उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र में कांवड़ यात्रा के दौरान एक शर्मनाक और निंदनीय घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई बल्कि समाज में धार्मिक तनाव की चिंगारी भी सुलगा दी है। आरोप है कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित ‘दिल्ली जूस कॉर्नर’ नामक एक दुकान पर ग्राहकों थूक और पेशाब मिलाकर जूस पिलाया जा रहा था। घटना के सामने आने के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश फैल गया है।
महताब और जीशान की घिनौनी करतूत
उजागर दिल्ली-मेरठ हाईवे पर स्थित सिहानी चुंगी के पास ‘दिल्ली जूस कॉर्नर’ नामक दुकान पर काम कर रहे दो युवक महताब और जीशान को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोप है कि ये दोनों कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को थूक और पेशाब मिलाया हुआ जूस पिला रहे थे। यह दुकान सलमान नामक व्यक्ति की है जो उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का निवासी है।
जूस की दुकान से मिली मूत्र से भरी बोतल
बजरंग दल के महानगर प्रचार प्रमुख अश्वनी शर्मा के अनुसार, दो स्थानीय युवकों ने जूस पीने के दौरान संदेह होने पर वीडियो बनाना शुरू किया। वीडियो में कथित तौर पर एक कर्मचारी जूस में थूक मिलाते देखा गया। हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, मौके पर पहुंची भीड़ ने दुकान की तलाशी ली और मूत्र से भरी हुई एक पीली रंग की संदिग्ध बोतल बरामद की। इसके बाद तुरंत पुलिस को सूचित किया गया।
जूस की दुकान का नाम बदलकर गुमराह करने की साजिश
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि मुस्लिम संचालकों ने जानबूझकर दुकान का नाम ‘दिल्ली जूस कॉर्नर’ रखा ताकि कांवड़ यात्रियों को गुमराह किया जा सके। दुकान पर किसी हिंदू संचालक का नाम न होते हुए भी हिंदू प्रतीकों और नामों का दुरुपयोग किया गया, जिससे साफ है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी। मौके पर पहुंची खाद्य सुरक्षा अधिकारी भावना अगरिया के नेतृत्व में टीम ने जूस और अन्य खाद्य सामग्री के नमूने लिए और उन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया। एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जूस की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई है। दुकान को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है।
विजयनगर में भी दोहराई गई वही साजिश
हैरत की बात यह है कि ठीक एक दिन पहले, गाजियाबाद के ही विजयनगर थाना क्षेत्र की गौर सिद्धार्थम सोसाइटी मार्केट में ‘भारत जूस’ नाम की एक दुकान पर भी इसी तरह का मामला सामने आया था। वहां भी मुस्लिम कर्मचारियों द्वारा थूक मिलाकर जूस देने की शिकायत दर्ज हुई थी। स्थानीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने स्वयं इस मामले में संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने इस मामले में भी दो कर्मचारियों को हिरासत में लिया था।
एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने अफवाह फैलाने या सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हर साल सावन महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु गाजियाबाद से होकर हरिद्वार की ओर निकलते हैं। ऐसे में इस तरह की घिनौनी हरकतें प्रशासन की सतर्कता पर भी सवाल खड़े करती हैं। क्या यह सिर्फ गंदगी का मामला है या फिर हिंदू भावनाओं को चोट पहुंचाने की साजिश?