पुलवामा की यादें अब भी ताज़ा हैं और पहलगाम में हालिया आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों को उस नाजुक मोड़ पर ला खड़ा किया है जहाँ हर कड़ा कदम एक स्पष्ट चेतावनी बन जाता है। बैठकों और उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षाओं का जो सिलसिला इन दिनों चला है, उसने माहौल को युद्ध की आशंका तक पहुँचा दिया है। ऐसे वक्त में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गुरुवार को दिया गया स्पष्ट संदेश, “ये मोदी का भारत है, यहां आतंकियों को अब चुन-चुनकर मारा जाएगा” न सिर्फ देशवासियों को भरोसा देने वाला था, बल्कि पाकिस्तान को एक सख्त चेतावनी भी थी। गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी के ठीक अगले दिन, शुक्रवार को भारत की ओर से एक और कड़ा और साफ़ संदेश देखने को मिला। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में गंगा एक्सप्रेसवे पर निर्मित देश के पहले नाइट लैंडिंग एयरस्ट्रिप पर IAF के सबसे घातक लड़ाकू विमान राफेल, मिग-29, मिराज 2000 ने रात के अंधेरे में लैंडिंग और टेकऑफ की प्रभावशाली ड्रिल को अंजाम दिया।
यह अभ्यास सिर्फ तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि आतंकवाद के संरक्षक देश पाकिस्तान को यह सीधा संकेत है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है दिन हो या रात, ज़मीन हो या आसमान। इस अत्याधुनिक स्ट्रिप पर भारतीय वायुसेना (IAF) के सबसे घातक लड़ाकू विमान राफेल, मिग-29, मिराज 2000 ने रात के अंधेरे में लैंडिंग और टेकऑफ की प्रभावशाली ड्रिल को अंजाम दिया। यह अभ्यास सिर्फ तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि आतंकवाद के संरक्षक देश पाकिस्तान को यह सीधा संकेत है कि भारत अब हर मोर्चे पर तैयार है दिन हो या रात, ज़मीन हो या आसमान।
#WATCH | Shahjahanpur: The Indian Air Force (IAF) is carrying out a flypast on the Ganga Expressway in Uttar Pradesh.
The exercise is being organised to assess the expressway’s potential as an alternative runway during times of war or national emergencies. pic.twitter.com/pg9Sa2QYHU
— ANI (@ANI) May 2, 2025
खास है इसकी स्ट्रैटिजिक लोकेशन
शाहजहांपुर में बनी भारत की पहली नाइट लैंडिंग एयरस्ट्रिप केवल एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी एक निर्णायक कदम है। इसका महत्व और भी बढ़ जाता है जब इसे भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव के संदर्भ में देखा जाए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को चेताने के लिए भारत का यह कदम न केवल एक सख्त संदेश है, बल्कि आने वाले समय में दुश्मनों को किसी भी मोर्चे पर जवाब देने की तैयारी का प्रतीक भी है।
यह इलाका नेपाल की सीमा से सटा हुआ है, और वही नेपाल चीन से भी जुड़ता है। इस लिहाज़ से यह भौगोलिक स्थिति भारत के लिए बेहद अहम हो जाती है। ऐसे में जब पाकिस्तान आतंक का गढ़ बना हुआ है और चीन सामरिक मोर्चे पर लगातार भारत को घेरने की कोशिश कर रहा है, तब शाहजहांपुर की यह स्ट्रैटेजिक लोकेशन भारत की सुरक्षा नीति के केंद्र में आ जाती है।
यहां डे और नाइट दोनों तरह की लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधा तैयार की गई है, जो भारतीय वायुसेना को किसी भी हालात में चौकन्ना रहने और तुरंत प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाती है। ऐसे माहौल में जब हर रणनीतिक तैयारी को दुश्मनों के लिए एक चेतावनी की तरह देखा जा रहा है, शाहजहांपुर की यह एयरस्ट्रिप न सिर्फ ताकत का प्रतीक है, बल्कि भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति का भी प्रमाण है।