पहले भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तानी आतंकियों को तबाह कर दिया। इसके बाद एक्शन में आए पाकिस्तान को भी सबक सिखाया गया। 4 दिन के तनाव में ही पाक घुटनों में आ गया। बात इतने में ही नहीं बनने वाले थी। देश के इस कदम और पाकिस्तान में पल रहे आतंक को बेनकाब करने के लिए डेलिगेशन को कई देशों की यात्रा पर भेजा गया। अब ये डेलिगेशन भारत लौटने लगे हैं। माना जा रहा है कि 9 या 10 तारीख को सभी टीमें पीएम मोदी से मुलाकात कर सकती हैं।
बता दें ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान परस्त आतंक का पर्दाफाश करने के लिए सरकार ने 59 सांसदों को 33 देशों की यात्रा के लिए भेजा था। इसके लिए 7 टीम बनाई गई थी। इसमें 8 पूर्व राजनयिकों को भी शामिल किया गया था। अब ये डेलिगेशन 8 जून तक भारत लौटने वाले हैं।
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पीएम मोदी से होगी मुलाकात
डेलिगेशन ग्रुप 8 जून तक देश लौट आएंगे। माना जा रहा है वो देश आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनसे मुलाकात कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी सभी 7 डेलिगेशन ग्रुप के साथ 9 या 10 जून को बैठक करेंगे। इस दौरान डेलिगेशन अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देंगे।
पहला ग्रुप लौटा भारत
भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व वाला डेलिगेशन भारत लौट आया है। इसमें भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, फंग्नन कोन्याक, रेखा शर्मा, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद और पूर्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला थे। इस ग्रुप ने सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया की यात्रा की है।
रविशंकर प्रसाद ने UK में उठाया मुद्दा
पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने लंदन में यूके के हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर सर लिंडसे हॉयल से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीमा पार आतंकवाद पर गहरी चिंता व्यक्त की है। रविशंकर प्रसाद ने जोर देकर कहा कि यह दृष्टिकोण न केवल लोकतंत्र को कमजोर करता है बल्कि लोकतंत्र की नींव को भी नष्ट करता है। रविशंकर की बातों पर लिंडसे हॉयल ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
लिंडसे हॉयल ने कहा कि आतंकवाद लोकतंत्र के लिए एक खतरा है। उन्होंने भारत के प्रगति की भी सराहना की है। इसमें डिजिटल परिवर्तन, तकनीकी प्रगति, आर्थिक विकास और अंतरिक्ष क्षेत्र में उपलब्धियां शामिल हैं। उन्होंने आतंकवाद से निपटने में भारत और ब्रिटेन के मजबूत संबंधों की प्रशंसा की है। बता दें इस दल में सांसद दग्गुबती पुरंदेश्वरी, समिक भट्टाचार्य, सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, सांसद गुलाम अली खटाना, अमर सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर और राजदूत पंकज सरन शामिल थे।