TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    कैंपस हॉस्टल से कामिकेज ड्रोन: भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार ड्रोन इस तरह पहुंचा रहे बिट्स के दो छात्र

    20 वर्षीय छात्रों ने हॉस्टल में बनाया 300 km/h की रफ्तार वाला कामिकेज़ ड्रोन, अब सेना करेगी इस्तेमाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

SC पर टिप्पणी: न्यायपालिका के विरोध पर निशिकांत दुबे को सोशल मीडिया पर क्यों मिल रहा है समर्थन?

बीजेपी ने भले ही निशिकांत दुबे की टिप्पणी से किनारा करते हुए उन्हें संभलकर बोलने की नसीहत दी हो लेकिन सोशल मीडिया पर एक बड़ा वर्ग दुबे के समर्थन में भी खड़ा हो रहा है, इस वर्ग के अपने सवाल हैं जिनके कटघरे में न्यायपालिका है

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
21 April 2025
in राजनीति, समीक्षा
SC पर टिप्पणी: न्यायपालिका के विरोध पर निशिकांत दुबे को सोशल मीडिया पर क्यों मिल रहा है समर्थन?
Share on FacebookShare on X

देश में न्यायपालिका और कार्यपालिका के अधिकार क्षेत्र को लेकर ज़ोरदार बहस चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के राज्यपाल से जुड़े बिल के एक मामले में राष्ट्रपति को फैसला लेने के लिए 90 दिनों की समय सीमा तय कर दी जिसके बाद हालिया बहस शुरू हुई है। इस मामले में उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जजों की तुलना ‘सुपर संसद’ से करते हुए जजों पर सवाल उठाए हैं। इसी कड़ी में झारखंड के गोड्डा से बीजेपी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कोर्ट और चीफ जस्टिस को लेकर तल्ख टिप्पणियां कीं जिसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके बयान को निजी बयान बताया है। उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने भी कोर्ट को लेकर टिप्पणी की थी और उसे भी नड्डा ने निजी बयान बताया है। पार्टी ने बेशक सांसदों के बयानों से पल्ला झाड़ लिया है लेकिन सोशल मीडिया का एक बड़ा वर्ग निशिकांत दुबे के समर्थन में आ गया है।

सुप्रीम कोर्ट में दिखा बहस का असर

देश में चल रही इस बहस असर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में भी नज़र आया। सोमवार को दो अलग-अलग मामलों सुनवाई के दौरान जस्टिस बीआर गवई ने इस मामले को लेकर टिप्पणियां कीं। एक मामले में वकील विष्णु शंकर जैन ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के मद्देनज़र राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी। जिस पर टिप्पणी करते हुए जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि आप चाहते हैं कि हम केंद्र को यह आदेश देने के लिए रिट जारी करें? वैसे भी हम पर कार्यपालिका में अतिक्रमण करने के आरोप लग रहे हैं। वहीं, एक मामले में नेटफ्लिक्स, अमेज़न और प्लैटफार्म्स के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई थी जिनमें इन प्लैटफार्म्स पर अश्लील सामग्री के वितरण का आरोप लगाया था। जस्टिस गवई ने इस मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि हम पर विधायी और कार्यकारी कार्यों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया जा रहा है।

संबंधितपोस्ट

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

सुप्रीम कोर्ट ने 2006 मुंबई ब्लास्ट के आरोपियों को रिहा करने के HC के फैसले पर लगाई रोक

अगला उप-राष्ट्रपति BJP से होगा, प्रधानमंत्री मोदी की वापसी के बाद होगा अंतिम फैसला

और लोड करें

निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा ने क्या कहा?

निशिकांत दुबे ने 19 अप्रैल को ‘X’ पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, “क़ानून यदि सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगा तो संसद भवन बंद कर देना चाहिए।” जिसके बाद यह विवाद शुरू हुआ था।

क़ानून यदि सुप्रीम कोर्ट ही बनाएगा तो संसद भवन बंद कर देना चाहिये

— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 19, 2025

इसके बाद निशिकांत दुबे ने ANI से बातचती करते हुए सुप्रीम कोर्ट और CJI जस्टिस संजीव खन्ना को लेकर तल्ख टिप्पणियां कीं। निशिकांत दुबे ने कहा, “आप राम मंदिर, कृष्ण जन्मभूमि और ज्ञानवापी के मामले में कहते हो कि कागज़ दिखाओ लेकिन मुगलों के आने के बाद बनी मस्जिदों को लेकर कहते हैं कि कागज़ कहां से दिखाएंगे। देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ज़िम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है। अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “इस देश में जितने गृह युद्ध हो रहे हैं उसके ज़िम्मेदार केवल यहां के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना साहब हैं।”

#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “…देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है…अगर हर बात के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और विधानसभा का कोई मतलब नहीं है, इसे बंद कर देना चाहिए…” pic.twitter.com/ahVx2kzBgD

— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025

निशिकांत दुबे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए दिनेश शर्मा ने न्यायपालिका के फैसले पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, “लोगों में एक आशंका होती है कि जब बाबा साहब आंबेडकर ने संविधान बनाया था, तो उसमें उन्होंने विधायिका और न्यायपालिका के अधिकारों का स्पष्ट रूप से वर्णन किया है। नियम बनाने का काम संसद करेगी। भारत के संविधान के अनुसार, कोई भी संसद यानी लोकसभा और राज्यसभा को निर्देशित नहीं कर सकता है क्योंकि राष्ट्रपति ने साइन कर दिए हैं और राष्ट्रपति सर्वोच्च है। कोई भी राष्ट्रपति को चुनौती नहीं दे सकता क्योंकि राष्ट्रपति सर्वोच्च हैं।”

#WATCH लखनऊ: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के सुप्रीम कोर्ट पर दिए गए बयान पर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “…जब बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान बनाया था, तो उसमें उन्होंने विधायिका और न्यायपालिका के अधिकारों का स्पष्ट रूप से वर्णन किया है…भारत के संविधान के अनुसार, कोई भी लोकसभा… pic.twitter.com/FXqtz2argN

— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2025

नड्डा ने बयानों को बताया ‘निजी’

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए दोनों सांसदों के बयान को निजी बताया। उन्होंने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा का न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना–देना नहीं है। यह इनका व्यक्तिगत बयान है, लेकिन भाजपा ऐसे बयानों से न तो कोई इत्तेफाक रखती है और न ही कभी भी ऐसे बयानों का समर्थन करती है। भाजपा इन बयान को सिरे से खारिज करती है।”

नड्डा ने आगे कहा, “भारतीय जनता पार्टी ने सदैव ही न्यायपालिका का सम्मान किया है, उनके आदेशों और सुझावों को सहर्ष स्वीकार किया है क्योंकि एक पार्टी के नाते हमारा मानना है कि सर्वोच्च न्यायालय सहित देश की सभी अदालतें हमारे लोकतंत्र का अभिन्न अंग हैं तथा संविधान के संरक्षण का मजबूत आधार स्तंभ हैं। मैंने इन दोनों को और सभी को ऐसे बयान ना देने के लिए निर्देशित किया है।”

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा का न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना–देना नहीं है। यह इनका व्यक्तिगत बयान है, लेकिन भाजपा ऐसे बयानों से न तो कोई इत्तेफाक रखती है और न ही कभी भी ऐसे बयानों का समर्थन करती है। भाजपा इन बयान…

— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) April 19, 2025

सोशल मीडिया पर निशिकांत दुबे के समर्थन में लोग

बीजेपी ने भले ही निशिकांत दुबे के बयान से किनारा कर लिया है लेकिन सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग उन्हें समर्थन दे रहे हैं। दुबे के इस बयान के बाद से लगातार ‘निशिकांत दुबे’ और ‘सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया’ X पर ट्रेंड में बने हुए हैं। निशिकांत का समर्थन करते हुए एक ‘X’ यूज़र ने लिखा है, “मैं निशिकांत दुबे जी से सहमत हूं।मैं निशिकांत दुबे का समर्थन करता हूं। अब समय है कुछ बड़े परिवर्तनों की आवश्यकता है।” वहीं, एक अन्य यूज़र ने लिखा, “मैं निशिकांत दुबे के साथ हूं।”

आनंद रंगनाथन ने भी दुबे की टिप्पणियों का समर्थन किया है और उन्होंने तो लोगों से उनके साथ खड़े होने का आह्वान तक कर दिया है। रंगनाथन ने ‘X’ पर लिखा, “शानदार, मैं निशिकांत दुबे के साथ खड़ा हूं और हर भारतीय को भी ऐसा ही करना चाहिए।” मिस्टर सिन्हा नामक एक अन्य यूज़र ने लिखा, “HC के वर्तमान जज के पास से करोड़ों रुपए मिलने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जबकि दुबे जी ने CJI पर उंगली उठाई तो उनके खिलाफ अवमानना ​​की अनुमति मांगी गई है। बड़ा अपराध कौन सा है? आलोचना या भ्रष्टाचार?”

स्वाति तिवारी नामक एक यूज़र ने दुबे का समर्थन करते हुए सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, “जब संविधान ही यह कहता है कि न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका एक दूसरे के काम में हस्तक्षेप नहीं कर सकती तो निशिकांत दूबे और दिनेश शर्मा ने क्या गलत बयानबाजी की है?” उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “निशिकांत दुबे ने संविधान सम्मत और लॉजिकल बात ही कही है। जब पारिवारिक, सामाजिक मामलों से लेकर वक्फ प.बंगाल मणिपुर मामलों में भी न्यायालय का पूर्वाग्रह दिखता है तब भारतीय संविधान की निर्णय क्षमता से विश्वास डोलता है।”

सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग न्यायिक सिस्टम में आमूल-चूल परिवर्तन की वकालत कर रहे हैं। लेकिन एक बड़े सवाल जो उठता है वो यही है कि लोग न्यायपालिका से इतने नाराज़ क्यों हैं? इस समर्थन के पीछे जो सबसे बड़ा कारण नज़र आ रहा है वो यही है कि लोगों में न्यायपालिका के प्रति असंतोष बढ़ रहा है। कई लोगों ने सुप्रीम कोर्ट पर पक्षपातपूर्ण फैसले लेने के आरोप भी लगाए हैं। आनंद रंगनाथन ने एक वीडियो में 9 ऐसी घटनाओं का ज़िक्र किया है जहां ‘सर्वोच्च न्यायालय ने हिंदुओं के खिलाफ स्पष्ट भेदभाव’ किया है। पिछले दिनों हाईकोर्ट के जज के घर से नोटों के ढेर मिलने के बाद जब उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई होती नहीं नज़र आई तो लोगों में और गुस्सा पनपा है। धनखड़ ने भी इसे लेकर सवाल उठाए और कोई केस तक दर्ज ना होने के मामले में नाराज़गी भी ज़ाहिर की।

जनता की न्यायपालिका के प्रति निराशा सिर्फ असंतोष तक सीमित नहीं है बल्कि लोग अब सुधार की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि न्यायिक व्यवस्था में पारदर्शिता आए और उसकी जवाबदेही भी बढ़े। लोग मान रहे हैं कि कोर्ट के कुछ निर्णय खास समुदायों के प्रति झुके हुए हैं और मौजूदा न्यायिक ढांचा उनके हितों को प्रतिबिंबित नहीं करता है। दुबे का बयान उन लोगों के लिए एक मंच बन गया है जो मानते हैं कि न्यायपालिका अपनी सीमाओं से बाहर जा रही है। जाहिर है कि इन सवालों के जवाब न्यायपालिका को भी खोजने होंगे। इन्हें सिर्फ सोशल मीडिया के ट्रेंड्स बताकर खारिज नहीं किया जा सकता है। न्यायपालिका को भी अब अपना मूल्यांकन करने की ज़रूरत है।
स्रोत: निशिकांत दुबे, सुप्रीम कोर्ट, जगदीप धनखड़, जस्टिस यशवंत वर्मा, Nishikant Dubey, Supreme Court, Jagdeep Dhankhar, Justice Yashwant Verma,
Tags: Jagdeep DhankharJustice Yashwant VermaNishikant DubeySupreme Courtजगदीप धनखड़जस्टिस यशवंत वर्मानिशिकांत दुबेसुप्रीम कोर्ट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘मैं बदला लूंगा…’: बेंगलुरु में वायुसेना अधिकारी और पत्नी पर दिन दहाड़े हमला, Video वायरल होने के बाद आरोपित गिरफ्तार

अगली पोस्ट

10 दिन में पता चल जाएगा राहुल गांधी ब्रिटिश हैं या नहीं? हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

संबंधित पोस्ट

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।
राजनीति

दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

26 July 2025

नई दिल्ली स्थित कर्नाटक भवन में नौकरशाही का झगड़ा एक राजनीतिक तूफान में बदल गया है, जिससे कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार में दरारें...

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader
भारत

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

26 July 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर दुनिया के सबसे विश्वसनीय नेताओं की सूची में शीर्ष पर हैं। मॉर्निंग कंसल्ट की नवीनतम वैश्विक नेता अनुमोदन रेटिंग...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26

Britain’s Million-Dollar Bird Finally Takes Off!

00:06:43
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited