दुनिया भर में हर साल तमाम वैश्विक संस्थाएं विभिन्न प्रकार के इंडेक्स जारी करती हैं, जैसे खुशहाली सूचकांक, मानव विकास सूचकांक, लोकतंत्र सूचकांक और सबसे खतरनाक देशों की सूची। ये सूचकांक किसी देश की आंतरिक स्थिति, शासन प्रणाली और जनता की जीवन गुणवत्ता को दर्शाते हैं। लेकिन अगर कोई सूचकांक इन दिनों सबसे ज्यादा डरे हुए मुल्क का हो, तो यकीनन उसमें पाकिस्तान का नाम सबसे ऊपर आएगा। पाकिस्तान अपनी भीतर के सैन्य और कथित लोकतांत्रिक सत्ता के बीच संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक गिरावट और लोकतांत्रिक आवाज़ों से तो डरता ही है, साथ ही वो भारत की सेना, सरकार और भारत के लोकतंत्र से भी घबराता है। पाकिस्तान उसे आईना दिखाने वाली हर एक आवाज़ से डरता है और इसी डर में अब पाकिस्तान की सरकार ने TFI (The Frustrated Indian) के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया है। यह साफ दिखता है कि सच्चाई का डर पाकिस्तान में गहरा रच-बस गया है।
TFI क्यों हुआ पाकिस्तान में बैन?
इन दिनों पाकिस्तान में जश्न का माहौल है। वहां की सेना और सत्ता मिलकर यह प्रचारित कर रही हैं और अपनी मीडिया, सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों को विश्वास दिला रही है कि उन्होंने भारत को जंग में हरा दिया है। हालांकि पाकिस्तान की सेना और सरकार को तो हकीकत मालूम है ही कि उन्होंने भारत से कितनी बुरी तरह मुंह की खाई है लेकिन फिर भी वे पाकिस्तानियों को मूर्ख बना रहे हैं कि उनकी फजीहत न हो। पाकिस्तान सेना के जो मनगढ़ंत नैरेटिव है, उन्हें ही पाकिस्तान की जनता के सामने परोसा जा रहा है। लेकिन सच्चाई को छिपाना इतना आसान भी नहीं है। TFI लगातार पाकिस्तान की पिटाई और उसकी सेना के पस्त होने की कहानी बता रहा है और दुनिया के तमाम देशों की तरह इसे पाकिस्तान में भी देखा जा रहा था। तथ्यों और तर्कों के साथ उगाजर किए जा रहे पाकिस्तान के इस सच से पाकिस्तनी भी रू-ब-रू हो रहे थे और इसी डर से पाकिस्तान की डरी हुई सरकार ने TFI पर पाकिस्तान में प्रतिबंध लगा दिया है।
YouTube यूट्यूब द्वारा TFI को भेजे गए एक मेल में कहा गया है, “हमें एक सरकारी संस्था से एक कानूनी शिकायत मिली है और समीक्षा के बाद पाकिस्तान में The Frustrated Indian पर रोक लगा दी गई है।”