भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जल्द ही एक बड़े नेतृत्व परिवर्तन की तैयारी चल रही है। पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा के कार्यकाल के अंत के करीब पहुंचने के साथ ही जून के अंत तक नए अध्यक्ष की घोषणा की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के भीतर उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा तेज़ हो चुकी है। माना जा रहा है कि यह घोषणा तब की जाएगी जब भाजपा लगभग 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नए संगठनात्मक प्रमुख नियुक्त करेगी। यह एक व्यापक संगठनात्मक फेरबदल का हिस्सा है, जो आने वाले चुनावों की तैयारी के तहत किया जा रहा है।
जेपी नड्डा ने 2020 में भाजपा की कमान संभाली थी और उन्हें 2023 में एक साल का अतिरिक्त कार्यकाल दिया गया था ताकि वे पार्टी को आम चुनाव 2024 तक नेतृत्व प्रदान कर सकें। उनके कार्यकाल में भाजपा को कई महत्वपूर्ण चुनावों में सफलता मिली, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी का मजबूत प्रदर्शन भी शामिल है। अब, जब उनका कार्यकाल समाप्ति की ओर है, पार्टी एक सहज नेतृत्व परिवर्तन की ओर बढ़ रही है।
यह बदलाव इसलिए भी अहम है क्योंकि भाजपा को बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे प्रमुख राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों का सामना करना है। नए अध्यक्ष पर पार्टी की चुनावी गति बनाए रखने, राज्य इकाइयों को और मजबूत करने और राष्ट्रीय रणनीति को दिशा देने की ज़िम्मेदारी होगी। पार्टी के भीतर दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने की मांग भी तेज़ हो रही है।
तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे राज्यों में 100 से अधिक लोकसभा सीटें हैं। ऐसे में दक्षिण भारत से किसी नेता को अध्यक्ष बनाए जाने से पार्टी को वहां जनसमर्थन बढ़ाने में मदद मिल सकती है। नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया में वरिष्ठ भाजपा नेताओं, संसदीय बोर्ड और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से परामर्श लिया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी नाम की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कई अनुभवी नेताओं के नाम चर्चा में हैं।
नया अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मिलकर पार्टी को सरकार और संगठन दोनों स्तरों पर अगले चरण में आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाएगा। यह फैसला भाजपा की बदलती रणनीति और प्रतिस्पर्धी राजनीतिक माहौल के मद्देनज़र लिया जा रहा है। आधिकारिक घोषणा आने वाले हफ्तों में होने की उम्मीद है, जब नई सरकार पूरी तरह से गठन कर लेगी और आंतरिक चर्चाएं पूरी हो जाएंगी।
भाजपा नेतृत्व परिवर्तन में RSS की अहम भूमिका तय
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वैचारिक मार्गदर्शक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आगामी नेतृत्व और संगठनात्मक बदलावों में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। जे. पी. नड्डा के कार्यकाल के बाद नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की तैयारी के बीच संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी पार्टी के भविष्य की दिशा तय करने को लेकर सक्रिय चर्चा में शामिल हैं।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि संघ ऐसे नेता के पक्ष में है जो भाजपा की संगठनात्मक संरचना को कुशलता से संभाल सके और संघ के मूल विचारों के साथ गहराई से जुड़ा हो खासकर ऐसे समय में जब हालिया लोकसभा चुनावों के बाद राजनीतिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। इसके अलावा, दक्षिण भारत जैसे रणनीतिक रूप से अहम क्षेत्रों में भाजपा की पकड़ मजबूत करने में सक्षम चेहरों के चयन में भी संघ की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। यह सहयोग भाजपा और संघ के बीच मजबूत संबंधों को रेखांकित करता है, खासकर जब पार्टी नेतृत्व परिवर्तन और रणनीतिक योजना के दौर से गुजर रही हो। उम्मीद की जा रही है कि भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा आने वाले कुछ हफ्तों में की जाएगी।