यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने कीव में दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, उन पर आरोप है कि वे RK‑360MC “नेपच्यून” मिसाइल प्रणाली से संबंधित गोपनीय दस्तावेज़ों को अवैध रूप से हासिल करने की कोशिश कर रहे थे, यह मिसाइल यूक्रेन की आधुनिक तटीय रक्षा की महत्वपूर्ण कड़ी है। SBU की खुफिया एजेंसी का कहना है कि आरोपियों को हफ्तों की छानबीन के बाद गिरफ्तार किया गया। एजेंसी का आरोप है कि ये दोनों तकनीकी दस्तावेज इकट्ठा कर रहे थे और इन्हें या तो राजनयिक चैनलों से या वाणिज्यिक नेटवर्क के ज़रिए चीन भेजने की योजना बन रहे थे।
नेपच्यून मिसाइल प्रणाली का महत्व
विकसित रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि RK‑360MC नेपच्यून की रूचि इसलिए है क्योंकि यह युद्ध-क्षेत्र में साबित हो चुकी और स्वदेशी यूक्रेनी तकनीक पर आधारित है। यह सुपरसोनिक नहीं, बल्कि सबसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, जिसकी रेंज 300 किलोमीटर से अधिक है और यह सोवियत Kh‑35 मिसाइल पर आधारित है लेकिन आधुनिक रूप से सुधारित है।
यूक्रेन के लुच डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा विकसित की गई यह मिसाइल अपनी ताकत के चलते 2022 में रूसी ब्लैक सी फ़्लीट के झंडावाहक क्रूजर “मॉस्कवा” को डुबाने की घटना में चर्चित हुई। इस सफलता ने इसे वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दी। यूक्रेनी रक्षा विश्लेषक ओलेह मिखाइलेंको के अनुसार: “यह मिसाइल 2022 में Moskva को मार गिराने में सफल रही, यह इसे वैश्विक नक्शे पर स्थापित करती है। ऐसे में चीन, जो दक्षिण चीन साग़र में अपनी नौसैन्य महत्वाकांक्षाओं को देखते हुए इस डिज़ाइन और लागत-कुशलता को काफी दिलचस्प पाएगा।”
नेपच्यून की रडार मार्गदर्शन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रतिरोध और मॉड्यूलर तैनाती इसे उन देशों के लिए आकर्षक बनाते हैं, जो इसे दुहराना, अनुकूलित करना या इससे बचने की प्रणाली विकसित करना चाहते हैं।
चीनी जासूसी और दस्तावेज़ चोरी की कोशिश
जांच में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक 24 वर्षीय पूर्व चीनी छात्र था, जो 2023 में कीव की एक तकनीकी यूनिवर्सिटी से निष्कासित हुआ था लेकिन वहीं रुका रहा “मामले की सामग्री के अनुसार, पूर्व छात्र ने नेपच्यून मिसाइलों के तकनीकी दस्तावेज़ हासिल करने की कोशिश की। इसको पूरा करने के लिए उसने यूक्रेन के उस नागरिक को भी भर्ती करने की कोशिश की जो रक्षा बलों के नवीनतम हथियारों के विकास में शामिल है।”
SBU ने बताया कि छात्र पर जासूसी गतिविधियाँ शुरू होने की शुरुआती स्थिति में ही कार्रवाई की गई और उसे गुप्त दस्तावेज़ सौंपते समय ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद आरोपी का पिता भी पकड़ में आया, जो चीनी खुफिया एजेंसियों को जानकारी भेजने में भूमिका निभा रहा था। दोनों की गिरफ्तारी के दौरान उनके फोन से उनके बीच जासूसी समन्वय के सबूत मिले।
इसी आधार पर SBU ने दोनों आरोपियों के खिलाफ यूक्रेनी अपराध संहिता की धारा 114(1) के अंतर्गत जासूसी का मामला दर्ज किया है, जिसके तहत उन्हें 15 वर्ष तक की जेल और संपत्ति जब्त होने का खतरा है।
SBU का कहना है कि इन आरोपियों ने इस जासूसी कदम को राजनयिक और व्यापारिक आवरण के तहत अंजाम देने की कोशिश की। इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर उल्लंघन और विदेशी जासूसी का प्रयास माना जा रहा है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
चीनी दूतावास, कीव ने आधिकारिक बयान में इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि “तथ्यों की तुरंत स्पष्टता आवश्यक है” और इसे “राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप” बताया जो द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचा सकता है। चीन के सरकारी मीडिया ने यह कहते हुए आरोपों को पश्चिमी एजेंडा का हिस्सा बताया है।
वहीं, नाटो के रक्षा व सुरक्षा समिति ने इस कार्रवाई को सराहनीय बताया और कहा कि यह “चीनी सरकार की विदेशी सैन्य तकनीक को गुप्त रूप से हासिल करने की रणनीति” से जुड़ता है। अमेरिकी राज्य विभाग ने यूक्रेन की सतर्कता की प्रशंसा की और “संघर्ष क्षेत्र में चीनी खुफिया गतिविधियों में बढ़ते रुझान” से आगाह किया। ब्रिटिश रक्षा मंत्री एलिसिया ग्रेव्स ने कहा: “यह एक गंभीर स्मरण है कि युद्धकाल में विकसित सैन्य तकनीकें तुरंत लक्ष्यों में बदल जाती हैं, न केवल रूस के लिए, बल्कि रणनीतिक प्रतिद्वंद्वी देशों जैसे चीन के लिए भी।”
तकनीकी शीत युद्ध का नया अध्याय
नेपच्यून दस्तावेज़ चोरी का यह प्रयास वैश्विक चिंता के बढ़ते पैटर्न का हिस्सा है, जहाँ चीन को U.S. के फाइटर जेट ब्लूप्रिंट्स से लेकर यूरोपीय एयरोस्पेस नवाचारों तक टेक्नोलॉजी हासिल करने के लिए साइबर और मानव जासूसी तक के कई तरीके अपनाए हैं। युद्धकालीन समय में यूक्रेन का रक्षा नवाचार इसे इस जासूसी मुठभेड़ का नया केंद्र बना रहा है।
अब गिरफ्तार आरोपियों को यूक्रेनी सुरक्षा कानूनों के अनुसार हिरासत में रखा गया है और उन पर जासूसी, सैन्य तकनीक के अवैध निर्यात, और राज्य विरोधी साजिश के आरोप लग सकते हैं। जांच जारी है, और इसमें पूर्वी यूरोप में काम कर रहे विदेशी खुफिया नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
यह घटना यूक्रेन के रक्षा- विकास कार्यक्रमों का वैश्विक महत्व दर्शाती है। वहीं, पश्चिम के लिए यह वैकल्पिक रूप से एक नए तकनीकी शीत युद्ध में चीनी गतिविधियों की एक और कड़ी साबित होती है।