पहलगाम हमले के बीच भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन रहे हैं। पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा कम-से-कम 26 निर्दोष नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। भारत में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद किसी से छिपा नहीं है। पाकिस्तान में इन आतंकियों की सबसे बड़ी रहनुमा वहां की सेना को माना जाता है। असीम मुनीर को पाकिस्तान का पहला ‘मुल्ला जनरल’ बताया जाता है। मुनीर ने जब पूरी कुरान याद कर ली थी और उसे ‘हाफिज-ए-कुरान’ कहा गया। जब मुनीर सेना प्रमुख बना तो कहा गया कि यह पाकिस्तान के फौज में धार्मिकता को बढ़ावा देने के प्रयासों का नतीजा है। असीम मुनीर कितना कट्टर है इसका अंदाजा उसकी कुछ दिनों पहले की स्पीच से लगाया जा सकता है जहां उसके हिंदू-मुस्लिमों को दो अलग राष्ट्र बताया था। और उसके कुछ ही दिनों बाद आतंकियों ने पहलगाम में धर्म पूछ-पूछकर लोगों को गोली मार दी।
पहलगाम हमले, पाकिस्तान की आतंक परस्त नीति और असीम मुनीर का बयान, अगर इन तीनों को जोड़कर देखा जाए तो किसी नतीजे पर पहुंचना मुश्किल नहीं होगा। लोगों के बीच सामाजिक समरसता को तोड़ने की जैसी कोशिश असीम मुनीर ने की है वैसी शायद ही कोई और करता होगा लेकिन शायद BBC को असीम मुनीर की छवि चिंता ज़्यादा सता रही थी? BBC हिंदी ने ‘आसिम मुनीर: स्कूल प्रिंसिपल के बेटे के लिए इम्तिहान की घड़ी‘ हेडिंग से एक खबर लिखी। इस खबर की हेडिंग को अब भी BBC Hindi के X ( पहले ट्विटर) हैंडल पर देखा जा सकता है।

अब ‘X’ पर इस लिंक से खबर खोलने पर खबर की हेडिंग ‘पाकिस्तान आर्मी चीफ़ के बयान पर भारत में कितना ग़ुस्सा’ दिखाई है। यानी जो जिहादी जनरल भारत के खिलाफ लगातार ज़हर उगल रहा है उसकी पहचान को बताने के लिए BBC को सबसे बेहतर शब्द ‘स्कूल प्रिंसिपल के बेटे‘ ही मिले थे। जिहादियों को बेचारा बनाने की इन कुछ चैनल्स की मानसिकता बहुत पुरानी है। जब ISIS का प्रमुख अबू बक्र अल बगदादी मारा गया था तो वॉशिंगटन पोस्ट ने उसे ‘धार्मिक विद्वान’ बताया था। वहीं, जब जम्मू-कश्मीर में आतंकी बुरहान वानी को मारा गया था तो बरखा दत्त ने उसे ‘स्कूल हेडमास्टर का बेटा’ बताया था।
सोशल मीडिया यूज़र्स ने BBC को सुनाई खरी-खोटी
BBC की इस हेडलाइन को लेकर उसे सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब खरी-खोटी सुनाई है। कर्नल हनी बक्शी ने BBC के इस आर्टिकल को लेकर लिखा, “यह सब क्या है? इमेज बिल्डिंग एक्सरसाइज़, अवाम के साथ जोड़ने की…।” एक अन्य यूज़र ने लिखा, “आसिम मुनीर बहुत दरिया दिल है हर धर्म का सम्मान करता है ,आसिम मुनीर को शांति नोबेल पुरस्कार मिलने वाला है। ये सब भी लिखो लो भाई जब इतना नीचे गिर ही गए हो।” एक अन्य यूज़र ने लिखा, “तुम्हारी दोगली पत्रकारिता की पोल खुल गई! आसिम मुनीर जैसे आतंक के सरपरस्त को ‘मासूम प्रिंसिपल का बेटा’ बताकर इमेज चमकाने का धंधा बंद करो! पहलगाम हमले के बाद भी तुम्हारा एजेंडा साफ है—भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाओ! शर्म करो, BBC!” इसके अलावा भी कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने BBC को आइना दिखाया है।