मुस्लिम संगठनों ने इसे सुधारवादी कदम बताया है तो कई ने इसे सरकार की मनमानी कहा है। बिहार के राज्यपाल और इस्लामिक स्कॉलर आरिफ मोहम्मद खान ने भी इस बिल की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है। आरिफ मोहम्मद खान बुधवार को मथुरा पहुंचे थे और उन्होंने वहां मीडिया से बातचीत की है।
मालेगांव ब्लास्ट मामले के निर्णय से सिद्ध हुआ “न हिंदू पतितो भवेत्”
17 वर्ष की प्रतीक्षा, 6200 से अधिक दिन और 1 अनकहा नैरेटिव—जिसे सत्ता, मीडिया और राजनीति ने मिलकर गढ़ा था। मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी...