सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने ऑपरेशन सिंदूर से नई वीडियो जारी की है, जिसमें भारत द्वारा पाकिस्तानी क्षेत्र के अंदर आतंकवादी लॉन्चपैड्स पर लक्षित हमले और पाक रेंजरों को गोलीबारी के बीच भागते हुए दिखाया गया है। मंगलवार को सार्वजनिक की गई इस वीडियो में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान के अंदर लगभग 2.2 किलोमीटर तक स्थित तीन आतंकवादी अड्डों पर सटीक हवाई और जमीनी हमले दिखाए गए हैं, साथ ही सीमा पार पाक सेना के पोस्टों के ध्वस्त होने की घटना भी दर्ज है। जम्मू फ्रंटियर के आईजी शशांक आनंद ने कहा कि उन्होंने “दुश्मन के पोस्टों को तबाह कर दिया” जो पाहलगाम के घातक आतंकवादी हमले के जवाब में और अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा के साथ-साथ घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए किया गया।
जनरल शशांक आनंद ने क्या बताया
बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल शशांक आनंद ने बताया कि उन्होंने “पाहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के जवाब में दुश्मन के पोस्टों को तबाह कर दिया” और अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिशों को पहले ही नाकाम कर दिया। अधिकारी ने कहा कि पाहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी रेंजर अपने सामान्य अग्रिम चौकियों से पीछे हट गए थे, जबकि बीएसएफ के जवान पुरुष और महिलाएं दोनों अपने ठिकानों पर डटे रहे। “हमारे जवान तो सीमा की बाड़ के पार भी पोस्टों पर तैनात थे,” उन्होंने कहा।
🚨 Operation Sindoor 🇮🇳
BSF releases visuals of DESTRUCTION.
Pakistani posts—Putwal, Chaprar, Chota Chak—FLATTENED 💥
Pakistani Rangers seen fleeing as Indian weapons roar in ACTION after Pakistan’s unprovoked attack. pic.twitter.com/fr3EXRZ40z
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 27, 2025
बीएसएफ ने 8 मई से आतंकवादी गतिविधियों में तेज़ी देखी, जब बड़ी संख्या में आतंकवादियों को सीमा की ओर बढ़ते देखा गया। सूचना मिलने पर कि घुसपैठ का खतरा imminent है, बीएसएफ ने पूर्व-सक्रियता के तौर पर कई सटीक हमले किए। आईजी आनंद ने बताया, “हमने 9 और 10 मई की रात को सीमा के पास लश्कर के लूनी आतंकवादी लॉन्चपैड को नष्ट कर दिया। साथ ही आरएस पुरा सेक्टर के सामने मस्तपुर नामक एक और लॉन्चपैड को भी ध्वस्त किया। इस कार्रवाई के दौरान पाकिस्तानी रेंजर भागते हुए नजर आए।”
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल हमलों का विवरण
बीएसएफ के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल एसएस मंड ने 8 मई को हुए पूर्व-सक्रिय हमलों का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान आतंकवादियों को सीमा पार भेजने की कोशिश कर रहा है। 8 मई को 40-50 आतंकवादियों के एक बड़े समूह को सीमा की ओर बढ़ते देखा गया, जिसके बाद बीएसएफ ने तुरंत कार्रवाई की। डिप्टी आईजी मंड ने कहा, “जल्द ही पाकिस्तान ने बीएसएफ बीओपी पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका हमने अच्छा जवाब दिया।” उन्होंने आगे बताया, “सूचनाओं के मुताबिक, इस हमले में कई आतंकवादी, उनके समर्थक, रेंजर और अधिकारी घायल हुए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि इन हमलों में बीएसएफ को कोई नुकसान नहीं हुआ। 9 मई को, आईजी शशांक आनंद के अनुसार, पाकिस्तान ने अखनूर के पास सीमा पर बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी। “हमने ज़ोरदार और प्रभावी तरीके से जवाब दिया,” उन्होंने कहा। स्थिति 10 मई को और बिगड़ी जब पाकिस्तानी बलों ने कई बीएसएफ पोस्टों, जिनमें अब्दुल्लियां गांव भी शामिल है, को निशाना बनाया।
आरएस पुरा सेक्टर के डिप्टी आईजी चीतर पाल ने कहा, “उन्होंने फ्लैट ट्राजेक्टरी हथियार, मोर्टार और बाद में ड्रोन गतिविधि बढ़ाई।” उन्होंने बताया, “जवाब में, बीएसएफ ने पाकिस्तानी आतंकवादी लॉन्चपैड मस्तपुर को निशाना बना कर नष्ट कर दिया।” आईजी आनंद ने बताया कि 10 मई की सुबह भारत ने कम ऊंचाई पर उड़ रहे पाकिस्तानी ड्रोन को निशाना बनाया और मार गिराया। हालांकि, इस ड्रोन हमले में दो बीएसएफ जवान और एक सेना का सैनिक शहीद हो गया। उन्होंने कहा, “हमने सीमा पर नियंत्रण कायम रखा। हमने दुश्मन को अधिकतम नुकसान पहुंचाया” । शहीदों के सम्मान में, बीएसएफ दो पोस्टों का नाम उनके नाम पर और एक पोस्ट का नाम “सिंदूर पोस्ट” रखने की योजना बना रहा है। आईजी आनंद ने बताया कि इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।