उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सभी मान्यता प्राप्त मदरसों के पाठ्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शामिल करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को भारतीय सेना के शौर्य और देश के प्रति समर्पण से अवगत कराना है। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के बच्चों के लिए इसे जरूरी बताया है। वहीं मदरसा मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष शमून काजमी ने भी पहल को स्वीकार किया है। उत्तराखंड के इस फैसले के पहले राजस्थान सरकार ने भी अपने स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को शामिल करने का फैसला किया था।
मदरसों में ऑपरेशन सिंदूर को पाठ्यक्रम में शामिल करने से छात्रों को भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान की कहानियों से प्रेरणा मिलेगी। इससे नई पीढ़ी को न केवल सेना की वीरता का परिचय मिलेगा बल्कि यह भी प्रेरणा मिलेगी कि वे देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा रखें। यह पहल शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का एक मजबूत आधार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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उत्तराखंड सरकार का फैसला
उत्तराखंड सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए राज्य के सभी मान्यता प्राप्त मदरसों के पाठ्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शामिल करने की घोषणा की है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि यह निर्णय केवल पाठ्यक्रम जोड़ने का मामला नहीं है। बल्कि राष्ट्रवाद और सैन्य सम्मान को शिक्षा से जोड़ने का एक अनूठा प्रयास है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को ‘सैन्य धाम’ के नाम से भी जाना जाता है। अब यहां के बच्चे सैन्य परंपरा और वीरगाथाओं से परिचित हो सकेंगे।
उत्तराखंड में मदरसों की स्थिति
- उत्तराखंड में वर्तमान में 451 पंजीकृत मदरसे हैं।
- यहां 50,000 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
- लगभग 500 गैर-पंजीकृत मदरसे भी संचालित हो रहे हैं।
मदरसों में ऑपरेशन सिंदूर
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि वक्फ बोर्ड के 117 मदरसों को आधुनिक बनाया जा रहा है और इनमें एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को शामिल किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से यह भी अनुरोध किया है कि सेना की शौर्य गाथाओं को जल्द ही एनसीईआरटी के पूरे सिलेबस में शामिल करने का प्रयास किया जाए। नए पाठ्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक पूरा अध्याय जोड़ा जाएगा, जिसमें भारतीय सेना की वीरता और देश के प्रति समर्पण की प्रेरणादायक कहानी होगी। इसके लिए पाठ्यक्रम समिति की बैठक जल्द बुलाई जाएगी।
राजस्थान में ऑपरेशन सिंदूर की गूंज
उत्तराखंड के अलावा, राजस्थान सरकार ने भी अपने स्कूलों और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शामिल करने का निर्णय लिया है। नई शिक्षा नीति के तहत इस शैक्षणिक सत्र से इसे लागू किया जाएगा। यह दर्शाता है कि पूरे देश में देशभक्ति और सैन्य गौरव को शिक्षा से जोड़ने की दिशा में एक साझा प्रयास किया जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई थी। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 6 और 7 मई की दरमियानी रात को की गई थी। भारतीय वायुसेना ने इस सुनियोजित हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों के कुल 9 ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। इस ऑपरेशन की खास बात यह थी कि यह भारतीय सेना की सटीक रणनीति और आतंकवाद के प्रति ‘नो टॉलरेंस’ नीति का प्रमाण है।