लव जिहादी कांग्रेस के नेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। मध्य प्रदेश प्रशासन ने एक अहम कदम उठाते हुए कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगा दिया है। कादरी फिलहाल फरार है। कादरी पर धोखे से शादी कराने और उन लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए वित्तीय सहायता देने का आरोप था और इसके चलते ही उसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। पुलिस के अनुसार, यह एक व्यापक आपराधिक साजिश का हिस्सा है।
मतांतरण के लिए दिया आर्थिक प्रलोभन
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, अनवर कादरी ने कथित तौर पर साहिल शेख और अल्ताफ खान नामक दो युवकों को बड़ी रकम दी ताकि वे हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसा कर शादी के बाद उनका धर्म परिवर्तन करा सकें। दोनों आरोपी इस समय पुलिस हिरासत में हैं और उन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्हें यह पैसा अनवर कादरी से मिला था।
साहिल ने बताया कि उसे 2 लाख रुपये मिले, जबकि अल्ताफ ने कहा कि उसे 1 लाख रुपये दिए गए थे और शादी पूरी होने के बाद और पैसा देने का वादा किया गया था। इन दोनों के बयान वीडियो में रिकॉर्ड किए गए हैं, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। दोनों को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक सार्वजनिक स्थान पर हिंदू महिला से मिलने की कोशिश करते हुए पकड़ा था।
NSA की मंज़ूरी और कानूनी कार्रवाई
1 जुलाई को इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने स्थानीय पुलिस के अनुरोध पर अनवर कादरी पर NSA लागू करने की पुष्टि की गई है। कादरी के खिलाफ सबसे पहले बाणगंगा थाने में भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं और मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। कादरी को बलात्कार और आपराधिक साजिश के मामले में सह-आरोपी बनाया गया है।
सदर बाजार थाने ने इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को सौंपी थी। रिपोर्ट में कादरी के आपराधिक इतिहास और वर्तमान गंभीर आरोपों का हवाला देते हुए यह स्पष्ट किया गया कि उनकी गतिविधियां सार्वजनिक शांति और सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा बन सकती हैं। इसके बाद NSA की कार्रवाई को स्वीकृति दी गई।
इनाम घोषित, गिरफ्तारी के प्रयास तेज
अनवर कादरी जिसे स्थानीय स्तर पर ‘अनवर डकैत’ के नाम से जाना जाता है पर पहले से ही दर्जनों आपराधिक मुकदमे लंबित हैं। पुलिस का कहना है कि उनके खिलाफ पहले से चले आ रहे मामले और वर्तमान आरोप, इस बात का संकेत हैं कि वे लगातार सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाली गतिविधियों में लिप्त रहे हैं।
अनवर कादरी को फरार घोषित कर दिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। प्रशासन ने उनकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली सूचना के लिए 10,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया है। पुलिस टीमें लगातार छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही हैं। एडिशनल डीसीपी राजेश डंडोतिया ने बताया कि इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए NSA लागू करना जरूरी हो गया था ताकि किसी भी प्रकार की और अशांति को रोका जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की कार्रवाई जारी है और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद है।