TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गाजा मायने रखता है, हिंदू नहीं? गांधी परिवार की तुष्टिकरण की राजनीति जारी है

    “गांधी परिवार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में, गाजा पर आवाज़, हिंदुओं पर चुप्पी?”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"

    “भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

    "माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"

    “माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    गाजा मायने रखता है, हिंदू नहीं? गांधी परिवार की तुष्टिकरण की राजनीति जारी है

    “गांधी परिवार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में, गाजा पर आवाज़, हिंदुओं पर चुप्पी?”

    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    भारत में धर्मांतरण विवाद: अपराधों को छुपाने के लिए भारत में ईसाई समूहों का ‘उत्पीड़न’ का आरोप

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    "ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर"

    “ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाहट, अब नजरें पीएम मोदी के संबोधन पर”

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से बदली तस्वीर, पीओके के लोग भी अपनाएंगे भारतीय पहचान: राजनाथ सिंह

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा जहन्नुम, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    "भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"

    “भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

    "माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"

    “माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

    भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पाकिस्तान के लोकतंत्र का दुश्मन है अमेरिका!

अमेरिका की सड़कों पर असीम मुनीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं लेकिन ट्रंप उन्हें लंच पर आमंत्रित कर रहे हैं

Shiv Chaudhary द्वारा Shiv Chaudhary
18 June 2025
in विश्व
अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर

अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर

Share on FacebookShare on X

पाकिस्तान की सेना के प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर इन दिनों 5 दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंचे हुए हैं। इस दौरे को वैसे तो रणनीतिक और राजनयिक संबंधों के लिहाज़ से अहम बताया जा रहा है लेकिन इसकी शुरुआत ही पाकिस्तान के लिए शर्मनाक हालातों के साथ हुई है। अमेरिका की सड़कों पर असीम मुनीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों ने उन्हें ‘डिक्टेटर’, ‘मास मर्डरर’ और यहां तक कि ‘इस्लामाबाद का कसाई’ तक करार दे डाला।यह विरोध कोई सामान्य विरोध नहीं है। यह पाकिस्तान के अपने ही प्रवासी नागरिकों द्वारा किया जा रहा है, वे लोग जो पाकिस्तान की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और विशेष रूप से सेना की भूमिका से नाखुश हैं।

पाकिस्तानी सेना के खिलाफ जनता

जनरल असीम मुनीर को अमेरिका में कदम रखते ही जिस प्रकार से सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया गया, वह न केवल पाकिस्तान की छवि को धक्का पहुंचाता है बल्कि इस बात की भी गवाही देता है कि पाकिस्तान की सेना के खिलाफ नाराज़गी केवल देश के भीतर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी फैल रही है। बात केवल नाराज़गी तक ही सीमित नहीं है, प्रदर्शनों के बीच ‘गीदड़-गीदड़’ का नारा भी लगाया गया जो दिखाता है कि पाकिस्तान की सेना के प्रति लोगों की घृणा किस हद तक बढ़ रही है। ऐसा शख्स जिसे भारत के खिलाफ सैन्य संघर्ष का नायक बनाया गया था उसे अमेरिका की सड़कों पर गीदड़ बताया जाना ही पाकिस्तान की सेना की कलई खोल रहा है। इन नारों से साफ हो गया है कि पाकिस्तान के अंदर सेना के राजनीतिक दखल और नागरिकों के दमन के खिलाफ लोगों में गुस्सा पनप रहा है।

संबंधितपोस्ट

“गांधी परिवार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में, गाजा पर आवाज़, हिंदुओं पर चुप्पी?”

पहलगाम हमले के गुनहगार हाशिम मूसा को जवानों ने भेजा ‘जहन्नुम’, श्रीनगर में एनकाउंटर में ढेर

शक्तिशाली भारत के आगे झुका पाकिस्तान, डीजीएमओ ने युद्धविराम की लगाई गुहार: राजनाथ सिंह

और लोड करें

पाकिस्तान की जनता के लिए बुरी खबर!

इस अपमानजनक शुरुआत के बाद एक और खबर ने असीम मुनीर को खुश कर दिया है। खबर आई है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने असीम मुनीर को लंच पर बुलाया है। कई लोगों को लग रहा है कि यह खबर भारत के लिए बुरी है लेकिन असल में यह पाकिस्तान के खुद के लिए खतरे की घंटी है। यह लंच और मीटिंग सिर्फ कूटनीतिक या सामान्य शिष्टाचार तक सीमित नहीं है। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान का पुराना भागीदार अमेरिका, पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व को छोड़कर सेना के साथ सीधा संवाद बनाए रखने की परंपरा पर चल रहा है। और यही पाकिस्तान के आम लोगों के लिए दिक्कत की बात है जो सैन्य तानाशाही से परेशान हैं। पाकिस्तान की आम जनता चाहती है कि सेना का दखल सत्ता में ना होकर उसके अपने कामों में रहे लेकिन इस तरह के कदमों से पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय ताकतें भी सेना को ही पाकिस्तान की सत्ता का असली केंद्र मानती हैं।

छद्म लोकतंत्र की तरफ जाएगा पाकिस्तान

पाकिस्तान के नागरिक लंबे समय से सत्ता के दोहरे ढांचे में जी रहा हैं, एक तरफ उनकी निर्वाचित सरकार है और दूसरी तरफ शक्तिशाली सेना जिस पर सरकार के निर्वाचन में दखल देने तक के आरोप हैं। पुराने उदाहरणों को छोड़कर हाल की ही बात करें तो 2022 में इमरान खान की सरकार के गिरने के बाद से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान में असली निर्णय सेना द्वारा लिए जाते हैं और प्रधानमंत्री महज दिखावे की कुर्सी पर बैठता है।

असीम मुनीर के कार्यकाल की शुरुआत से ही उन पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने इमरान खान की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें किनारे लगाने की साज़िश रची और शाहबाज शरीफ व अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठजोड़ कर सत्ता में सेना के दखल को मज़बूती दी। अब जब असीम मुनीर अमेरिका में ताकतवर हस्तियों से मिल रहे हैं, तब सवाल उठता है क्या यह दौरा पाकिस्तान में सेना के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश है? क्या यह पाकिस्तान को फिर से एक छद्म लोकतंत्र की तरफ ले जा रहा है जहां चुनाव और संविधान केवल दिखावा बनकर रह जाएंगे?

अमेरिका है लोकतंत्र का दुश्मन!

पाकिस्तान के लिए तो मुश्किलें हैं ही, साथ ही ट्रंप और दुनिया में खुद को लोकतंत्र का रहनुमा बताने वाले अमेरिका पर भी इसे लेकर कई सवाल है। वैश्विक मंच पर खुद को लोकतंत्र और मानवाधिकारों का रक्षक बताने वाले अमेरिका का पाकिस्तान के सैन्य शासन को समर्थन देने का लंबा इतिहास रहा है। ऐसे शासक जिन्होंने पाकिस्तान में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचल दिया उन्हें अमेरिका ने बार-बार समर्थन दिया है।

1958 में जनरल अयूब खान ने राष्ट्रपति इस्कंदर अली मिर्ज़ा को हटाकर पाकिस्तान में पहला सैन्य तख्तापलट किया और खुद को देश का प्रमुख प्रशासक घोषित कर दिया था। अमेरिका ने अयूब खान का विरोध करना तो दूर, इस आधार पर पाकिस्तान को समर्थन दिया कि वह सोवियत संघ के खिलाफ अमेरिकी मोर्चे का हिस्सा बन सकता है। डैनिस कुक्स ने अपनी पुस्तक The United States and Pakistan, 1947-2000 : disenchanted allies में लिखा है, “मिर्ज़ा के निष्कासन के चार दिन बाद ही पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति को US चार्जे डी’ अफेयर्स रिडवे नाइट ने शुभकामनाएं दी। अयूब ने इन शुभकामनाओं और रक्षा सचिव नील मैकलेरॉय के एक दोस्ताना पत्र को स्वीकार किया, जो हाल ही में पाकिस्तान के दौरे पर आए थे। अयूब ने नाइट को आश्वस्त किया, ‘हाल के घटनाक्रमों ने…पाकिस्तान की अपने गठबंधनों के प्रति वफ़ादारी को मज़बूत किया है। पाकिस्तान पहले से कहीं ज़्यादा पश्चिम के आज़ाद लोगों के पक्ष में है। यू.एस. का सहायता जारी रखना पाकिस्तान के लिए जीवन और मृत्यु का सवाल है’।”

इसके बाद आए जनरल याह्या खान, याह्या के कार्यकाल में 1971 का बांग्लादेश जनसंहार हुआ। पूर्वी पाकिस्तान में हज़ारों लोगों की हत्या की गईं लेकिन अमेरिका ने चुप्पी साधे रखी। दरअसल, याह्या खान उस वक्त अमेरिका और चीन के बीच एक कूटनीतिक पुल का काम कर रहे थे। इसीलिए राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने उन्हें अपना दोस्त तक बता दिया था। लेकिन अमेरिका को पूर्वी पाकिस्तान में लोगों की हत्या से ज़्यादा अपनी कथित दोस्ती प्यारी थी।

1977 में जनरल ज़ियाउल हक ने फिर लोकतांत्रिक व्यवस्था को तोड़ा। ज़िया के कार्यकाल में पाकिस्तान में इस्लामी कट्टरवाद को खुला समर्थन मिला, मानवाधिकारों का हनन हुआ, लेकिन अमेरिका ने एक बार फिर आंखें मूंद लीं। अफगानिस्तान में सोवियत संघ के खिलाफ जंग के लिए अमेरिका को ज़िया की ज़रूरत थी। CIA का ‘Operation Cyclone’ पाकिस्तान की धरती पर चलता रहा, मुजाहिदीन को ट्रेनिंग दी जाती रही, और ज़िया को अरबों डॉलर की मदद मिलती रही।

1999 में जब जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने नवाज़ शरीफ की चुनी हुई सरकार को हटाया, तो अमेरिका ने इसे लेकर कोई कड़ा रुख नहीं अपनाया। 9/11 के बाद मुशर्रफ ‘War on Terror’ का सबसे बड़ा मोहरा बन गए। अमेरिका ने पाकिस्तान को अरबों डॉलर की सहायता दी, जबकि देश के भीतर प्रेस की आज़ादी पर अंकुश, विपक्ष पर हमले, और जजों की बर्खास्तगी होती रही। लोकतंत्र एक बार फिर पिछड़ गया लेकिन अमेरिका को सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ एक पिट्ठू जनरल चाहिए था।

अब बात करते हैं मौजूदा सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की। 2022 में उन्होंने इमरान खान की सरकार गिराने में पर्दे के पीछे से बड़ी भूमिका निभाई। आज पाकिस्तान में ‘हाइब्रिड तानाशाही’ का माहौल है जहां सेना पर्दे के पीछे से हर निर्णय नियंत्रित कर रही है। असीम मुनीर इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं, और ट्रंप जैसे राष्ट्रपति उन्हें लंच पर आमंत्रित कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, अमेरिका की ही सड़कों पर पाकिस्तानी प्रवासी उन्हें गीदड़, इस्लामाबाद का कसाई और मास मर्डरर बता रहे हैं। बावजूद इसके, अमेरिका को इस जनरल को गले लगाने में कोई हिचक नहीं दिखा रहा।

इस बस घटनाओं से साफ पता चलता है कि अमेरिका के लिए लोकतंत्र कोई नैतिक प्रतिबद्धता नहीं, बल्कि एक रणनीतिक औजार है। जब पाकिस्तान में लोकतंत्र उनकी रणनीति में फिट बैठता है, तो वो उसका स्वागत करते हैं। लेकिन जब कोई जनरल उनके हितों की पूर्ति करता है, तो लोकतंत्र को ताक पर रख दिया जाता है।

Tags: AmericaAsim MunirDemocracyDonald TrumpPakistanShahbaz Sharifअमेरिकाअसीम मुनीरडोनाल्ड ट्रंपपाकिस्तानलोकतंत्रशहबाज शरीफ
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जयराम रमेश के सफेद झूठ: मोदी-ट्रंप की चर्चा को बताया भ्रामक; मोबाइल स्क्रीन में पकड़ी गई चोरी

अगली पोस्ट

‘यूपी में साथ चुनाव लड़ेगा INDI ब्लॉक’: बिखरे गठबंधन पर अखिलेश यादव का दावा, कहीं भ्रम तो नहीं?

संबंधित पोस्ट

"भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार"
विश्व

“भारतीय बनकर भीख मांग रहा था पाकिस्तानी नागरिक, मदीना में गिरफ्तार”

29 July 2025

सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा करने वाली और परेशान करने वाली एक घटना में मुसलमानों के पवित्र शहर मदीना में संगठित रूप से भीख...

"माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया"
क्राइम

“माफी नहीं, मौत! पीड़ित के परिवार ने नहीं बदला फैसला, संकट में निमिषा प्रिया”

29 July 2025

केरल की नर्स निमिषा प्रिया को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। पहले ऐसी खबरें आईं कि यमन में निमिषा प्रिया की फांसी रद्द...

भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’
भारत

पश्चिमी देशों को भारत का सख्त संदेश: ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि, रूस से तेल खरीद जारी रहेगी’

28 July 2025

ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने रूस से भारत के निरंतर तेल आयात पर पश्चिमी आलोचना का कड़ा और बेबाक लहजे में जवाब दिया।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

Inside the ₹30,000 Cr Tug of War Between Karisma Kapoor and Sunjay’s Family

00:04:08

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited