“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फिल्म "उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर" की रिलीज़ पर लगी रोक को बढ़ाने से इनकार कर दिया, जिससे इसके सार्वजनिक प्रदर्शन का रास्ता साफ हो गया।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
26 July 2025
in चलचित्र
“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

फिल्म का पोस्टर

Share on FacebookShare on X

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फिल्म “उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर” की रिलीज़ पर लगी रोक को बढ़ाने से इनकार कर दिया। इससे अब इसके सार्वजनिक प्रदर्शन का रास्ता साफ हो गया है। कोर्ट ने फिल्म का विरोध करने वालों को सलाह दी कि अगर वे अपनी आपत्तियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो दिल्ली हाई कोर्ट का सहारा लें।

दिल्ली हाईकोर्ट जाने का दिया निर्देश

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और मेनका गुरुस्वामी को निर्देश दिया कि वे विशेषज्ञ समिति के फैसले को चुनौती देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट जाएं। दिल्ली हाई कोर्ट के पिछले आदेश के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा गठित समिति ने पहले ही फिल्म की समीक्षा कर ली थी और एक डिस्क्लेमर सहित मामूली बदलावों के साथ इसे रिलीज़ करने की सिफारिश की थी।

संबंधितपोस्ट

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री के सलाहकार संजीव सान्याल ने उठाये न्यायपालिका पर सवाल- क्या न्यायपालिका में होंगे बड़े बदलाव

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: आधार बनेगा वोटर लिस्ट का 12वां दस्तावेज़, NDA के ‘सशक्त लोकतंत्र’ विज़न को मिली मजबूती

और लोड करें

कन्हैया लाल के बेटे ने किया सवाल

अदालत ने स्पष्ट किया “हमने मामले के गुण-दोषों को नहीं छुआ है, हम उच्च न्यायालय को सोमवार को इस पर विचार करने के लिए एक आदेश पारित करेंगे, आपको जो भी तर्क देने हैं, उच्च न्यायालय में जाएं।” जब वकील ने इस बीच स्थगन की मांग की, तो न्यायमूर्ति कांत ने दृढ़ता से जवाब दिया, “इस बीच, कुछ नहीं।” फ़िल्म को लेकर चल रही क़ानूनी लड़ाई के बीच, कन्हैया लाल के बेटे यश साहू ने एक तीखा और दर्दनाक सवाल उठाया है, “फ़िल्म रिलीज़ के बारे में अदालती फ़ैसलों में इतनी जल्दी क्यों होती है, लेकिन मेरे पिता की नृशंस हत्या के लिए न्याय के मामले में नहीं?” यह भावना उन कई लोगों की हताशा को दर्शाती है जो मानते हैं कि न्यायपालिका को नफ़रत और आतंकवाद के पीड़ितों को न्याय दिलाने में समान तेज़ी दिखानी चाहिए।

पूरे सबूत के बाद भी अब तक फैसला नहीं

उदयपुर के एक साधारण दर्जी कन्हैया लाल की 2022 में हुई हत्या सिर्फ़ एक आपराधिक कृत्य नहीं थी, यह समुदायों में भय पैदा करने के लिए किया गया आतंकवादी कृत्य था। कन्हैया लाल की दिनदहाड़े सिर्फ़ इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के लिए फ़ेसबुक पर समर्थन व्यक्त किया था। उसके हत्यारों ने न केवल सिर कलम करने की घटना का वीडियो बनाया, बल्कि डर फैलाने और अपनी कट्टरपंथी विचारधारा का महिमामंडन करने के लिए वीडियो भी जारी किया। स्पष्ट वीडियो साक्ष्य और व्यापक जनाक्रोश के बावजूद, न्याय बहुत धीमी गति से आगे बढ़ा है। कोई अंतिम फैसला नहीं सुनाया गया है। इस बीच, सिनेमा के माध्यम से कहानी सुनाने के प्रयासों को एक ऐसी कला जो अक्सर समाज को आईना दिखाती है, बार-बार कानूनी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है। सच्चाई को क्यों दबाया जाना चाहिए? न्याय के लिए आवाज़ उठाने वालों को क्यों चुप कराया जा रहा है? ये वो सवाल हैं जो उदयपुर फाइल्स पूछने की हिम्मत करती है, और यही इसकी रिलीज़ को महत्वपूर्ण बनाता है।

अभियुक्तों को कानूनी सहायता, पीड़ितों के लिए चुप्पी

फिल्म का ज़्यादातर विरोध जमीयत उलेमा-ए-हिंद की ओर से है, जिसके अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने रिलीज़ का विरोध करते हुए याचिका दायर की थी। उनकी ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल पेश हुए, जबकि कन्हैया लाल की हत्या के एक आरोपी मोहम्मद जावेद की ओर से मेनका गुरुस्वामी पेश हुईं। जमीयत के कानूनी प्रकोष्ठ का हाई-प्रोफाइल आतंकी मामलों में अभियुक्तों का बचाव करने का लंबा इतिहास रहा है। 2007 से, उन्होंने 700 से ज़्यादा अभियुक्तों को सहायता प्रदान की है, जिनमें 26/11 के मुंबई हमलों, 2006 के मालेगांव विस्फोटों, अहमदाबाद सीरियल बम धमाकों के संदिग्ध और यहां तक कि आईएसआईएस और अल-क़ायदा के कार्यकर्ता भी शामिल हैं।

फिल्म के लिए अंत तक लड़ेंगे: अमित जानी

हालांकि सभी को कानूनी प्रतिनिधित्व का हक़ है, कई लोग ऐसे संगठनों की चुनिंदा सक्रियता पर सवाल उठाते हैं, जहां अभियुक्तों को उच्च-स्तरीय कानूनी सहायता मिलती है जबकि कन्हैया लाल जैसे पीड़ितों को आंकड़ों और भुला दिए गए नामों तक सीमित कर दिया जाता है। उदयपुर फ़ाइल्स के निर्माता फिल्म निर्माता अमित जानी ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल द्वारा फिल्म का पूर्वावलोकन करने के बाद भी, उन्होंने “सिर्फ़ इसलिए इसका विरोध किया क्योंकि उन्हें इसके लिए पैसे दिए गए थे।” जानी ने अंत तक लड़ने के अपने संकल्प की पुष्टि की और फिल्म की रिलीज़ और उसके साथ-साथ सच्चाई की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में वापसी की संभावना का संकेत दिया।

विहिप ने की निंदा

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने उदयपुर फाइल्स का खुलकर समर्थन किया है और फिल्म को रोकने के प्रयासों की निंदा की है। विहिप प्रवक्ता अमितोष पारीक ने कहा कि “द कश्मीर फाइल्स और द केरल स्टोरी की तरह, उदयपुर फाइल्स भी धार्मिक अतिवाद का घिनौना चेहरा उजागर करती है। जमीयत इसे प्रतिबंधित क्यों करना चाहती है? क्या सच्चाई उन्हें आहत कर रही है?” उन्होंने कहा कि सिनेमा समाज का दर्पण है और “धर्मनिरपेक्ष सद्भाव” की आड़ में इसे प्रतिबंधित करना न्याय के साथ विश्वासघात है। अगर अतिवादी आस्था के नाम पर खुलेआम भय और हिंसा फैला सकते हैं, तो फिल्म निर्माता उन्हें बेनकाब क्यों नहीं कर सकते? पीड़ितों को क्यों भुला दिया जाए, जबकि आरोपियों को अत्याधुनिक कानूनी सहायता मिल रही है? जनभावना, खासकर राष्ट्रवादी हलकों में इसी तर्क को दर्शाती है। उदयपुर फाइल्स सिर्फ़ एक फिल्म नहीं है, यह जवाबदेही की मांग है।

सिर्फ़ एक फ़िल्म नहीं, सच्चाई की लड़ाई

उदयपुर फ़ाइल्स पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार सच्चाई की एक छोटी सी जीत है, लेकिन यह भारतीय न्याय व्यवस्था की एक गहरी विडंबना को भी उजागर करता है। पीड़ितों के लिए न्याय का पहिया अक्सर धीरे-धीरे घूमता है, लेकिन सेंसरशिप की लड़ाइयां पलक झपकते ही सुलझ जाती हैं।

Tags: Delhi High CourtSupreme Courtudaipur filesउदयपुर फाइल्सकपिल सिब्बलदिल्ली हाईकोर्टसुप्रीम कोर्ट
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

अगली पोस्ट

1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

संबंधित पोस्ट

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार
चलचित्र

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

9 August 2025

स्मृति ईरानी एक बार फिर छोटे पर्दे पर नजर आ रही हैं, और इस बार चर्चा सिर्फ नॉस्टैल्जिया तक सीमित नहीं है। ‘क्योंकि सास भी...

जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?
चलचित्र

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

8 July 2025

राजस्थान के उदयपुर जिले के बहुचर्चित कन्हैयालाल मर्डर केस पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ (Udaipur Files) को लेकर शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम...

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी
चलचित्र

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के सेट से वायरल हुई स्मृति ईरानी की तस्वीर, 12 साल बाद टीवी पर तुलसी की वापसी

7 July 2025

स्मृति ईरानी 25 साल बाद एक बार फिर अपने प्रतिष्ठित किरदार 'तुलसी विरानी' के रूप में छोटे पर्दे पर लौट आई हैं। 'क्योंकि सास भी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why The Surgical Strikes in 2016 Paved the Way for Balakot and Beyond

Why The Surgical Strikes in 2016 Paved the Way for Balakot and Beyond

00:07:28

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

00:05:11

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited