TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मनुस्मृति: कैसा होना चाहिए एक आदर्श राजा और क्या हैं राज्य के सात अंग?

राजा कौन होना चाहिए? उसे किस प्रकार शिक्षित किया जाना चाहिए? एक राजा को किस प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए? इन प्रश्नों के समाधान की चेष्टा मनुस्मृति में मिलती है

Dr Alok Kumar Dwivedi द्वारा Dr Alok Kumar Dwivedi
2 May 2025
in धर्म, संस्कृति
मनुस्मृति: कैसा होना चाहिए एक आदर्श राजा और क्या हैं राज्य के सात अंग?
Share on FacebookShare on X

मनुस्मृति के सातवें अध्याय में राजधर्म, अर्थात् राज्य संचालन से जुड़े अनेक पहलुओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। धर्मशास्त्रों में राजधर्म की अवधारणा को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है और इस विषय पर गंभीर विमर्श भी किया गया है। राजा कौन होना चाहिए? उसे किस प्रकार शिक्षित किया जाना चाहिए? एक राजा को किस प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए? राजा का चयन किस प्रकार किया जाए? उसके अपने परिवार के प्रति क्या कर्तव्य होते हैं? जनता के बीच उसकी क्या भूमिका होनी चाहिए? सामाजिक व्यवस्था को किस प्रकार बनाए रखा जाए और उसमें सभी वर्गों को किस तरह सम्मिलित किया जाए? इन प्रश्नों के समाधान की चेष्टा मनुस्मृति के इस अध्याय में मिलती है। यद्यपि शासन और प्रशासन के विविध पहलुओं पर पहले भी विचार किया जाता रहा था, फिर भी मनु पहले व्यक्ति थे जिन्होंने शासन और प्रशासन के अध्ययन को व्यवस्थित रूप में प्रस्तुत किया।

मनु और राजतंत्र का दिव्य सिद्धांत

संबंधितपोस्ट

भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

कितना भरोसेमंद है BBC? नई दिल्ली से तेल अवीव और वॉशिंगटन तक क्यों गिरती जा रही है बीबीसी की साख और विश्वसनीयता ?tfi

और लोड करें

मनु राज्य की उत्पत्ति के “दिव्य अधिकार सिद्धांत” (Divine Right Doctrine) के प्रबल समर्थक थे, जिसके अनुसार राज्य की रचना ईश्वर द्वारा की गई थी। के. पी. जयसवाल के अनुसार, मनुस्मृति ने राजा के दिव्य स्वरूप के सिद्धांत को पुष्यमित्र ब्राह्मण साम्राज्य की रक्षा के लिए विकसित किया था, और यह सिद्धांत बौद्धों द्वारा प्रतिपादित राज्य की सामाजिक अनुबंध (contract) के आधार पर उत्पत्ति की अवधारणा का खंडन करता है। ईश्वर, जो समस्त सृष्टि व्यवस्था का स्रष्टा है, न केवल सृष्टि के संचालन का उत्तरदायी है, बल्कि जनसामान्य के कल्याण और सामाजिक व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए भी जिम्मेदार है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ईश्वर ने राजा की स्थापना की और उसे अपना प्रतिनिधि घोषित किया। इस प्रकार राजशक्ति की स्थापना एक दिव्य विचार के रूप में हुई। मनुस्मृति में यह स्पष्ट रूप से प्रतिपादित किया गया है कि राजा ईश्वर की रचना है और उसका अधिकार दिव्य है।

मनु द्वारा शासक के नैतिक और बौद्धिक गुणों पर बल

मनु शासक के नैतिक और बौद्धिक गुणों पर विशेष बल देते हैं, क्योंकि राज्य व्यवस्था में राजा सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। मनु ने राजा को यह निर्देश दिया है कि वह उन ब्राह्मणों की सलाह को माने जो वेदों के ज्ञाता हैं और जिन्होंने अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है। शासक अपने प्रजा का उचित तरीके से शासन कर सके, इसके कौटिल्य के अर्थशास्त्र में भी आत्म–अनुशासन (self-discipline) के गुणों की प्रशंसा की गई है। मनु का राजा एक आदर्श पुरुष होता है—बुद्धिमान, नैतिक दृष्टि से उत्तम, कुशल, सुशिक्षित, और विद्वान। वह न तो अपनी कामनाओं और प्रवृत्तियों का गुलाम होता है, और न ही उसमें द्वेष और लोभ होता है। वह अपनी प्रजा के सभी वर्गों के साथ समान व्यवहार करता है। मनु इस आदर्श शासक के स्वभाव की तुलना समुद्र से करते हैं— जो ऊपर से शांत होता है लेकिन भीतर गहराई और विक्षोभ से भरा होता है, जिसमें मोती भी होते हैं और कचरा भी।

मनु ने यह भी स्पष्ट किया है कि एक शासक में किन गुणों का होना आवश्यक है। राजा को भ्रष्टाचार से रहित और धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष— इन चार सतोगुणी पुरुषार्थों के प्रति निष्ठावान होना चाहिए। चूँकि वह राज्य का प्रमुख कार्यकारी होता है, इसलिए उसमें साम (सामाजिक नीति), दम (आत्म–संयम), दंड (दंड नीति), और भेद (कूटनीति) जैसे गुण भी होने चाहिए। इसके अतिरिक्त, राजा में विनम्रता, आदरभाव, दृढ़ता और प्रेरणाशक्ति भी होनी चाहिए।

शासन का विज्ञान: अर्थशास्त्र और दण्डनीति

शासन के विज्ञान को दो विभिन्न संदर्भों में अर्थशास्त्र और दण्डनीति के नाम से जाना जाता है। कामसूत्र के अनुसार, अर्थशास्त्र वह प्रणाली है जो भूमि, स्वर्ण, पशुधन, गृह उपयोगी वस्तुएँ और प्राप्त संपत्ति की वृद्धि से संबंधित है। जब यह जनता के शासन और अपराधियों को दंडित करने की नीति से जुड़ता है, तो इसे दण्डनीति कहा जाता है।

लगभग सभी शास्त्रों और विद्वानों में इस बात पर सहमति है कि एक राज्य (राज्य या राज्या) सात अंगों (प्रकृति) से मिलकर बना होता है। इसे सप्तांग राज्य कहा जाता है, अर्थात् “सात तत्वों वाला राज्य“। ये सात अंग निम्नलिखित हैं:-

  1. स्वामी (शासक या राजा)
  2. अमात्य (मंत्री)
  3. जनपद या राष्ट्र (राज्य की भूमि और उसकी प्रजा)
  4. दुर्ग (किला, किलेबंद नगर या राजधानी)
  5. कोष (राजा के खजाने में संचित धन)
  6. दण्ड (सेना या दंड शक्ति)
  7. मित्र (राज्य के सहयोगी या मित्र राष्ट्र)

यह सप्तांग सिद्धांत भारतीय राजनीतिक चिन्तन की आधारशिला है, जो यह दर्शाता है कि राज्य केवल राजा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक समग्र संस्था है जिसमें विभिन्न अंगों का समन्वय आवश्यक है।

अपराध की गंभीरता और दण्ड का सिद्धांत

कौटिल्य और मनु दोनों ही राजा की दण्ड शक्ति (coercive power of the king) के विषय में समान दृष्टिकोण रखते हैं। मनु ने पहले के अर्थशास्त्र विद्वानों की अवधारणाओं को स्वीकार करते हुए इस विचार को और विस्तार दिया है। मनु के अनुसार, ईश्वर ने दण्ड की रचना राजाओं और राज्यों के कल्याण के लिए की और फिर अपने ही पुत्र को समस्त जीवों और धर्म (नैतिकता) की रक्षा का उत्तरदायित्व सौंपा। दण्ड केवल शासन करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह रक्षा और व्यवस्था का भी प्रतीक है। दण्ड का भय ही इस समस्त संसार में व्यवस्था बनाए रखता है। जिस शासक में सत्य, ज्ञान, धर्म, कुशलता और निष्पक्षता जैसे गुण होते हैं, वही दण्ड के प्रयोग का अधिकारी होता है। इसके विपरीत, यदि कोई राजा भ्रष्ट, अन्यायी और कपटी हो, तो वही दण्ड उसकी विनाश का कारण बनता है। ऐसा राजा न केवल स्वयं नष्ट होता है, बल्कि उसके साथ उसकी प्रजा, कुटुम्ब और राज्य भी समाप्त हो जाते हैं। मनु यह भी स्पष्ट करते हैं कि जो राजा दण्ड का प्रयोग करने के लिए तत्पर रहता है, उसकी संपूर्ण पृथ्वी पर प्रतिष्ठा और भय बना रहता है। राजा के दण्ड से कोई भी व्यक्ति मुक्त नहीं होता — चाहे वह पिता हो, माता हो, मित्र हो या घर का पुरोहित — यदि वे अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करते, तो उन्हें दण्ड भोगना ही पड़ता है। इस प्रकार मनु दण्ड को केवल एक दंडात्मक शक्ति नहीं, बल्कि न्याय, धर्म और सामाजिक संतुलन बनाए रखने का नैतिक माध्यम मानते हैं।

दण्ड का उद्देश्य और उसका धर्म से संबंध

दण्ड का प्रमुख उद्देश्य सामाजिक व्यवस्था की स्थिरता बनाए रखना तथा प्रत्येक व्यक्ति के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। राजा का ईश्वर द्वारा सृजन और उसे शक्तियों से संपन्न करना — यह सिद्धांत भी इसी दण्ड के विचार के साथ पूर्ण रूप से संगत है। कभी–कभी “दण्ड” शब्द को “धर्म” या “न्याय” से भी जोड़ा जाता है, जो यह दर्शाता है कि एक के बिना दूसरे की कल्पना अधूरी है। यानी, धर्म को लागू करने के लिए दण्ड आवश्यक है। मनु राजा को सभी अपराधियों पर पूर्ण अधिकार प्रदान करते हैं, चाहे वे किसी भी सामाजिक या राजनीतिक हैसियत में क्यों न हों। यह विचार अर्थशास्त्र के दण्ड सिद्धांत के अनुरूप है। मनु स्पष्ट करते हैं कि ईश्वर ने दण्ड की रचना इसलिए की, ताकि राजा अपने कर्तव्यों का पालन उचित रूप से कर सके। साथ ही, मनु यह भी चेतावनी देते हैं कि बल या शक्ति का प्रयोग केवल तब किया जाना चाहिए जब कोई दोषी प्रमाणित हो जाए, और तब भी उसका उद्देश्य सुधार और अनुकरणीय दंड होना चाहिए — जिससे अपराधी को सुधारा जा सके और दूसरों के लिए एक चेतावनी भी बन सके।

इस प्रकार मनु का दण्ड सिद्धांत केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं है, बल्कि नैतिकता, न्याय और सामाजिक उत्तरदायित्व का संतुलित और विवेकपूर्ण प्रयोग है।

सेना और स्थानीय प्रशासन पर मनु की दृष्टि

मनु सेना और स्थानीय प्रशासन की भी गहन विवेचना करते हैं, क्योंकि ये राज्य या साम्राज्य की सीमाओं की रक्षा और नागरिकों पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के आवश्यक उपकरण हैं। मनु द्वारा प्रस्तावित स्थानीय शासन व्यवस्था में विभिन्न स्तरों पर अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं, जो छोटे और बड़े ग्राम समूहों की देखरेख करते हैं। इन अधिकारियों के कार्य की नियमित जांच राजा का एक मंत्री करता है।

ग्राम (गांव) इस प्रशासनिक ढांचे की मूल इकाई होता है, जिसका नेतृत्व एक ग्रामप्रधान करता है। इन ग्रामों को क्रमशः 10, 20, 100, और 1000 के समूहों में संगठित करके स्थानीय शासन के उच्च स्तर बनाए जाते हैं। मनु इस बात पर भी बल देते हैं कि राज्य को जनसामान्य के व्यवहार पर दृष्टि रखने के लिए गुप्तचरों की सेना से युक्त एक कार्यपालक अधिकारी (supervisor) की आवश्यकता है, जो सभी मामलों की निगरानी करे। स्थानीय शासन के समन्वय और संचालन हेतु राजधानी स्तर पर एक मंत्री की नियुक्ति अनिवार्य मानी गई है, जो सम्पूर्ण स्थानीय प्रशासन पर निगरानी रखे।

इसके अतिरिक्त, राज्य की रक्षा के लिए दो, तीन, पाँच या सैकड़ों ग्रामों के मध्य में सैनिक टुकड़ी (company of troops) को तैनात करने की व्यवस्था भी अनिवार्य मानी गई है। इस प्रकार मनु का स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा तंत्र व्यवस्थित, बहुस्तरीय, और रणनीतिक था, जिसमें नागरिकों की निगरानी, प्रशासनिक नियंत्रण, और सैन्य सुरक्षा – तीनों को संतुलित रूप से समाहित किया गया था।

स्रोत: मनुस्मृति, भारत, संस्कृति, कौटिल्य, Manusmriti, India, Culture, Kautilya,
Tags: CultureIndiaKautilyaManusmritiकौटिल्यभारतमनुस्मृतिसंस्कृति
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

आतंकियों की उलटी गिनती शुरू! अमित शाह का एलान – ‘चुन-चुनकर मारेंगे, अब बख्शा नहीं जाएगा’

अगली पोस्ट

‘पाकिस्तान का इतिहास रहा है… ये कोई सीक्रेट नहीं ‘: आतंकियों को पाकिस्तान में शह मिलने पर बिलावल भुट्टो का बड़ा कबूलनामा

संबंधित पोस्ट

भारतीय दर्शन और संविधान
इतिहास

भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

2 December 2025

भारतीय ज्ञान परंपरा में नागरिकता (Citizenship) का विचार आधुनिक “राज्य–नागरिक” (State–Citizen) ढाँचे से भले अलग रहा हो, पर इसका इतिहास अत्यंत प्राचीन, समृद्ध और बहुआयामी...

तालोम रुकबो
इतिहास

अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

1 December 2025

कुछ ऐसे राष्ट्रनायक हुए हैं, जिनके योगदान को सामने लाने में इतिहास ने हमेशा कोताही बरती है। अरुणाचल प्रदेश के तालोम रुकबो भी उन्ही में...

26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस
इतिहास

संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

26 November 2025

भारत में संविधान दिवस  प्रतिवर्ष  26 नवंबर को मनाया जाता है। यह मात्र एक स्मृति-दिवस नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक क्षण का उत्सव है जब 1949...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited