दिल्ली के अशोक नगर में एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। 19 साल की नेहा को 30 साल के तौफीक ने 5 मंज़िला इमारत की छत से नीचे फेंक दिया जिससे युवती की मौत हो गई है। नेहा से तौफीक राखी तक बंधवाता था लेकिन पिछले कुछ समय से वह नेहा का पीछा कर रहा था और जब नेहा ने उसकी बात नहीं सुनी तो तौफीक ने उसे मार दिया। नेहा की छत पर तौफीक बुर्का पहनकर पहुंचा था ताकि कोई उसे पहचान ना सके। फिलहाल, पुलिस ने तौफीक को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी क्या है मामला?
नेहा के पिता ने पुलिस को बताया कि तौफीक उनकी बेटी का पीछा कर रहा था और उसे धमकी दे रहा था। पिछले तीन महीनों से तौफीक ने नेहा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था, लेकिन परिवार को कभी नहीं लगा कि वह इतना खतरनाक कदम उठा सकता है। हैरानी की बात यह है कि तौफीक और नेहा का परिवार एक दूसरे को जानता था। नेहा को तौफीक परिवार में सबके सामने बहन बोलता था लेकिन उसके इरादा इतने खतरनाक थे इसका किसी को भी अंदाजा नहीं था। नेहा के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
आरोपी की करतूत
आरोपी तौफीक ने वारदात के दिन बुर्का पहनकर घर में घुसकर नेहा को छत से नीचे फेंक दिया। CCTV फुटेज में तौफीक को बुर्का पहनकर मोहल्ले में आते और जाते हुए देखा गया। पुलिस ने बताया कि तौफीक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हापुड़ का रहने वाला है और अशोक नगर के स्थानीय बाजार में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था।
पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज किया और आरोपी की तलाश में छापेमारी की। पुलिस की कई टीमों ने दिल्ली और यूपी में छापेमारी कर तौफीक को धर दबोचा। CCTV फुटेज और अन्य सबूतों की मदद से उसकी पहचान और ठिकाने का पता लगाया गया।
इलाके में तनाव
इस घटना ने अशोक नगर में तनाव पैदा कर दिया है। मंगलवार को अशोक विहार मार्केट पूरी तरह बंद रहा और कुछ दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्य पीड़िता के परिवार के समर्थन में उनके घर के बाहर जमा हुए। अग्रसेन मार्केट एसोसिएशन ने फैसला लिया कि दुकानदार अब किसी मुस्लिम मजदूर को काम पर नहीं रखेंगे।
पीड़िता के परिवार की मांग
पीड़िता की चाची ने हत्यारे के लिए फांसी की सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि वह ऐसा करेगा, तो वे उसकी रक्षा करते। नेहा ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी और मंडोली में एक निजी फर्म में नौकरी कर रही थी। उसके सपने थे और वह अपने परिवार के लिए बहुत मायने रखती थी।