पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के चलते हुए भारत और पाकिस्तान के सैन्य संघर्ष को लेकर एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस और सैन्य प्रतिष्ठान तबाह कर दिए थे और इस बीच पाकिस्तान ने ड्रोन्स और मिसाइल के ज़रिए भारत पर हमला किया था जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया था। अब NDTV की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय सेना ने रविवार को पुष्टि कर दी है कि पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अंधाधुंध फायरिंग और गोलाबारी के दौरान भारत के खिलाफ न्यूक्लियर क्षमता वाली शाहीन मिसाइल का इस्तेमाल किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत ने इस मिसाइल को अपने S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम से बीच में ही रोक लिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल एक ज़मीन से दागी जाने वाली मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे पहली बार मार्च 2015 में टेस्ट किया गया था। यह मिसाइल परमाणु (न्यूक्लियर) और पारंपरिक (कन्वेंशनल) दोनों तरह के हथियार ले जाने में सक्षम मानी जाती है। हालांकि, इस बार इसे बिना परमाणु हथियार के यानी साधारण वारहेड के साथ इस्तेमाल किया गया था। भारत ने इस मिसाइल को रूस में बने S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम से बीच में ही रोक लिया था। S-400 दुनिया की सबसे एडवांस और लंबी दूरी तक मार करने वाली एयर डिफेंस प्रणालियों में से एक मानी जाती है। इसमें 3 मुख्य हिस्से होते हैं – मिसाइल लॉन्चर, एक ताकतवर रडार और कमांड सेंटर।
स्वर्ण मंदिर को बनाया गया निशाना
आतंकियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान कदर बौखला गया था। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान की सेना जब आर्मी कैंट और एयरबेस को टारगेट नहीं कर पाई तो उसने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने स्वर्ण मंदिर पर मिसाइलें दागी थीं लेकिन भारत के AKASH एयर डिफेंस सिस्टम और L-70 एयर डिफेंस गन ने पाकिस्तान के इन हमलों को नाकाम कर दिया था। सेना द्वारा सोमवार को अमृतसर में डेमोंस्ट्रेशन के जरिए दिखाया गया कि कैसे भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने पंजाब और स्वर्ण मंदिर को पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों से बचाया था।