मार्च 2026 कर देश से नक्सलवाद यानी लाला आतंक के साये को खत्म करने के लिए सुरक्षा बल लगातार तेज अभियान चला रहे हैं। पहले कारेगुट्टा की पहाड़ियों पर करीब 15 दिन के ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मिट्टी में मिला दिया गया। इसके बाद अबूढमाड़ में 26 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया। अब महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में में अभियान को बड़ी सफलता मिली है। अधिकारियों ने जानकारी दी है सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 4 नक्सली मारे गए हैं। इनके शवों को बरामद कर लिया गया है। मौके से हथियार और अन्य सामान भी मिला है।
गुरुवार दोपहर को ही अभियान शुरू कर दिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों को कवांडे में नवनिर्मित फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) के पास माओवादी समूहों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। सूचना पर कार्रवाई करते हुए 12 सी-60 टीमों के 300 कमांडो, CRPF की एक इकाई ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
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नक्सलियों ने किया था हमला
टीम गुरुवार को भारी बारिश के बावजूद, कवांडे और नेलगुंडा से इंद्रावती नदी की ओर बढ़ती रही। शुक्रवार की सुबह सुरक्षा बल तलाशी कर रहे थे। इसी दौरान माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि सी-60 कमांडो ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की जिससे लगभग दो घंटे तक तेज फायरिंग हुई। मुठभेड़ शांत होने के बाद इलाके की गहन तलाशी के दौरान चार नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं।
गढ़चिरौली पुलिस ने बताया कि तलाशी अभियान में एक स्वचालित सेल्फ-लोडिंग राइफल के साथ दो 303-राइफल, एक भरमार बंदूक, वॉकी-टॉकी, कैंपिंग गियर, माओवादी साहित्य के साथ ही कई हथियार और अन्य सामान भी मिले।
सुकमा में नक्सलवाद के खिलाफ एक्शन
शुक्रवार को भी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक मुठभेड़ में एक माओवादी मारा गया है। अधिकारियों को खुफिया जानकारी मिली थी कि किस्ताराम के घने जंगलों में बड़ी संख्या में माओवादी मौजूद हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए जिला रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स और कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन के संयुक्त कार्यबल को तलाशी अभियान के लिए तैनात किया गया था। जैसे ही सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की।
छत्तीसगढ़ में भी कार्रवाई
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के ठीक बाद हुई है। दो दिन पहले ही सुरक्षा बलों ने छत्तीसगढ़ में 27 माओवादियों को मार गिराया था। इसमें उनका शीर्ष कमांडर बासवराजू भी मारा गया था। हालांकि, इस भीषण गोलीबारी में एक बहादुर जवान शहीद हो गया था। इससे पहले कारेगुट्टा में चले ऑपरेशन में 31 नक्सली मारे गए हैं। लगातार चलाए जा रहे अभियान क्षेत्र में उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई जारी है। ये सुरक्षा बलों के दृढ़ संकल्प को दर्शाते हैं।