TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    आलोक कुमार ने बताया कि गुरुवार रात दीपु चंद्र दास पर कथित ईशनिंदा का आरोप लगाकर भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया

    मुंबई, 22 दिसंबर 2025: बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर वीएचपी का आक्रोश, अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    अटल मोदी

    आंध्र प्रदेश में भाजपा का विस्तार अभियान: अटल–मोदी सुपारिपालन यात्रा की शुरुआत

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    आलोक कुमार ने बताया कि गुरुवार रात दीपु चंद्र दास पर कथित ईशनिंदा का आरोप लगाकर भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया

    मुंबई, 22 दिसंबर 2025: बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या पर वीएचपी का आक्रोश, अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बाइबिल का वादा पूरा करने लिए युद्ध में उलझे हैं नेतन्याहू!, जानें क्या है ग्रेटर इज़रायल?

इज़रायल के सैन्य अभियानों पर कई सवाल भी उठते हैं कि क्या यह केवल 'राष्ट्रीय सुरक्षा' का मामला है या नेतन्याहू का प्लान बड़ा है?

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
20 June 2025
in विश्व
ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

ग्रेटर इज़रायल को दो नदियों के बीच का क्षेत्र माना गया है (चित्र: MEPEI)

Share on FacebookShare on X

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इज़रायल पर हमला किया था जिसके जवाब में इज़रायल ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी जो आज तक जारी है। इस हमले के बाद इज़रायल ने ना केवल गाज़ा पर बड़ा सैन्य अभियान चलाया बल्कि उसने लेबनान में हिज़्बुल्लाह को खुली चेतावनी दी, यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाया और अब उसकी निगाहें ईरान पर हैं। इज़रायल के इन सैन्य अभियानों को लेकर कई सवाल भी उठते हैं कि क्या यह केवल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ का मामला है या इसके बहाने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक बड़ी और दीर्घकालिक रणनीति को हवा दे रहे हैं- ग्रेटर इज़रायल बनाने की।

क्या है ग्रेटर इज़रायल का विचार?

ग्रेटर इज़रायल को लेकर इन दिनों कई मत चलते हैं, मौजूदा वक्त में ‘ग्रेटर इज़रायल’ के जिस विचार को लेकर सबसे अधिक चर्चा होती है उसमें मौजूदा इज़रायल के साथ-साथ फिलिस्तीन के हिस्सों को भी जोड़ा जाता है। जिसमें गाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक का इलाका शामिल है। सितंबर 2023 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 1948 के इज़रायल का एक नक्शा और नए मिडिल ईस्ट की परिकल्पना प्रस्तुत की थी, इसमें फिलिस्तीन को इज़रायल का ही हिस्सा दिखाया गया था। सितंबर 2024 में नेतन्याहू ने UN में फिर 2 नक्शे दिखाए इसमें एक पर कुछ देशों को काले रंग से रंगकर उनपर श्राप लिखा था और कुछ हो हरे रंग से रंगकर उनपर वरदान लिखा गया था। इसमें भी मौजूदा फिलिस्तीन के हिस्सों को इज़रायल में दिखाया गया था।

संबंधितपोस्ट

ट्रंप भी मानने को मजबूर: राहुल गांधी और विपक्ष की बयानबाज़ी बेअसर, भारत ने F-16 गिरा कर पाकिस्तान की नाक कटवाई

बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

‘भारत एक महान देश है’ ट्रंप ने शहबाज शरीफ के सामने ही पीएम मोदी की तारीफ में कह दी ये बात

और लोड करें

असल में, ग्रेटर इज़रायल को लेकर इज़रायल की पुरानी अवधारणा इससे कहीं बड़ी है। मीडिल ईस्ट पॉलिटिकल ऐंड इकोनॉमिक इंस्टीट्यूट के वेबसाइट पर ग्रेटर इज़रायल का एक नक्शा दिया गया है। इसमें इज़रायल के साथ-साथ पूरा लेबनान, कुवैत और जॉर्डन शामिल हैं। साथ ही, ‘ग्रेटर इज़रायल’ में मिस्र, सऊदी अरब, सीरिया, इराक और तुर्की के कुछ हिस्सों को भी शामिल किया गया है।

सीमाओं के लिहाज से देखें तो ‘ग्रेटर इज़रायल‘ की अवधारणा मिस्र की नील नदी से इराक में फरात नदी तक फैली हुई है। फिलिस्तीन मुक्ति संगठन के प्रमुख यासिर अराफ़ात ने सितंबर 1998 में प्लेबॉय मैगज़ीन को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि इज़रायल के झंडे में दो नीली पट्टियां दो नदियों को दर्शाती हैं जो नील और फरात हैं। इस अवधारणा के पीछे का तर्क हज़ारों वर्ष पुराना है और इसकी जड़े बाइबिल के ओल्ड टेस्टामेंट (Old Testament) तक जाती है। ओल्ड टेस्टामेंट बाइबल का सबसे पुराना हिस्सा है और इसके उत्पत्ति (Genesis) भाग में 15:18 में लिखा है, “उस दिन भगवान ने अब्राहम से एक वादा की और कहा, ‘मैं तुम्हारे वंशजों को यह ज़मीन देता हूं जो मिस्र की नदी (वादियों) से लेकर महान नदी यूफ्रेटीज़ तक’ है।”

यह भी दावा किया जाता है कि इज़रायल की संसद ‘नेसेट’ के प्रवेश द्वार पर नील नदी से फरात नदी तक इज़रायल के शासन से जुड़ा एक मैप उकेरा गया है। मीडिल ईस्ट फोरम के एक लेख में कहा गया है कि सीरिया के राष्ट्रपति हाफ़िज़ अल-असद और उसके रक्षा मंत्री मुस्तफ़ा तल्लास जैसे नेताओं के साथ-साथ ईरान के राष्ट्रपति ने भी दावा किया है कि ‘फरात नदी से नील नदी तक इज़रायल की भूमि है’ को नेसेट के प्रवेश द्वार पर उकेरा गया है। यहूदी राष्ट्रवाद यानि ज़ायोनिज़्म के संस्थापक, थियोडोर हर्जल ने भी यही दावा किया है। हर्जल के मुताबिक, ‘प्रॉमिस्ड लैंड’ या ग्रेटर इज़रायल के मानचित्र में मिस्र में नील नदी से लेकर इराक में फ़रात नदी तक का क्षेत्र शामिल किया गया है। साथ ही, इज़रायल के सैनिकों के कंधे पर लगे बैज की भी कई तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें इन दो नदियों के बीच के इलाके को इज़रायली नक्शे में दिखाया गया है।

इसके अलावा बीती 6 जनवरी को इज़रायल के X हैंडल पर ‘ग्रेटर इज़रायल’ का एक अलग नक्शा पोस्ट किया गया था। इसमें फिलिस्तीन के साथ-साथ सीरिया, लेबनान और जॉर्डन के हिस्सों को पुराने इज़रायल का पार्ट बताया गया था जिसे लेकर कई देशों ने इज़रायल की आलोचना की थी। दशकों के ब्रिटिश शासन के बाद 1948 में इज़रायल की स्थापना हुई थी और तभी से इज़रायल ज़मीन को लेकर लड़ाई में उलझा है।

Image
इज़रायल द्वारा पोस्ट किया गया नक्शा

अब दावा किया जाता है कि इज़रायल अपने पड़ोस के देशों को इस वजह से ही न्यूक्लियर हथियार नहीं बनाने देना चाहती क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो उसके ‘ग्रेटर इज़रायल’ के प्लान को झटका लग सकता है। इज़रायल ने ईरान पर हमलों को वजह न्यूक्लियर हथियारों को बताया है और इससे पहले भी वो सीरिया में हमले कर चुका है, तब इज़रायल ने कहा था कि उसने संदिग्ध रासायनिक हथियार स्थलों और लंबी दूरी के रॉकेट स्थलों को निशाना बनाया है। इज़रायल का अपने पड़ोसी देशों पर किए जाने वाले हमलों के पीछे का तर्क है कि वो उन समूहों को रोकना चाहता है जो इज़रायल के क्षेत्रों पर कब्ज़ा करना चाहते हैं।

भू-रणनीतिज्ञ ज़ाकिर हुसैन का कहना है कि इज़राइल की एक स्पष्ट और निश्चित रणनीति है कि इस क्षेत्र (मध्य पूर्व) में कोई भी देश सामूहिक विनाश के हथियार (Weapons of Mass Destruction) खासकर, परमाणु हथियार हासिल न कर सके। हुसैन ने कहा, “इज़रायल ने एक-एक करके उन सभी देशों की परमाणु क्षमता को नष्ट कर दिया जो परमाणु क्षमता हासिल करने की कोशिश कर रहे थे, इसकी शुरुआत मिस्र से हुई। इज़राइल ने कई परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या भी की है।”

हुसैन ने कहा, “इज़रायल ने सीरिया पर हमला किया। उसने सद्दाम हुसैन पर भी हमला किया, क्योंकि वह परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा था। सीरिया भी यही कर रहा था। और अब बारी ईरान की है। इज़राइल को लगता है कि अगर क्षेत्र में कोई भी शक्तिशाली देश मौजूद रहा, तो वह ‘ग्रेटर इज़रायल’ योजना को लागू नहीं कर पाएगा। इसी कारण वह एक-एक करके उन देशों को खत्म करता जा रहा है।” उनका कहना है, “इज़राइल 2,500 साल पुराने नक्शे को फिर से ज़मीन पर लाना चाहता है। यह वही ज़मीन है जिसे यहूदी मान्यता के अनुसार भगवान ने उन्हें वादा किया था। जिसे वे 2,500 साल पहले छोड़कर दुनिया भर में बिखर गए थे। अब वे फिर लौट आए हैं और उस ज़मीन को वापस लेने के मिशन पर हैं। इस योजना में आख़िरी बाधा ईरान है”

ओबामा प्रशासन ने 2016 में यह मांग की थी कि इज़रायल यहूदी बस्तियों के विस्तार पर रोक लगाए लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और नई बस्तियां बसाने का काम जारी रखा। मई 2025 में इज़रायल के कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में 22 नई यहूदी बस्तियों को मंज़ूरी दी गई, यह हाल के दशकों में सबसे बड़ा विस्तार है। अब कुछ विशेषज्ञ यह मान रहे हैं कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक और मध्य-पूर्व युद्ध में सेना भेजने की धमकी दे रहे हैं, तो नेतन्याहू इसे ‘ग्रेटर इज़राइल’ के सपने को पूरा करने का मौका मान रहे हैं। दशकों से ग्रेटर इज़रायल की कल्पना मौजूदा है और अब प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सैन्य कार्रवाइयां और कूटनीतिक चालें को विश्लेषकों इसी दिशा में उठे कदमों के रूप में देख रहे हैं।

Tags: Benjamin NetanyahuDonald TrumpGreater IsraelIranIsraelइजरायलईरानग्रेटर इज़रायलडोनाल्ड ट्रंपबेंजामिन नेतन्याहू
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दयानिधि मारन का भाई कलानिधि पर ₹8,500 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

अगली पोस्ट

तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

संबंधित पोस्ट

ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन
विश्व

पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

23 December 2025

चीन ने ताइवान पर बलपूर्वक कब्ज़ा करने की दिशा में अपनी तैयारियां तेज़ कर दी हैं। अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की हालिया रिपोर्ट ने...

कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा
राजनीति

कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

22 December 2025

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ कथित अत्याचारों और बढ़ती असुरक्षा का मुद्दा कनाडा की संसद में उठाया गया है। कंजरवेटिव पार्टी की सांसद मेलिसा...

रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है
राजनीति

पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

22 December 2025

रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है। अब भारतीय छात्र बिना किसी प्रवेश परीक्षा के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited