एक तरफ भारत अपनी विकास यात्रा में नित नए मुकाम हासिल कर रहा है। वहीं दूसरी ओर हमारा पड़ोसी पाकिस्तान की आर्थिक हालत बद से बदतर होती जा रही है। कुछ दिनों पहले जापान को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर सामने आया। अब वर्ल्ड बैंक की एक रिपोर्ट ने भारत की उपलब्धियों पर एक और मुहर लगा दी है। इससे साफ पता चलता है कि मोदी सरकार के पिछले 11 साल में भारत ने गरीबी के खिलाफ एक ऐतिहासिक जंग जीती है।
वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों की माने तो बीते 11 साल में भारत में गरीबों की संख्या 27.1% से घटकर महज 5.3% हो गई है। यानी करीब 17 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं। वहीं दूसरी और पाकिस्तान की लगभग 45% आबादी आज भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। आइये जानें भारत में ये चमत्कार कैसे हुआ है?
भारत-पाकिस्तान में बड़ी खाई
वर्ल्ड बैंक के आंकड़े बताते हैं कि 2011-12 हर चार में से एक भारतीय अत्यधिक गरीब था। वहीं अब ये संख्या उंगलियों की गिनती में आ गई है। वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट भारत और पाकिस्तान के बीच आर्थिक प्रगति और गरीबी उन्मूलन में एक बड़े अंतर को उजागर करती है। भारत ने पिछले एक दशक में 17.1 करोड़ लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला है। वहीं पाकिस्तान की लगभग 45% आबादी आज भी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है। ये कोई छोटा आंकड़ा नहीं है, बल्कि ये भारत के सशक्त और समावेशी विकास का प्रमाण है।
भारत कैसे प्रगति की राह पर बढ़ा
भारत एक मजबूत आर्थिक शक्ति बनकर उभरा है। यह दिखाता है कि सही नीतियों और मजबूत इरादों से ही विकास संभव है। भारत इसी राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके लिए मोदी सरकार का तमाम योजनाओं को क्रेडिट दिया जा सकता है। सरकार ने 11 साल में गरीबों का ध्यान में रखते हुए मुफ्त और रियायती दरों पर सेवाएं दी हैं। इसमें सबसे खास महामारी के दौरान गरीबों को मुफ्त राशन का सबसे बड़ा हाथ हो सकता है।
प्रमुख योजनाओं का असर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई विभिन्न योजनाओं ने करोड़ों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। बीते 11 सालों सरकार ने बुनियादी ढांचे, डिजिटल समावेशन और पारदर्शिता पर विशेष ध्यान दिया है। इससे योजनाएं लागू करने में आसानी हुई है और सीधा लाभ देश के गरीब तबके को मिला है।
- पीएम आवास योजना: लाखों परिवारों को अपना पक्का घर मिला। इससे जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
- पीएम उज्ज्वला योजना: इससे गरीब परिवारों को स्वच्छ रसोई गैस कनेक्शन मिले हैं। इससे स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
- जन धन योजना: बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच आसान हुई है। करोड़ों लोगों के बैंक खाते खुलने से वित्तीय समावेशन बढ़ा है।
- डायरेक्ट वेनिफिट: बैंकिंग सेवाओं से DBT डायरेक्ट बेनिफिट दिया है। इससे सीधे लाभार्थियों को लाभ हुआ।
- आयुष्मान भारत योजना: इस स्वास्थ्य बीमा योजनाओं से गरीब और कमजोर को मुफ्त और आसान इलाज मिला।
वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों से साफ है कि भारत में गरीबी उन्मूलन के मोर्चे पर पिछले एक दशक में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई विभिन्न योजनाओं ने करोड़ों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं। प्रधानमंत्री ने स्वयं इस बात पर जोर दिया है कि सरकार के सभी अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। यह आंकड़ा भारत को गरीबी मुक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में बढ़ते कदमों का परिणाम है।